(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Haridwar News: टूटे तटबंध की 5 साल बाद भी नहीं हुई मरम्मत, खेती छोड़ने पर मजबूर हुए किसान
Haridwar News: किसानों का कहना है कि, यह समस्या अब हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन चुकी है. जनप्रतिनिधि इसकी ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं.
Flood in Haridwar: उत्तराखंड (Uttarakhand) के हरिद्वार (Haridwar) में खानपुर विधानसभा (Khanpur assembly) के कलसिया गांव के पास 2017 में आई बाढ़ के दौरान तटबंध क्षतिग्रस्त हुआ था. नीलधारा गंगा का तटबंध लगभग 2 किलोमीटर तक टूट गया था जिसकी मरम्मत आज तक नहीं हुई है. जैसे ही मानसून सत्र आता है कलसिया सहित दर्जन भर गांवों के लोगों की जान गले में अटकने लगती है. किसानों के सामने पशुओं के चारे से लेकर खाने पीने की वस्तुओं की समस्या खड़ी हो जाती है. नीलधारा गंगा का जलस्तर बढ़ने से खानपुर के दर्जनभर गांव बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं. बाढ़ की वजह से दर्जनभर गांवों का सम्पर्क मुख्य स्टेशन लक्सर से टूट जाता है और लोगों के सामने समस्याओं का अंबार खड़ा हो जाता है.
हम कर्ज में डूब रहे-किसान
हमने कलसिया गांव के खेतों में काम कर रहे किसानों से इस अहम समस्या को लेकर बात की तो किसान मायूस होकर बोले कि, यह समस्या अब हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन चुकी है. जनप्रतिनिधि इसकी ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. 2017 से प्रतिवर्ष हम इस समस्या को झेल रहे हैं. सर्दी गर्मी झेलकर हम अपने परिवार के साथ खेतों में काम करके कर्ज लेकर किसी तरह फसल तैयार करते हैं. मानसून सत्र में नीलधारा गंगा में आया पानी हमारी फसलें बर्बाद कर देता है. हम प्रतिवर्ष कर्ज में डूब रहे हैं. हालात ऐसे हो चुके हैं कि आगामी कुछ वर्षों में अगर इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम लोगों को खेती का कारोबार छोड़ना होगा.
कोई नहीं देता ध्यान-किसान
2017 में आई बाढ़ के दौरान तटबंध टूट जाने से कई हजार बीघा जमीन गंगा की आगोश में समा गई. कई किसानों के खेत गंगा में तब्दील हो गए. हमारे द्वारा लक्सर उप जिलाधिकारी से लेकर जिलाधिकारी, क्षेत्रीय विधायक और सांसद सभी से इस समस्या के समाधान की गुहार लगाई गई लेकिन हमारी समस्या की ओर देखने की जहमत किसी ने भी नहीं उठाई. आज हम नीलधारा गंगा की समस्या को बराबर झेल रहे हैं.
उप जिलाधिकारी ने क्या कहा
नीलधारा गंगा के टूटे तटबंध को लेकर लक्सर उपजिलाधिकारी गोपाल राम से बात की गई तो उन्होंने कहा कि, मेरे द्वारा विभाग के संबंधित अधिकारियों को इस समस्या के समाधान के निर्देश जारी किए गए हैं. अभी तक तटबंध के पुनर्निर्माण का कार्य शुरू नहीं हुआ है. अगर इस बार नीलधारा गंगा से कोई नुकसान किसानों को झेलना पड़ेगा तो उसके लिए विभागीय अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी. लक्सर उप जिलाधिकारी ने कहा कि सभी संबंधित अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी. लोगों को समस्याओं से नहीं जूझना पड़ेगा इसके लिए पुख्ता बंदोबस्त किए जाएंगे.
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