(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Haridwar: कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर कर दी बुवाई, ग्रामीणों ने किया पथराव, पुलिस का लाठीचार्ज
उत्तराखंड के हरिद्वार में दो गांवों के बीच जमीन विवाद सुलझाने आई पुलिस पर पथराव किया गया. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ग्रामीणों पर लाठियां भी चलाई हैं. ग्रामीण हालांकि पुलिस पर ही आरोप लगा रहे हैं.
Uttarakhand News: हरिद्वार (Haridwar) के खानपुर के माड़ाबेला और शेरपुर बेला के ग्रामीणों के बीच जमीन विवाद (Land Dispute) चल रहा है. 11 नवंबर को लक्सर के उप जिलाधिकारी द्वारा जमीन की पैमाइश कर जमीन को शेर पूर्व बेला गांव के ग्राम प्रधान के सुपुर्द कर दिया गया था. तीन दिन पहले माड़ाबेला गांव के लोगों ने इस 15 हेक्टेयर जमीन पर अपनी दबंगई के चलते गेहूं की बुवाई कर दी और जमीन पर अपना कब्जा कर लिया.
इसे कब्जा मुक्त कराने के लिए सुबह शेरपुर बेला गांव के ग्रामीण ग्राम प्रधान के घर बैठक कर रहे थे उसी समय माडाबेला ग्राम प्रधान पुलिस को लेकर मौके पर पहुंच गए, आरोप है कि पुलिस ने बिना कुछ सोचे समझे ग्रामीणों के साथ अभद्रता शुरू कर दी जिसके बाद ग्रामीणों और पुलिस के बीच विवाद शुरू हो गया. ग्रामीणों द्वारा पुलिस की गाड़ी पर जमकर पथराव किया गया और पुलिस की ओर से ग्रामीणों पर लाठियां भांजी गई जिसमें कई ग्रामीणों को चोटें आई हैं. नाराज ग्रामीणों ने लक्सर उप जिलाधिकारी के कार्यालय पहुंचकर जमकर हंगामा किया और महिलाओं सहित ग्रामीण धरने पर बैठ गए .
स्थानीय लोगों ने बताया कि लक्सर उप जिलाधिकारी द्वारा हमारे गांव की 15 हेक्टेयर जमीन को कब्जा मुक्त कराकर हमारे सुपुर्द किया गया था. जिसमें यह बात रखी गई थी कि किसी भी गांव का कोई भी व्यक्ति इस जमीन पर किसी भी फसल की बुवाई नहीं करेगा लेकिन माडाबेला के लोगों ने उस जमीन पर तीन दिन पहले गेहूं की बुवाई कर दी जिसकी अग्रिम रणनीति बनाने के लिए हम लोग ग्राम प्रधान के घर बैठकर अपनी बैठक कर रहे थे कि इसी दौरान पुलिस माडाबेला के ग्राम प्रधान के साथ आई और शांति पूर्वक बैठक कर रहे लोगों पर अचानक लाठियां भांज दीं. जिससे कई लोगों को चोट आई है. हम लोग लक्सर उपजिलाधिकारी के पास इसलिए पहुंचे हैं कि पुलिस द्वारा किया गए इस घृणित कार्य के चलते हमें इंसाफ दिया जाए.
एसडीएम ने बताई हंगामे के पीछे की कहानी
लक्सर उपजिलाधिकारी गोपाल राम बिनवाल ने कहा कि पंचायत चुनाव से पहले माडाबेला और शेरपुरबेला गांव की ग्राम पंचायत हुआ करती थी लेकिन परिसीमन के बाद दोनों गांव की ग्राम पंचायतें अलग-अलग हो गई जिसके बाद करीब 15 हेक्टेयर जमीन को ग्रामीणों से मुक्त कराया गया और इस जमीन को शेरपुर बेला गांव के ग्राम प्रधान को सौंप दिया गया था. जिसे लेकर ग्रामीणों और पुलिस के बीच विवाद हुआ है. ग्रामीणों द्वारा खानपुर पुलिस की गाड़ी पर पथराव किया गया है. मामले में संज्ञान लिया जा रहा है. जमीन संबंधी अगर कोई मामला पाया जाता है और अगर जमीन पर किसी भी व्यक्ति का कब्जा पाया जाता है तो उसकी जांच कर उसके खिलाफ हमारे द्वारा मुकदमा दर्ज कराया जाएगा. उधर, एसएसपी ने बताया कि मामला राजस्व विभाग से जुड़ा है. आज दोनों गांव के लोगों के बीच विवाद होने की आशंका थी जिसकी सूचना मिलते ही पुलिस को गांव में भेजा गया लेकिन अराजक तत्व नहीं चाहते कि दोनों गांव का मामला शांतिपूर्ण निपट जाए. पुलिस की गाड़ी पर पथराव शुरू कर दिया. पुलिस ने बचाव के लिए लाठी चलाई.
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