हरिद्वार: उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के दौलतपुर गांव की रहने वाली एक दिन की बाल मुख्यमंत्री सृष्टि गोस्वामी का उनका घर लौटने पर भव्य स्वागत किया गया. सृष्टि गोस्वामी को बाल दिवस के अवसर पर एक दिन का बाल मुख्यमंत्री बनाया गया था. सृष्टि गोस्वामी ने रविवार को दिनभर प्रशासनिक और शासनिक अधिकारियों की तरफ से दी गई प्रेजेंटेशन को सुना और देखा. साथ ही कुछ अपने सुझाव भी दिए.


किया गया भव्य स्वागत
एक दिन की बाल मुख्यमंत्री बनने के बाद सृष्टि गोस्वामी का ग्राम वासियों ने भव्य स्वागत किया. इसे लेकर सृष्टि काफी खुश नजर आईं. सृष्टि गोस्वामी का कहना है कि बाल दिवस के अवसर पर उन्हें एक दिन का बाल मुख्यमंत्री बनने का अवसर प्राप्त हुआ ये सौभाग्य की बात थी. ये मौका हमेशा याद रहेगा.


बच्चों की सुरक्षा को लेकर दिए सुझाव
सृष्टि गोस्वामी ने कहा कि मैंने बाल मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. मेरी प्राथमिकता थी कि जो भी बच्चों को लेकर समस्याएं हैं उसको सबके सामने लाया जा सके. 12 विभाग के अधिकारी साथ मौजूद थे. सभी ने अपनी प्रस्तुति दी. मेरी तरफ से बच्चों और लड़कियों की सेफ्टी के लिए कई सुझाव दिए गए और ये सभी सुझाव पहले बाल आयोग के पास जाएंगे और उसके बाद मुख्यमंत्री के पास.


पिता ने जताई खुशी
सृष्टि गोस्वामी को एक दिन का मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर पिता भी काफी खुश नजर आ रहे हैं. प्रवीण गोस्वामी का कहना है कि मुझे काफी अच्छा अनुभव प्राप्त हुआ है. पहली बार विधानसभा देखी और बड़े अधिकारियों के साथ बैठने का मौका मिला. इससे मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिला है. 12 विभागों के अधिकारियों ने अपने कार्यों के बारे में बताया. सृष्टि ने भी कई सुझाव दिए. अधिकारियों ने उन सुझावों पर कार्य करने की बात कही है.


उत्तराखंड का नाम किया रोशन
एक दिन की बाल मुख्यमंत्री बनकर सृष्टि गोस्वामी ने हरिद्वार जिले के साथ-साथ पूरे उत्तराखंड का नाम रोशन किया है. इसी कारण उनके घर पहुंचने पर ग्राम वासियों ने उनका भव्य स्वागत किया. सृष्टि गोस्वामी के सुझाव मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सामने भी रखे जाएंगे, जिससे बच्चों और लड़कियों को होने वाली परेशानियों से निजात मिल सके.


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