Uttarakhand Politics: हरीश रावत ने रोटी-गुड़ की पार्टी के बहाने BJP सरकार को घेरा, अनाजों की अनदेखी का लगाया आरोप
उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने राज्य के मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए खास दावत का आयोजन किया. उन्होंने इस बात की नाखुशी भी जताई कि इन अनाजों को बढ़ावा नहीं मिल रहा है.
Uttarakhand News: हरीश रावत (Harish Rawat) ने गुरुवार को अपने आवास पर मडुए (Madua) की रोटी और गुड़ की पार्टी दी. हरीश रावत ने अपनी इस पार्टी में उत्तराखंड (Uttarakhand) के मोटे अनाजों से बने व्यंजन को तैयार कर खिलाया. वहीं हरीश रावत ने अपनी इस पार्टी से सरकार पर भी प्रदेश के मोटे अनाज, मडुआ, झंगोरा की अनदेखी पर भी निशाना साधा है.
हरीश रावत ने कहा, 'हमारी सरकार ने प्रदेश के मोटे अनाजों को बढ़ावा देने के लिए पहल शुरू की थी लेकिन समय से साथ उन्हें बीजेपी आगे नहीं बढ़ा पाई. हरीश रावत ने ये भी कहा कि अगर राज्य से पलायन और बेरोजगारी को दूर करना है तो हमें अपने मोटे अनाजों को लेकर पहल करनी होगी. मडुवा हमारा कल्याण करेगा, इस दृढ़ निश्चय से हमने मडुवे, झुंगरा, कौणी आदि मोटे अनाजों को शक्तिवर्धक अनाज घोषित करने का आग्रह वर्ल्ड फूड आर्गेनाइजेशन से किया, मैं उस समय शरद पवार जी के साथ कृषि राज्य मंत्री था.'
हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर निकाली अपनी भड़ास
पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ' मुझे खुशी है कि दुनिया इस वर्ष को विश्व मडुवा वर्ष के रूप में मना रहे हैं.' उन्होंने आगे लिखा, ' कोई मोटे अनाजों का वर्ष कह रहा है, कोई बाजरा का वर्ष कह रहा है, कोई मिलेट ईयर कह रहा है तो मैं इसको मडुवा वर्ष कह रहा हूं और आज मडुवा और गुड़ का समन्वय कर आपको मडुवा-गुड़ खिलाया जाएगा, मडुवे की रोटी और हरिद्वार का गुड़, उधम सिंह नगर का मक्खन, यह तीनों का संबंध क्या अद्भुत नजारा पेश करता है, आज मैंने कुछ मित्रों को घर पर बुलाया है. इस स्वाद को एक विहंगम रूप देने के लिए. हमारी मडुवा-गुड़ की पहचान जिंदाबाद.'
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