Harish Rawat: जनता की नब्ज टटोलने उतरेंगे हरीश रावत, उत्तराखंड में शुरू करेंगे जनसंवाद अभियान
Harish Rawat in Uttarakhand: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव की तैयारी कांग्रेस ने तेज कर दी है. हरीश रावत जनता से संवाद करने का अभियान शुरू करने जा रहे हैं.
Harish Rawat in Uttarakhand: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत उत्तराखंड में जन संवाद अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं. इसकी शुरुआत हरीश रावत परिवर्तन यात्रा के बाद करेंगे. जिसकी शुरुआत पहले चरण में उत्तरकाशी के मोरी ब्लॉक से पिथौरागढ़ के मुनस्यारी तक की जाएगी. उसके बाद दूसरे चरण में टनकपुर से हरिद्वार के खानपुर तक की जाएगी. हरीश रावत ने बताया कि, इसका मकसद जनता से संवाद करना होगा. उन्होंने कहा कि वो जनता से ये जानकारी लेने की कोशिश करेंगे कि, 2017 में मेरे नेतृत्व में कांग्रेस से ऐसी क्या गलती हुई, कि प्रदेश की जनता ने उन्हें मात्र 11 विधायकों पर ही सिमटा दिया.
मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे बरीश रावत!
हरीश रावत इस संवाद को अकेले करेंगे, जिसमें पार्टी का कोई रोल नहीं होगा. लेकिन स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ जुड़ सकते हैं. इस संवाद के जरिए हरीश रावत का यह भी मकसद है कि, वह अकेले चलकर प्रदेश की जनता को यह दिखाना चाहते हैं कि वह कांग्रेस के मुख्यमंत्री चेहरा भी हैं. हरीश रावत ने कहा कि, उन्हें एक राजनेता के तौर पर उत्तराखंड की सेवा करते हुए 54 साल का वक्त हो गया है. उन्होंने प्रदेश की हर चीज को बारीकी से परखा है. हरीश रावत का कहना है कि, उनके शासनकाल के दौरान उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों और गन्ने मूल्य में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी की थी. इस बात को प्रदेश की जनता को समझाना चाहते हैं. वहीं, हरीश रावत ने अपने 2017 के दर्द को भी बयां किया. उन्होंने कहा कि 2017 के चुनाव में दो जगह से चुनाव लड़े उसके बाद भी जनता ने नकार दिया, ऐसा क्यों हुआ इस संवाद के जरिए वह जनता से बात करेंगे.
वहीं, कांग्रेस में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों को धार देनी शुरू कर दी है. चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कांग्रेस में चुनावों को लेकर तैयारियों में जुट गए हैं. हरीश रावत का कहना है कि, कांग्रेस में अब हर कार्यक्रम की शुरुआत श्री गणेश के साथ होगी यानी पहले गणेश की पूजा होगी, फिर हर काम आगे शुरू किया जाएगा. हरीश रावत ने कहा कि, उत्तराखंड में चुनाव स्थानीय मुद्दों पर ही किए जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारा मकसद है कि, जो उत्तराखंड स्थानीय मुद्दे हैं, उनको ही चुनावी एजेंडे में शामिल किया जाना चाहिए.
परिवर्तन यात्रा शुरू होगी
हरीश रावत ने आगामी 3 सितंबर से शुरू होने वाली परिवर्तन यात्रा की भी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि, परिवर्तन यात्रा का मकसद उत्तराखंड के हर गरीब का सम्मान करना होगा. हरीश रावत ने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि, उत्तराखंड में चुनाव उत्तराखंड पर ही आधारित होने चाहिए और यहां के मुद्दों को हाईजैक नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि, भाजपा राज्य के मुद्दों को भूलकर अन्य मुद्दों पर चुनाव लड़ने की कोशिश करती है. हरीश रावत ने बताया कि, पार्टी ने यह रणनीति बनाई है कि, चुनावों में सिर्फ लोकल मुद्दों पर ही विपक्षी दलों पर प्रहार किया जाएगा. लेकिन इसके साथ ही महंगाई ,राष्ट्रीय सुरक्षा समेत अन्य मुद्दे भी चुनाव में उठाए जाएंगे.
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