नई दिल्लीः उत्तराखंड में 4 महीने में दूसरी बार नेतृत्व परिवर्तन होना जा रहा है. राज्य के सीएम तीरथ सिंह रावत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने देर रात देहरादून में राजभवन पहुंचकर राज्यपाल बेबी रानी मौर्या को अपना इस्तीफा सौंपा. जिसे लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कटाक्ष किया है. उन्होंने उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे के बाद शुक्रवार को कटाक्ष करते हुए कहा कि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व की वजह से तीरथ मजाक के पात्र बन गए.


उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "2017 में सत्तारूढ़ हुई उत्तराखंड बीजेपी ने अपने दो नेताओं की स्थिति हास्यास्पद बना दी है, दोनों भले आदमी हैं. त्रिवेंद्र रावत जी को बजट सत्र के बीच में बदलने का निर्णय ले लिया, जबकि वित्त विभाग भी उन्हीं के पास था, बजट पर चर्चा और बहस का जवाब उन्हीं को देना था, बजट उन्हीं को पारित करवाना था."


 




हरीश रावत ने कहा, "सब हबड़-तबड़ में बजट भी पारित हुआ और त्रिवेंद्र सिंह जी की विदाई भी हो गई और उतने भले ही आदमी तीरथ रावत जी मुख्यमंत्री बने. तीरथ सिंह जी की स्थिति कुछ उनके बयानों ने, और जितनी रही-सही कसर थी, वो बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा उनके चुनाव लड़ने के प्रश्न पर निर्णय न लेने कारण हास्यास्पद बन गई, वो मजाक के पात्र बनकर के रह गए."


चार महीने में दूसरी बार बदला जाएगा मुख्यमंत्री 


उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया, "लोग कह रहे हैं कि हमारे मुख्यमंत्री को जब इसी बात ज्ञान नहीं था कि उनको कब चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचना है तो, ये व्यक्ति हमारा क्या कल्याण करेगा!"


बता दें कि उत्तराखंड में चार महीने में दूसरी बार मुख्यमंत्री बदला जाएगा. अगले साल जनवरी में विधानसभा चुनाव का ऐलान होगा. विधानसभा चुनाव से छह महीने पहले उप-चुनाव नहीं कराए जा सकते, इसलिए रावत का इस्तीफा बड़ी वजह बन रही है. तीरथ सिंह रावत अभी किसी सदन के सदस्य नहीं हैं. सीएम बने रहने के लिए छह महीने के भीतर सदस्य बनना होता है. तीरथ सिंह रावत 10 मार्च 2021 को मुख्यमंत्री बनाए गए थे.


इसे भी पढ़ेंः
उत्तराखंड में 4 महीने में दूसरी बार नेतृत्व परिवर्तन, तीरथ सिंह रावत ने भेजा इस्तीफा, मुख्यमंत्री रेस में इन 4 नामों की चर्चा


उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत ने BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेजा इस्तीफा, गवर्नर से मांगा मिलने का वक्त