उत्तर प्रदेश स्थित हाथरस में मंगलवार को सत्संग के दौरान मचे भगदड़ के खलनायक और 121 लोगों की मौत के जिम्मेदार माने जा रहे नारायण साकार हरि ने एक चिट्ठी जारी कर पहला बयान दिया है. अंग्रेजी में जारी एक बयान में बाबा की ओर से कहा गया हम, मृतकों के परिवारों प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और ईश्वर से घायलों की शीघ्र ठीक होने की प्रार्थना करते हैं.


बयान में बाबा ने कहा- हमारी ओर से डॉ. ए पी सिंह सीनियर एडवोकेट, सुप्रीम कोर्ट को अधिकृत किया जा रहा है ताकि समागम / सत्संग के बाद कुछ विरोधी सामाजिक तत्वों द्वारा भगदड़ मचाने के संदर्भ में उचित कार्रवाई की जा सके.


बाबा के सुरक्षाकर्मियों का था कोडवर्ड
इन सबके बीच दावा किया जा रहा है कि बाबा की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों को नाम का कोड वर्ड दिया गया था. गुलाबी ड्रेस वाले सेवादार नारायणी सेना के नाम से जाने जाते थे.


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ब्लैक कमांडो जो काफिले के साथ चलते थे उन्हें गरुण योद्धा कहा जाता था. सर पर टोपी लगाने वाले और ब्राउन ड्रेस पहनने वाले को हरी वाहक नाम दिया गया था. 


ब्लैक कमांडो यानी गरुण योद्धा 20-20 की टुकड़ी में होते थे. गुलाबी ड्रेस वाले नारायणी सेना 50 -50 की टुकड़ी में होते थे. हरि वाहक यानी टोपी और ब्राउन ड्रेस वाले 25-25 की टुकड़ी मे होते थे.


उधर, सीएम योगी ने बुधवार को हाथरस का दौरा किया और अस्पताल में पीड़ितों से मुलाकात की. इसके बाद एक सीएम घटनास्थल पर भी गए और निरीक्षण किया. पीड़ितों से मिलने और निरीक्षण के बाद सीएम ने हादसे की जांच ज्यूडिशियल कमेटी से कराने का ऐलान किया. उन्होंने यह भी संकेत दिए कि इस घटना में साजिश की भी आशंका है. सीएम ने अधिकारियों से इस हादसे में रिपोर्ट भी तलब की है.