Hathras News: हाथरस में इंजीनियरिंग के छात्र ने रची खुद के अपहरण की साजिश, सामने आई चौंकाने वाली वजह, ऐसे खुली पोल
Hathras Kidnapping: खबर के मुताबिक आरोपी छात्र ऑनलाइन गेम खेलता था, जिसकी वजह से उस पर कर्जा बढ़ता गया जिसके बाद उसने घरवालों से पैसे मांगने के लिए अपने अपहरण की साजिश रची.
Hathras Crime News: यूपी के हाथरस (Hathras) में इंजीनियरिंग के एक छात्र ने जुए में हारे पैसे चुकाने के लिए अपने साथी के साथ मिलकर अपने अपहरण की साजिश रची और घरवालों से फिरौती भी मांग ली. छात्र ऑनलाइन गेम (Online Game) खेलता था, जिसके लिए उसने अपने जानने वालों से ब्याज पर पैसा लिया था, लेकिन देखते ही देखते हुए उसका कर्जा बढ़ता गया जिसके बाद उसने घरवालों से पैसे जुटाने के लिए अपने अपहरण की पूरी कहानी रची. लेकिन पुलिस व स्वाट टीम ने मिलकर इस पूरी कहानी का पर्दाफाश कर दिया.
अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह ने अपहरण की इस पूरी कहानी का पर्दाफाश करते हुए बताया कि हाथरस गेट पुलिस ने स्वाट टीम के साथ मिल कर अपहरण की साजिश करने वाले छात्र और उसके साथी दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक साकेत कॉलोनी में रहने वाले अशोक कुमार सिंह ने अपने 25 वर्षीय बेटे दुष्यंत सिंह के अपहरण की शिकायत हाथरस गेट कोतवाली में कराई थी. जो गाजियाबाद के सुंदर दीप इंजीनियरिंग कॉलेज में अंतिम वर्ष का छात्र था.
इंजीनियरिंग के छात्र ने रची अपहरण की साजिश
शिकायत के मुताबिक दुष्यंत 15 अप्रैल को घर से गाजियाबाद गया था लेकिन फिर गायब हो गया. जिसके बाद उसके मोबाइल से शाम चार बजे फिरौती की मांग की गई. जिसके बाद परिजनों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी. अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा परिजनों की तहरीर पर हाथरस गेट पुलिस व स्वाट टीम ने सर्विलांस टीम की मदद ली, जिसके बाद पुलिस ने इस पूरे मामले में आरोपी दुष्यंत और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया.
अपने अपहरण की कहानी रचने वाले आरोपी दुष्यंत ने बताया कि करीब दो- ढाई महीने पहले उसने इंटरनेट पर फैंटेसी गेम खेलना शुरू किया था, जिसमें वो काफी रुपये हार गया. उसने अपने दोस्त आशीष से ब्याज पर पैसे लिए लेकिन लगातार पैसा हारने की वजह से वो कर्जे में दब गया था. जिसके बाद उसने घरवालों से फिरौती की योजना बनाई. घटना के दिन वो अपने पिता के साथ मूल गांव कौमरी थाना सासनी से निकाल और फिर रास्ते में अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया और फिर फिरौती की मांग की. अगले दिन 15 अप्रैल को वो अपने दोस्त भानु प्रताप के पास मथुरा पहुंचा और उसे पूरी बात बताई. घरवालों को अपहरण का यकीन दिलाने के लिए उसने झाड़ियों के पास लेटकर फोटो खिंचाई और व्हाट्सएप पर कॉल व मैसेज कर फिरौती मांगी.
परिजनों ने फिरौती की रकम भी वसूली
बेटे की फोटो देखकर वो डर गए और फिर उन्होंने दो बार 5-5 हजार रुपये और एक बार 4 हजार रुपये ऑनलाइन गेम के माध्यम से दिये गये बैंक अकांउट नंबर डलवाए और इस का स्क्रीन शाट मंगाकर ऑनलाइन खाताधारक को भेजकर अपने अन्य खाते में डालकर पैसे निकाल लिए. इसके बाद उसने परिजनों से और पैसे देने का कहा और कहा कि अगर वो पैसे नहीं देंगे तो अपरहणकर्ता उसे मार देंगे.
इस बीच दुष्यंत कभी एक जगह नहीं रुकता था. होटल में रुकने का खर्चा ज्यादा आता था इसलिए उसने सोचना कि चंडीगढ़ से दिल्ली का किराया सिर्फ 300 रुपये है, ऐसे में वो रात को दिल्ली से चंडीगढ़ की यात्रा करता था. इस तरह उसकी एक रात कट जाया करती थी. इस बीच पुलिस मामले की जांच करते हुए युवक के साथी भानु प्रताप तक पहुंच गई और फिर दुष्यंत को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
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