Hathras News: पैराशूट हादसे में शहीद हुए कमांडो हरवीर सिंह, पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, नम आंखों से दी गई विदाई
UP News: हाथरस के रहने वाले कमांडो हरवीर सिंह एलएसी लद्दाख में युद्धाभ्यास के दौरान पैराशूट न खुलने से शहीद हो गए. जिसके बाद पार्थिव शरीर देख मां और पत्नी का रो–रो कर बुरा हाल है.
Hathras News: पाकिस्तान से सर्जिकल स्ट्राइक में अपने शहीदों का बदला लेने वाला हाथरस (Hathras) का लाल देश के लिए शहीद हो गया. शहीद हरवीर सिंह (Harvir Singh) का पार्थिव शरीर आते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई. पार्थिव शरीर आने के बाद हज़ारों की भीड़ देश के नारे लगाकर शहीद के लिए नतमस्तक हो गई. हालांकि देश को शहीद हुए बेटे पर गर्व था, तो उसके जाने का गम आंखों से झलक ही गया. साथ ही पार्थिव शरीर देख मां और पत्नी का रो–रो कर बुरा हाल है. शहीद का अंतिम संस्कार राष्ट्रीय गार्ड ऑफ ऑनर के साथ किया गया.
पैराशूट हादसे में शहीद हुए कंमाडर हरवीर सिंह
हाथरस के सादाबाद क्षेत्र के गांव खेड़ा बरामई के रहने वाले कमांडो हरवीर सिंह एलएसी लद्दाख में युद्धाभ्यास के दौरान पैराशूट न खुलने से शहीद हो गए. बता दें कि लद्दाख एलसी पर जब युद्ध अभ्यास किया जा रहा था. इस अभ्यास के दौरान हरवीर सिंह हेलीकॉप्टर से छलांग लगाकर नीचे कूद गए. उन्होंने अपना पैराशूट खोला मगर वो नहीं खुला जिसके चलते कमांडो शहीद हो गए. इस हादसे की सूचना मिलते ही परिजन सदमे में आ गए, सारे गांव में मातम छा गया. शहीद कमांडो हरवीर का शव सम्मान के साथ गाड़ी से गांव लाया गया.
नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई
कमांडों के पार्थिव शरीर आने की सूचना मिलते ही गांव ही नही आसपास रहने वाले हजारों लोग शहीद को नमन करने आ गए. एलएसी लद्दाख में युद्ध अभ्यास में शहीद हुए कमांडों का अंतिम संस्कार गार्ड ऑफ ऑनर दे कर किया गया. अंतिम संस्कार में शामिल हज़ारों को गर्व था. पर सभी की आंखे नम थी और होठों पर इंकलाब जिंदाबाद के नारे लग रहे थे. हाथरस की सादाबाद के लाल ने 2019 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान सेना के छक्के छुड़ा दिए थे. कमांडो हरवीर सिंह को वीरता के लिए स्वतंत्रता दिवस पर सेना मेडल से नवाजा गया था. शहीद हरवीर का चयन 22 राज राइफल्स में 2002 में हुआ था. देश के लिए हर पल अपनी जान न्यौछावर करने वाले शहीद के लिए आज सबकी आंखे नम हैं.
ये भी पढ़ें:-