Hathras Satsang Stampede: यूपी के हाथरस में कल भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई थी. इसमें 116 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल बताया जा रहे हैं . ये हादसा हाथरस जिसे के 47 किलोमीटर दूर फुलराई गांव में हुआ. अब यूपी पुलिस ने बाबा नारायण साकार हरि के क्रोनोलॉजी को बताई है. 


पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार बिछुआ के आश्रम से बाबा साढ़े 10 बजे निकला और 80 किलोमीटर का सफर कर सत्संग स्थल पहुंचा. बाबा के काफिले में कुल 17 गाड़ियां थीं. 12 बजे बाबा मंच पर पहुंचें. हर बार की तरह मंच से 'संपूर्ण ब्रह्मांड में सदा-सदा के लिए जय-जयकार हो' का उद्घोष किया.


बाबा करते हैं हम कमेटी से संपर्क 


बाबा के सामने बैठी भीड़ ने हाथ उठाकर यही लाइन दोहराई. इसके बाद बाबा ने सत्संग शुरू किया गया. कल यानी मंगलवार (2 जुलाई) को 1 बजकर 20 मिनट पर सत्संग खत्म हो गया. सत्संग के लिए बाबा जहां भी होते हैं वहां की 'हम कमेटी' से संपर्क करना होता है, जब बाबा का समय मिल जाता है तो जिस जगह सत्संग होना होता है. वहां भी 'हम कमेटी' का गठन किया जाता है.


हम कमेटी उठाती है सत्संग का खर्चा 


बाबा के सत्संग का पूरा खर्चा 'हम कमेटी' ही उठाती है. सत्संग के लिए बाहर से चंदा लेने की मनाही होती है. उस कमेटी में 10 से ज्यादा लोग भी हो सकते हैं. अंतिम बार बाबा उस कमेटी से मिलते हैं. इसके बाद सत्संग को शुरू किया जाता है. सत्संग से पहले बाबा को कुछ भी जानकारी लेनी होती है तो वह सबसे पहले हम कमेटी के मेंमर से मुलाकात करते हैं फिर सत्संग की शुरुआत करते हैं. 


बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़


बता दें कि फुलराई गांव में भोले बाबा के सत्संग का कार्यक्रम चल रहा था, जैसे ही सत्संग खत्म हुआ लोगों ने भागना शुरू दिया, जिसेसे भगदड़ मच गई और ये हादसा हो गया. हाथरस में मंगलवार दोपहर मची चीख पुकार और परिजनों की तलाश देर रात तक खत्म नहीं हुई थी. मौके पर प्रशासनिक अमला तैनात था और कई बड़े अफसर जिले में मौजूद थे.


नारायण साकार हरि ने दी प्रतिक्रिया 


बाबा नारायण साकार हरि ने हाथरस में हुए हादसे को लेकर एक चिट्ठी जारी कर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है. अंग्रेजी में जारी एक बयान में बाबा की ओर से कहा गया, हम मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और ईश्वर से घायलों की शीघ्र ठीक होने की प्रार्थना करते हैं.


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