पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के चार सदस्य अतीकुर्रहमान, सिद्दीक, मसूद अहमद और आलम हाथरस में दंगा फैलाने की साजिश रचने और राजद्रोह के आरोप में मथुरा जेल में बंद हैं. चारों आरोपियों में से तीन आरोपी मसूद अहमद, आलम और अतीकुर्रहमान ने न्यायालय में बेल के लिए अर्जी लगाई थी. जिसमें कोर्ट ने आलम और मसूद अहमद की सुनवाई की तारीख 4 नवंबर यानी आज दी थी, और अतीकुर्रहमान की सुनवाई की तारीख  6 नवंबर तय की थी.


दोनों आरोपियों की बेल कल के लिए टाली गई


एसटीएफ ने भी चारों आरोपियों से पूछताछ के लिए सिविल कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था. पीएफआई के 2 सदस्य मसूद अहमद और आलम की बेल पर आज अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश- 10, में सुनवाई हुई. सरकारी अधिवक्ता नरेंद्र कुमार और आरोपियों के वकील मधुबन तत्व चतुर्वेदी ने बताया कि दोनों की बेल कल के लिए टाल दी गई है. कोर्ट कल यानी गुरुवार को मसूद अहमद और आलम की बेल पर सुनवाई करेगी.


आज रिमांड वाले प्रार्थना पत्र पर कोर्ट सुनाएगी फैसला


गौरतलब है कि कोर्ट के पास आज केस की सीडी नहीं पहुंची, क्योंकि सिविल कोर्ट में एसटीएफ ने चारों आरोपियों को रिमांड पर लेने के लिए प्रार्थना पत्र दिया है. सिविल कोर्ट में आज सुनवाई के बाद रिमांड वाले प्रार्थना पत्र पर फैसला सुनाया जाएगा, इसके बाद आज ही केस की सीडी अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश -10 के कोर्ट पहुंच जाएगी और फिर मसूद अहमद और आलम की बेल पर कोर्ट में कल  सुनवाई होगी.


अक्टूबर में किए गए थे गिरफ्तार


बता दें कि मथुरा जनपद के मांट टोल प्लाजा पर हाथरस में सांप्रदायिक हिंसा फैलाने की साजिश रचने व राजद्रोह के आरोप में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के चार सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पुलिस ने इनके पास से लैपटॉप, मोबाइल, जस्टिर फॉर हाथरस पैम्फलेट्स भी बरामद किए थे. पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों अतीकुर्रहमान, आलम, सिद्दकी, और मसूद के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां अधिनियम के तहत केस दर्ज कर सलाखों के पीछे भेज दिया था.


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