UP Assembly Election 2022: अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित हाथरस सदर सीट के लिए बीजेपी द्वारा घोषित प्रत्याशी अंजुला माहौर का उनकी ही पार्टी के जिम्मेदार लोग खुलकर विरोध कर रहे हैं. क्षेत्रीय जनता की मांग की आड़ लेकर हो रहे इस विरोध में पार्टी के पूर्व विधायक, सांसद और टिकट की लाइन में लगे पदाधिकारी कार्यकर्ता आदि शामिल हैं. ये लोग अंजुला माहौर मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैं और पार्टी हाईकमान से बाहरी प्रत्याशी को बदलने की मांग कर रहे हैं.
कौन कौन लोग कर रहे विरोध
बता दें कि बीजेपी ने हाथरस सदर सीट के विधायक हरिशंकर माहौर का टिकट काटकर आगरा की पूर्व मेयर अंजुला माहौर को प्रत्याशी बनाया है. प्रत्याशी बनाते ही हाथरस में उनका विरोध हो रहा है. विरोध की इस कड़ी में आज पार्टी के जिम्मेदार पदाधिकारी और कार्यकर्ता जिनमें पूर्व विधायक और सांसद भी शामिल थे एक जगह विशेष पर मंत्रणा करते और विरोध करते दिखाई दिए. विरोध करने वाले लोगों में रामवीर सिंह, प्रेम बिहारी चटर्जी, बासुदेव माहोर, पूर्व विधायक और सांसद बंगाली सिंह, पूर्व सांसद राजेश दिवाकर आदि शामिल थे.
विरोध की बता रहे ये वजह
सबने एक सुर से पार्टी के बाहरी प्रत्याशी को थोपने के निर्णय से असहमत होते हुए खुला विरोध किया और अपने-अपने तरीके से अपनी बात कही है. साथ ही एक गंभीर आपत्ति यह कहकर दर्ज कराई है कि अंजुला माहौर अनुसूचित जाति के कोरी समाज से ताल्लुक नहीं रखती हैं. वह फर्जी रूप से कोरी हैं. पूर्व सांसद बंगाली सिंह ने तो यह भी कहा कि यहां से सांसद अलीगढ़ जिले के हैं ऐसे में क्षेत्रीय जनता बाहरी एमएलए को स्वीकार करने को तैयार नहीं है. जनता स्थानीय प्रत्याशी की मांग कर रही है. उनका यह भी कहना है कि प्रत्याशी को बदलवाने के प्रयास अंतिम क्षणों तक जारी रखेंगे. यही नहीं इन नेताओं ने अपने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लिखित रूप से आपत्ति भरा पत्र भी भेजा है.
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