Hathras Stampede: करोड़ों की संपत्ति... शाही साम्राज्य, अखिर कहां से आता है भोले बाबा के पास इतना पैसा, वकील ने किया खुलासा
Hathras Stampede:हाथरस हादसे पर जब बाबा की संपत्तियों के बारे में उनके वकील से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनका कोई संपत्ति नहीं है.एपी सिंह ने यह भी बताया कि सेवादार पीड़ितों की मदद में लगे हुए है.
Hathras Stampede: हाथरस जिले के फुलरई गांव में दो जुलाई को नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में अब तक कुल 121 लोगों की मौत हो गई है. वहीं कई घायलों का अस्पतालों में इलाज जारी है. घायल हुए लोगों में अधिकतर महिलाएं है. हादसे के बाद से अब बाबा की संपत्तियों को लेकर कई सवाल उठ रहे है. बाबा के वकील एपी सिंह ने एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान कई बातों का खुलासा किया.
बाबा के वकील एपी सिंह से जब बाबा की संपत्ति से जुड़े सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा कि बाबा के नाम अभी तक कोई आश्रम व ट्रस्ट नहीं है.वो किसी ट्रस्ट में ट्रस्टी नहीं है. उनके बैंक बैलेंस में यूपी पुलिस की वीआरएस की पेंशन आती है. उसी से अपना जीवन चलाते है. उन्होंने यह भी कहा है कि अगर कोई किसी आश्रम या ट्रस्ट में जाता है तो वह उसका थोड़ी हो जाता है.
क्या बोले बाबा नारायण साकार हरि
हाथरस हादसे के चार दिन बीत जाने के बाद आखिरकार बाबा मीडिया के सामने आ ही गए. बाबा सूरजपाल ने कहा है कि 2 जुलाई की घटना के बाद मैं बहुत दुखी हूं. भगवान हमें यह दर्द सहने की शक्ति दे. लोगों को सरकार एवं प्रशासन पर विश्वास बनाए रखें. मुझे विश्वास है कि अराजकता फैलाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. बाबा ने आगे कहा कि मैंने अपने वकील एपी सिंह के माध्यम से समिति के सदस्यों से शोक संतप्त परिवारों और घायलों के साथ खड़े रहने और जीवन भर उनकी मदद करने का अनुरोध किया है.
क्या बोले हाथरस के एसपी निपुण अग्रवाल
हाथरस में हुई भगदड़ की घटना के मामले में हाथरस एसपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि मुख्य आरोपी और कार्यक्रम के आयोजक देव प्रकाश मधुकर और 2 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इससे पहले 6 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था. पूछताछ में यह भी पता चला है कि कुछ समय पूर्व कुछ राजनीति दलों द्वारा इन्हें संपर्क किया गया था. फंड इकट्ठा करने के संबंध में गहनता से जांच की जा रही है कि कहीं किसी तरह के कार्यक्रम में इनके संसाधन किसी राजनीतिक पार्टी के द्वारा पोषित तो नहीं किए जा रहे हैं. अब तक की पूछताछ से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कोई राजनीतिक दल अपने राजनीतिक और निजी स्वार्थ के लिए इनसे जुड़ रहा है.
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