Hathras Stampede: हाथरस हादसे के बाद पहली बार उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल हाथरस पहुंची थी. वहां उन्होंने हाथरस में हुई घटना को लेकर शोक भी जताया. आनंदीबेन पटेल ने वहां लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आप जानते है कि हाल ही में हाथरस में एक घटना हुई है. घटना में जिन लोगों ने जान गंवाई है. मैं उनको श्रद्धांजलि देती हूं.  मेरा मानना है कि हमें लोगों के सामने ऐसी बात नहीं करनी चाहिए, जिसकी वजह से ऐसे हादसे हो. 


राज्यपाल ने यह भी कहा कि जब कोई यह कहता है कि मेरी चरणरज ले लो और इसे अपने माथे से लगाओ, तो तुम्हारे सारे दुख और दर्द दूर हो जाएंगे क्या वास्तव में ऐसा होता है. अंधश्रद्धा बढ़ाना और लोगों के सामने ऐसी बातें कहना यह भी एक गुनाह है और मेरा मानना है कि ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी सजा होना चाहिए. 


हादसे को लेकर क्या बोले भोले बाबा
हाथरस की घटना पर नारायण हरि सरकार ने कहा कि वो बहुत अवसाद में हैं. उन्होंने ये भी कहा कि होनी को कौन टाल सकता है. बाबा ने यह भी कहा कि हम 2 जुलाई की घटना के बाद से बहुत ही अवसाद से ग्रसित हैं. लेकिन होनी को कौन टाल सकता है.जो आया है उसे एक दिन जाना ही है. भले कोई आगे पीछे हो. आपको बता दें कि 2 जुलाई को हाथरस सत्संग में हुए हादसे में 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी. 


एसआईटी ने बाबा को दी क्लीन चिट
हाथरस हादसे पर गठित एसआईटी ने अपनी पूरी रिपोर्ट में नारायण साकार हरि का कहीं जिक्र तक नहीं किया है. रिपोर्ट में हाथरस हादसे के लिए कार्यक्रम आयोजक मुख्य जिम्मेदार, स्थानीय प्रशासन की जवाबदेही भी तय की गई है. दो सदस्यीय जांच समिति ने जांच रिपोर्ट सौंपी और कहा कि साजिश से इंकार नहीं है. ऐसे में गहन जांच की जरूरत है. रिपोर्ट में कहा गया कि हाथरस हादसा आयोजकों की लापरवाही से हुआ. भीड़ को आमंत्रण देकर पर्याप्त इंतजाम नहीं किया गया.


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