Rahul Gandhi Hathras Visit LIVE: हाथरस पीड़ितों से मिलकर राहुल गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से की ये मांग, प्रशासन पर लगाए आरोप
Rahul Gandhi Hathras Visit Live Updates: हाथरस में एक सत्संग कार्यक्रम के समापन के दौरान भगदड़ मच गई जिसमें अभी तक 123 ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. यहां पढ़ें लाइव अपडेट्स
हाथरस मामले पर CM से उनके आवास पर मिले DGP CS
पाँच कालिदास पर DGP प्रशांत कुमार और Chief Sec. मनोज कुमार सिंह
CM से मिलकर हाथरस मामले पर रिपोर्ट सौंपी
हाथरस मामले की रिपोर्ट CM तक पहुँची
हाथरस मामले की 15 पेज की विस्तृत रिपोर्ट दी गई
अलीगढ़ के थाना अकराबाद क्षेत्र के पिलखना में हाथरस के सिकंदराराउ में सत्संग के दौरान हुई चार मौत को लेकर राहुल गांधी के द्वारा एक ही गांव के दो परिवारों से मुलाकात की और उनको सांत्वना दी, जिसको लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, राहुल गांधी के आने को लेकर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारी के द्वारा मौजूदा सरकार व प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं बातचीत के दौरान उनके द्वारा बाबा को तत्काल गिरफ्तार करने की भी मांग रखी है, मृतकों की पारिवारिजनों से जब बातचीत की गई तो उनके द्वारा बताया गया जिस तरह की घटना हुई है इसके पीछे आरोपी बाबा की तत्काल गिरफ्तारी होना अति आवश्यक है इतने लोग मौत के आगोश में समा गए लेकिन अब तक बाबा गिरफ्तार नहीं हुआ जिसको लेकर उनके द्वारा आरोपी बाबा की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है मृतक के परिवारीजनों को राहुल गांधी के द्वारा आश्वासन देते हुए पूरे मामले को संसद में उठाने की बात कहि है अब देखना होगा आरोपी बाबा को कब तक हिरासत में लिया जाएगा,
राहुल के दौर पर केंद्रीय मंत्री एस पी सिंह बघेल ने कहा कि यह वक्त आरोप प्रत्यारोप का नहीं बल्कि संवेदना व्यक्त करने का और पीड़ितों तक मुआवजा पहचानेे का है. प्रदेश की योगी सरकार इस ओर लगातार काम कर रही है और पीड़ितों तक मुआवजा पहुंच भी चुका है. राहुल गांधी को यहां से 100 किलोमीटर दूर की भौगोलिक स्थिति भी नहीं पता वह सिर्फ राजनीतिक बयान बाजी कर सकते हैं जबकि मैं घटना के कुछ घंटे बाद ही पीड़ित परिवारों से मिलकर उनको मुआवजा की चेक भी दे चुका हूं. बाबा की गिरफ्तारी के सवाल पर कहा कि कानून अपना काम कर रहा है कोई भी दोषी बक्शा नहीं जाएगा
राहुल गांधी ने कहा कि प्रशासन की कमी है. लपारवाही हुई है. परिवार वालों ने कहा प्रशासन की कमी है. मुवाआजा मिलना चाहिये. यूपी के चीफ मिनिस्टर से कहना चाहता हूं दिल खोलकर मुवाआजा देना चाहिये. दुख की बात है काफी लोगों की मुत्यु हुई है. काफी नुकसान हुआ है.
हाथरस और अलीगढ़ में पीड़ितों से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने परिवार बहुत दुःख में हैं. ऐसी स्थिति में मैं उनकी सिचुएशन समझने की कोशिश कर रहा हूं. राहुल ने सीएम योगी से अपील की है कि पीड़ितों को ज्यादा से ज्यादा मुआवजा मिले.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने 2 जुलाई को हाथरस में हुई भगदड़ के पीड़ितों से मुलाकात की
एडीजी आगरा व अलीगढ़ कमिश्नर के नेतृत्व में हुई जांच में डीएम-एसएसपी सहित 100 लोगों के बयान हुए हैं. दो जुलाई की दोपहर हुए इस हादसे के बाद ही मुख्यमंत्री स्तर से एसआईटी जांच का आदेश जारी किया गया. एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ व मंडलायुक्त चैत्रा वी को एसआईटी का जिम्मा देते हुए 24 घंटे में रिपोर्ट तलब की. जिसमें सबसे बड़ा सवाल हादसे के मूल कारण और लापरवाही व अनदेखियों को उजागर करना था. हालांकि यह रिपोर्ट बुधवार को ही देनी थी. मगर राहत व बचाव कार्य जारी रहने और बुधवार को मुख्यमंत्री के आने के कारण जांच पूरी नहीं हो सकी. इसके चलते अधिकारियों ने जाँच पूरी करने के लिए तीन दिन का समय मांग लिया था. जिनके बयान लिए गए हैं उनमें घटनास्थल पर तैनात पुलिस व अन्य सभी विभागों के कर्मचारी-अधिकारी, प्रारंभिक सूचना वाले कर्मी, एंबुलेंस कर्मी, डॉक्टर, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर, किसान, चश्मदीद, घायल, तहसील व जिला स्तर के अधिकारी, डीएम-एसपी आदि तमाम लोग शामिल हैं.
राहुल गांधी अलीगढ़ के बाद हाथरस भगदड़ कांड के चार पीड़ित परिवारों से मिलेंगे.राहुल गांधी मृतक मुन्नी देवी और आशा देवी के साथ घायल माया देवी के परिवार से मिलेंगे ये सभी हाथरस के नवीपुर खुर्द की रहने वाली हैं. माया देवी घायल हुई वो जिला अस्पताल में admit है उनके परिजनों को भी बुलाया गया है. ओमवती जिनकी मौत हुई है उनके परिवार के लोगों से भी मिलेंगे उनके परिजनों को भी नवीपुर खुर्द के ग्रीन पार्क में बुलाया गया है हालाँकि ये हाथरस शहर के दूसरे इलाक़े की है घटना में हाथरस ज़िले के बीस और शहर के दस लोग मरने वालों में शामिल.
हाथरस में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के दौरे से पहले एक शोकाकुल परिवार के सदस्य ने बताया, "मेरी पत्नी और दो बेटियां वहां सत्संग में गई थीं... मेरी छोटी बेटी ने मेरी बड़ी बेटी की गोद में अंतिम सांस ली, क्योंकि वे दोनों भीड़ में फंस गई थीं. वह (राहुल गांधी) आ रहे हैं, जो भी पूछेंगे, बता देंगे. कई लोग घर आए और हमसे सहानुभूति जताई..."
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी हाथरस भगदड़ के पीड़ितों से मिलने के बाद अलीगढ़ से रवाना हुए. अब वह हाथरस जाएंगे.
पीड़ित ने कहा कि वो समझा रहे थे कि हम पार्टी के माध्यम से मदद करेंगे. अभी ये नहीं कहा कि क्या मदद करेंगे लेकिन कहा कि हम पूरी मदद करेंगे.पीड़ित परिवार के सदस्य ने कहा कि राहुल ने हमसे पूछा कि क्या हुआ, कैसे हुआ... पीड़ित परिवार ने दावा किया कि जब घटना हुई तब मौके पर प्रशासन नहीं था.
लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के दौरे के बाद, एक शोक संतप्त परिवार के सदस्य ने कहा, "उन्होंने हमसे कहा कि वह पार्टी की मदद से हमारी मदद करेंगे... उन्होंने हमसे पूछा कि सब कुछ कैसे हुआ..."
कांग्रेस ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि आज नेता विपक्ष राहुल गांधी ने हाथरस हादसे के पीड़ित परिवारों से मिलकर उन्हें ढाढस बंधाया और हिम्मत दी. हाथरस में भगदड़ से 100 से ज्यादा लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और कई लोग घायल हैं.
पीड़ित परिवार ने कहा कि राहुल गांधी ने कहा आपके परिवार की मदद पार्टी के द्वारा की जाएगी. राहुल गांधी ने मदद की बात की है.
हाथरस के सिकंदरा राउ क्षेत्र के नेशनल हाईवे स्थित साकार विश्व हरि भोले बाबा के सत्संग हादसे में लगभग 123 मृतक तथा काफी संख्या में घायल होने की सूचना पर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के दिशा निर्देश पर बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल जन प्रतिनिधियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे जहां उन्होंने घटना का जायजा लेते हुए अलीगढ़ के थाना अकराबाद क्षेत्र के कस्वा पिलखना में मृतकों के परिजनों को सांत्वना देने के बाद घायलों से मिले.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी हाथरस भगदड़ के पीड़ित परिवारों से मिलने अलीगढ़ के पिलखना गांव पहुंचे.
राहुल गांधी अलीगढ़ के पिलखना गांव पहुंच गए हैं. यहां वह पीड़ित परिजनों से मुलाकात करेंगे. पिलखना के 4 लोगों की भगदड़ में मौत हुई है. जिस परिवार से राहुल की मुलाकात कर रहे हैं वहां की 2 महिलाएं मारी गईं हैं.
हाथरस भगदड़ मामले में मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर इस भयावह घटना के बाद से घर नहीं लौटा है और उसके परिवार के सदस्यों का भी अता-पता नहीं है. भगदड़ की घटना में 121 लोग मारे गए थे. पड़ोसियों का कहना है कि मधुकर कनिष्ठ अभियंता के रूप में काम करता था और नारायण साकार हरि एवं भोले बाबा के नाम से जाने जाने वाले सूरजपाल का कट्टर अनुयायी भी था.
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भगदड़ प्रभावित हाथरस के लिए रवाना हुए. वह भगदड़ से प्रभावित परिवारों से मिलेंगे, जिसमें 123 लोगों की जान चली गई.
हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति बृजेश कुमार श्रीवास्तव को हाथरस हादसे की न्यायिक जांच के लिए गठित आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है. उन्होंने कहा है कि आयोग ने अपने काम की शुरुआत गुरुवार से कर दी है. उन्होंने कहा कि आयोग को जांच के लिए जो भी समय मिला है, उसमें हम जांच को खत्म करने की कोशिश करेंगे. हम मौके पर गए नहीं हैं, हम एक-दो दिन में हाथरस जाएंगे. आयोग को जो काम मिला है, उसके तहत वे तथ्य जुटाएंगे.
हाथरस में हुई भगदड़ की घटना में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है. जिनमें कुल 2 पुरुष, 112 महिला और 6 बच्चे व 1 बच्ची शामिल है. 2 जुलाई को हाथरस के पुलिस थाना सिकंद्राराऊ के ग्राम फुलरई मुगलगढी को एक बेहद दुखद घटना सूरज पाल उर्फ नारायण साकार हरि (भोले बाबा) के सत्संग कार्यक्रम में घटित हुई. यहां पर भगदड़ मचने से अबतक 121 लोगों की मौत हो गई व कई लोग घायल हो गए.
हाथरस हादसे मे भोले बाबा क़े सत्संग कार्यक्रम मे भगदड़ से हुई 121 श्रद्धालुओं की मौत के मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इस मामले को देखने को लगाए गए बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कड़ी कार्रवाई क़े संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश क़े मुख्यमंत्री और गृह मंत्री स्वयं इस विषय को अपने संज्ञान में लेकर देख रहे हैं. उन्होंने कहा बड़ी बारीकी से इस मामले की जांच की जा रही है. इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि मृतकों क़े परिजनों को दो-दो लाख रुपये केंद्र व राज्य सरकार द्वारा (कुल चार लाख रुपये )की आर्थिक सहायता दी गई है. भविष्य मे इस तरह की कोई घटना न हो, हम सब लोग सजग रहे.
वहीं भोले बाबा पर एफआईआर और कार्रवाई करने के सवाल पर कहा कि इस बारे मे अभी कुछ भी कहना बहुत जल्द होगा. हम सब लोग कार्रवाई कर रहे हैं, इसकी जांच चल रही है जांच क़े अनुसार जो भी चीजें निकलकर आतीं हैं, इस दौरान कोई भी चीज हमारे संज्ञान में आती है तो उसमें हम लोग एक्शन लेंगे.
हाथरस हादसे को लेकर न्यायिक आयोग की बैठक खत्म हो चुकी है. इस बैठक के बाद न्यायमूर्ति बृजेश कुमार श्रीवास्तव (सेवानिवृत्त) ने कहा, "हमने अपनी रूपरेखा तय कर ली है कि हमें क्या करना है. समय कम है, इसलिए हमें तुरंत काम पर लग जाना है, हम बहुत जल्द वहां (हाथरस) जाएंगे."
हाथरस की घटना पर यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि यह भाजपा सरकार की नाकामी है. उत्तर प्रदेश के इतिहास में हाथरस की घटना सबसे बड़ी और भयावह घटना है. ये घटना सरकार के संज्ञान में 3-4 घंटे बाद आई. आप सोच सकते हैं कि किस प्रकार से जंगलराज चल रहा है. मृतकों के परिजनों को 1 करोड़ मुआवजा, परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी और घायलों को 25 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए. हाई कोर्ट के सिटिंग जज से न्यायिक जांच कराई जाए.
हाथरस कांड को लेकर लखनऊ में डालीबाग के नैमिषरण्य गेस्ट हाउस में चल रही न्यायिक आयोग की बैठक खत्म हो गई हैं. वहीं न्यायिक आयोग के अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस बृजेश श्रीवास्तव ने कहा हमें कैसे आगे बढ़ना है ये हम तय कर रहे हैं. आज की मीटिंग में कुछ औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं. हम दो-एक दिन के अंदर हाथरस जाएंगे, जांच के लिए आयोग जल्द ही हाथरस जाएगा. हमें अभी तक कोई दस्तावेज नहीं मिले हैं, जरूरत पड़ी तो हम मीडिया से भी मदद लेंगे. हम सच्चाई के रास्ते पर चलेंगे.
हाथरस हादसे में मृतक और घायलों के लिए मुआवजे की धनराशि मंजूर हो गई है. इस हादसे को लेकर मुख्यमंत्री कोष से 2 करोड़ 32 लाख रुपये जारी हुई हैं. अब जिलाधिकारियों के माध्यम से मृतकों और घायलों के घर चेक पहुंचाए जाएंगे.
समाजवादी छात्र सभा उत्तर प्रदेश ने हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ में हुई दर्दनाक मौतों से पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए लखनऊ में केडी सिंह स्टेडियम से लेकर बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तक कैंडिल मार्च निकाला और मृत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की. समाजवादी छात्र सभा द्वारा राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन में बताया गया कि भाजपा सरकार एवं प्रशासन की लापरवाही से यह घटना हुई. जब सरकार को पता था कि सत्संग में 50 हजार से एक लाख लोग उपस्थित होते हैं तो सरकार को सुचारू व्यवस्था करनी चाहिए थी जिसमें सरकारी तंत्र पूरी तरह से फेल रहा.
हाथरस हादसे को लेकर बाबा नारायण हरि उर्फ साकार विश्व हरि 'भोले बाबा' के वकील एपी सिंह ने कहा, "यह घटना दिल दहला देने वाली है और इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. हमारे अपने लोगों ने ही इस घटना को अंजाम दिया और उनके सामने ही उनके अपने लोगों की लाशें बिछ गईं. हम चाहते हैं कि न्याय मिले और इस अपराध को अंजाम देने वाले असामाजिक तत्वों को सजा मिले. हम चाहते हैं कि एसआईटी इसकी जांच करे और हमारे लोग इसमें सहयोग करेंगे."
1.राम लड़ैत यादव
2.उपेंद्र सिंह यादव
3.श्रीमती मंजू यादव
4.मंजू देवी यादव
5.मेघ सिंह
6.उमेश कुमार
लखनऊ में हाथरस कांड को लेकर नैमिषारण्य गेस्ट हाउस में 5 बजे बड़ी बैठक. जिसमें अपर प्रमुख सचिव गृह डीजीपी के अलावा न्यायिक आयोग के तीनों सदस्य रहेंगे मौजूद.
हाथरस भगदड़ पर कांग्रेस यूपी अध्यक्ष अजय राय ने कहा, "यह उत्तर प्रदेश के इतिहास की सबसे दुखद और बड़ी घटना है. अधिकांश पीड़ित गरीब परिवारों से थे, पर्याप्त सुविधाएं नहीं दी गईं. 80,000 की अनुमति मांगी गई थी लेकिन 2.5 लाख से अधिक लोग कार्यक्रम में पहुंचे. एडीजी ने कहा कि केवल 40 पुलिसकर्मी मौजूद थे. अस्पताल में भी उचित सुविधाएं उपलब्ध नहीं थीं. यूपी प्रशासन को घटना के बारे में 2-3 घंटे बाद पता चला. हम देख सकते हैं कि यूपी में किस तरह का जंगलराज चल रहा है. यूपी सरकार में अंदरूनी कलह चल रही है. जब मैं मौके पर पहुंचा तो सीएम वहां मौजूद थे और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक उनके साथ नहीं गए, वह सीएम के जाने के बाद मौके पर पहुंचे. इस अंदरूनी कलह के कारण पूरा प्रदेश पीड़ित है."
हाथरस हादसे को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक पुलिस जांच में सबसे बड़ा खुलासा हुआ है. सेवादारों ने घटना के वक्त वीडियो बना रहे लोगों से फोन छीने थे. बाबा के सेवादारों ने फोन छीनकर तोड़ दिए थे. बाबा के कार्यक्रमों में फोन ले जाने पर प्रतिबंध था. भगदड़ के दौरान बाबा के सेवादारों ने कार्यक्रम में आये लोगों को डंडों से मारा था. अभी तक घटना के वक्त हुई भगदड़ का वीडियो सामना नहीं आया है.
पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बाबा के ऊपर आगरा के थाने में मुकदमा निकाल कर सामने आया है सन 2000 में दर्ज हुआ था. अभी कितने और मुकदमे है इसके लिए जून लेवल पर हमारी टीम लगी हुई है.
हाथरस भगदड़ घटना पर अलीगढ़ IG शलभ माथुर ने बताया, "...अगर जरूरत पड़ेगी तो पूछताछ की जाएगी. FIR के अंदर उनका(नारायण साकार उर्फ भोले बाबा) नाम नहीं है. ज़िम्मेदारी आयोजक की होती है, आयोजक का नाम FIR में है. आयोजक पर 1 लाख रुपये का ईनाम भी घोषित किया गया है. उनके साथ जो सेवादार थे, जिन्होंने भीड़ को रोकने की कोशिश की. जो वहां से भाग गए, जिन्होंने पुलिस के साथ सहयोग नहीं किया. उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है."
हाथरस हादसे में 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जिसमें चार पुरुष, दो महिलाएं शामिल हैं.
राम लड़ैते पुत्र रहबारी सिंह यादव, मैनपुरी
उपेंद्र सिंह यादव पुत्र रामेश्वर सिंह, फिरोजाबाद
मेघसिंह पुत्र हुकुम सिंह, हाथरस
मुकेश कुमार पुत्र मोहर सिंह, हाथरस
मंजू यादव पत्नी सुशील कुमार, हाथरस
मंजू देवी पत्नी किशन कुमार यादव, हाथरस
हाथरस हादसे को लेकर पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, अलीगढ़ आईजी शलभ माथुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस हादसे में हुई भगदड़ में 112 महिलाओं की मौत हुई. इस हादसे को लेकर अभी तक 6 लोगों की गिरफ़्तारी हुई है.
हाथरस भगदड़ की घटना पर समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने कहा, "... दुर्घटनाएं हर जगह होती हैं. वे होती रहती हैं... सरकार मामले की जांच कर रही है. यह किसी की साजिश नहीं है जैसा कि कई लोगों ने कहा है."
हाथरस हादसे में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की ताबड़तोड़ दविश जारी है. एटा जनपद की स्पेशल औपरेशन ग्रुप की टीम भी हाथरस हादसे के आरोपियों की गिरफ्तारी में जुटी है. एसओजी प्रभारी श्रवण कुमार निगम के नेतृत्व में हाथरस हादसे के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई जगह छापेमारी की गई है.
हाथरस घटना पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, "इस घटना में बड़े पैमाने में जान गई इसका मुझे दु:ख है. ये कार्यक्रम पहली बार नहीं हुआ है ऐसे कार्यक्रम होते रहते हैं लेकिन दु:खद ये है कि ऐसी घटनी घटी. इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन और सरकार की रही. प्रशासन को हमेशा इस बात के लिए काम करना चाहिए कि कार्यक्रम अच्छे से संपन्न हो और सभी सुरक्षित आए और जाए. हमें उम्मीद है आने वाले समय में सरकार और प्रशासन इस बात का ध्यान रखेगी."
हाथरस जिला अस्पताल के सीएमएस सूर्य प्रकाश कहते हैं, "कल तक 9 मरीज थे. वर्तमान में 7 मरीज हैं. सभी मरीज स्थिर हैं. हमें केवल एक मरीज पर कुछ परीक्षण करने होंगे. सभी मरीज महिलाएं हैं ."
जब भीड़ बाबा के चरण रज पाने के लिए टूटी तो सेवादार ही हटा रहे थे. सेवादार लोगों को मोबाइल से वीडियो बनाने से मना कर रहे थे. सेवादार नहीं चाहते थे कि लाखों की भीड़ वीडियो में दिखे. केवल 80 हजार की अनुमति थी लेकिन भीड़ ढाई लाख के करीब थी.
पुलिस संख्या बल कम होने की वजह से पुलिसकर्मियों ने थोड़े विरोध के बाद बाबा के ब्लैक कमांडो की बात मान ली थी. यातायात से लेकर पंडाल और अन्य व्यवस्थाओं में बाबा के वॉलेंटियर्स ने ही मोर्चा संभाल रखा था. घटना के वक्त भी बाबा के सेवादार आगे खड़े थे.
समाजवादी पार्टी सांसद रामगोपाल यादव ने हाथरस हादसे पर कहा, "कई बार ऐसी स्थिति बन जाती है, ज़्यादा भीड़ हो जाती है. भोले बाबा से लोगों की आस्था इतनी थी जिस कारण से बड़े पैमाने पर भीड़ हुई. सरकार इसकी जांच कर रही है, यह हादसा है न कि कोई साजिश है, जैसा कि लोग कह रहे हैं. सरकार को SOP निर्धारित करनी चाहिए कि कितनी भीड़ हो और आने-जाने की व्यवस्था, सुरक्षा के इंतजाम और बाकी की चीज़ें तय करना चाहिए."
बाबा के कार्यक्रम में आठ हजार सेवादार मौजूद थे, जो सुरक्षा और इंतजाम की व्यवस्था देख रहे थे. ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों को उनके स्थान से सेवादारों ने हटा दिया था. पुलिसकर्मियों और सेवादारों के बीच कार्यक्रम शुरू होने से पहले बहस हुई थी. पुलिस ने बाबा का आने वाला रुट ब्लॉक किया था तो वहां पर बाबा के ब्लैक कमांडो ने पुलिस वालों को पीछे करके खुद ड्यूटी संभाल ली थी.
हाथरस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 123 हो गई है. मंगलवार को जिले की तहसील सिकंदराराऊ के गावं फुलरई में भोले बाबा के सत्संग के दौरान यह हादसा हुआ था. जहां भगदड़ में लोगों की जान गई थी.
भगदड़ के बाद राहत उपायों की निगरानी के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा गठित तीन मंत्रियों की समिति का मंत्री असीम अरुण भी हिस्सा हैं. इस त्रासदी के घटित होने के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा प्रतीत होता है कि अंदर व्यवस्था संभाल रहे सेवादारों ने भीड़ प्रबंधन के मामले में कुछ गलती की है. यह एक और सबक है.’’ मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने फैसला किया है कि राज्य में अब ऐसी किसी भी सभा के लिए अधिक विस्तृत एसओपी होगी, चाहे सभा में 1,000 लोग शामिल हों या एक लाख लोग.
एबीपी न्यूज से यूपी सरकार के मंत्री असीम अरुण ने कहा कि सीएम ने जांच के आदेश दिए हैं. जांच की रिपोर्ट अतिशीघ्र आएगी. दोबारा ऐसी घटना न हो इसके लिए सरकार SOP बनाएगी. अभी तक की जांच के मुताबिक मुख्य वाहन से निकल गए थे. वहां धूल उठाने की परंपरा थी जिसकी वजह से हादसा हुआ है. सेवादार के द्वारा गलत तरीके से बल प्रयोग किया गया.
2023 में बाबा ने कासगंज के पटियाली की अपनी संपत्ति इसी ट्रस्ट के नाम कर दी. इस ट्रस्ट की अपनी एक भार साधक ट्रस्ट कमेटी है जो सारा काम देखती है.
हाथरस हादसे के बाद अब बड़ी कार्रवाई हो रही है. पुलिस ने दो दर्जन से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है. 100 से अधिक लोगों की CDR खंगाली जा रही है. प्रदेश के कई जिलों में दबिश जारी है.
हाथरस हादसे के बाद अब बड़ी कार्रवाई हो रही है. पुलिस ने दो दर्जन से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है. 100 से अधिक लोगों की CDR खंगाली जा रही है. प्रदेश के कई जिलों में दबिश जारी है.
सामाजिक कल्याण राज्य मंत्री असीम अरुण, भगदड़ के बाद राहत उपायों की निगरानी के लिए आदित्यनाथ द्वारा गठित तीन मंत्रियों की समिति का हिस्सा हैं. इस त्रासदी के घटित होने के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा प्रतीत होता है कि अंदर व्यवस्था संभाल रहे सेवादारों ने भीड़ प्रबंधन के मामले में कुछ गलती की और यह एक और सबक है.’’ मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने फैसला किया है कि राज्य में अब ऐसी किसी भी सभा के लिए अधिक विस्तृत एसओपी होगी, चाहे सभा में 1,000 लोग शामिल हों या एक लाख लोग.
नोटिफिकेशन के अनुसार आयोग 2 जुलाई, 2024 को हाथरस जनपद में घटित घटना की जांच करेगा और जांच के बाद निर्धारित बिंदुओं पर राज्य सरकार को रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा. इसमें कार्यक्रम के आयोजकों द्वारा, जिला प्रशासन द्वारा प्रदान की गई अनुमति और उसमें दी गई शर्तों के अनुपालन की जांच शामिल है. साथ ही, आयोग यह घटना कोई दुर्घटना है अथवा कोई षडयंत्र या अन्य कोई सुनियोजित आपराधिक साजिश है, इसकी भी पड़ताल करेगा.
न्यायिक जांच आयोग में रिटायर्ड आईएएस हेमंत राव और रिटायर्ड आईपीएस भवेश कुमार सिंह को सदस्य नियुक्त किया गया है. इसका मुख्यालय लखनऊ में होगा. आयोग इस नोटिफिकेशन जारी होने की तारीख से दो माह की अवधि के भीतर जांच पूरी करेगा. इसकी अवधि में किसी प्रकार का परिवर्तन राज्य सरकार के आदेश पर किया जा सकेगा.
उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए हादसे की न्यायिक जांच के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति बृजेश कुमार श्रीवास्तव (द्वितीय) की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन कर दिया गया है. प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल द्वारा बुधवार रात इसका नोटिफिकेशन जारी किया गया.
हाथरस की घटना पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने उनके द्वारा घायलों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. डिप्टी सीएम ने कहा कि कार्यक्रम के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी. स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लगातार घायलों की देखभाल की जा रही है. मृतकों का पोस्टमार्टम कराया गया है. सरकार के द्वारा जो कार्रवाई की जानी चाहिए. उसको लेकर लगातार पुलिस प्रशासन को दिशा निर्देश दिए गए हैं. डिप्टी सीएम द्वारा आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की भी बात कही है.
भोले बाबा के आश्रम के बाहर पुलिस की तैनाती पर एसपी सिटी राहुल मिठास ने कहा, "मैं आश्रम की सुरक्षा जांचने आया था. यहां कोई नहीं मिला."
अलीगढ़ भाजपा सांसद सतीश गौतम ने कहा, "घटना पर कार्रवाई के लिए CM योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिए हैं. अभी उपमुख्यमंत्री भी आकर गए हैं. आगे ऐसी घटना पुनः ना हो इसके लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी. गिरफ्तारियां की जा रही है. अगर वो दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी."
भोले बाबा के आश्रम के बाहर पुलिस की तैनाती पर डीएसपी मैनपुरी सुनील कुमार ने कहा, "आश्रम के अंदर 40-50 सेवादार हैं. वह (भोले बाबा) अंदर नहीं हैं, न तो वह कल थे और न ही आज हैं."
मैनपुरी के एसपी राहुल मिठास बाबा के आश्रम के भीतर फ़ोर्स के साथ पहुंचे हैं. साथ में कई सीओ भी हैं. डीएसपी चंद्रकेश साथ में मौजूद हैं.
अधिवक्ता विशाल तिवारी द्वारा दायर याचिका में इस घटना पर स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत करने और लापरवाही बरतने के लिए अधिकारियों और अन्य लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने का उत्तर प्रदेश सरकार को निर्देश दिए जाने का अनुरोध किया गया है. याचिका में सभी राज्य सरकारों को भी यह निर्देश देने का अनुरोध किया गया है कि वे भगदड़ की इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए प्रखंड/तहसील से लेकर जिला स्तर तक राज्य में उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं की स्थिति की जानकारी दें.
उत्तर प्रदेश के हाथरस में मची भगदड़ की घटना की जांच के लिए शीर्ष अदालत के किसी सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में पांच सदस्यीय विशेषज्ञ समिति गठित करने का अनुरोध करते हुए उच्चतम न्यायालय में बुधवार को एक याचिका दायर की गई.
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि अनुमति से तीन गुना ज्यादा भीड़, मौके पर प्रशासन नहीं, भीड़ मैनेजमेंट का इंतजाम नहीं, भीषण गर्मी से बचने का कोई उपाय नहीं, कोई मेडिकल टीम नहीं, घटना के बाद एंबुलेंस नहीं, मदद के लिए फोर्स नहीं, अस्पताल में डॉक्टर और सुविधाएं नहीं... लापरवाहियों की इतनी लंबी लिस्ट लेकिन किसी की कोई जवाबदेही नहीं। हाथरस में जो दुखद घटना घटी, उसका जिम्मेदार कौन है? कभी पुल गिरने से, कभी ट्रेन एक्सीडेंट से, कभी भगदड़ से सैकड़ों मौतें होती हैं। लीपापोती करने की बजाए सरकार का दायित्व होता है कि कार्रवाई करे और ऐसे हादसों को रोकने की योजना तैयार करे। मगर जवाबदेही तय होती नहीं है और ऐसे हादसे होते रहते हैं। यह बहुत दुखद स्थिति है।
कथावाचक के मंच से उतारने के दौरान कथावाचक को छुने के दौरान महिला का क दल आगे गया इसी के दौरान हादसा हुआ. सेवादार भी वहां थे. ऐसे मामलों में सेवादार प्रशासन को अंदर नहीं आने देना चाहते. जब स्थिति उनके हाथ से बाहर निकली तब प्रशासन को जानकारी दी.
सीएम ने कहा कि इस पूरी घटना की न्यायिक जांच होगी. हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अगुवाई में कमेटी बनेगी.
सीएम ने कहा कि यूपी के हाथरस ,बंदायू,एटा,ललितपुर ,आगरा,फिरोजाबाद ,संभल ,और पीलीभीत निवासी मारे गए हैं. इस पूरे घटना के तह तक जाने के लिये हमने व्यवस्था बनाई है. पहले राहत और बचाव का कार्य किया गया
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि कुल 121 लोगों की मौत हुई है. मरने वाले 121 लोगों में 6 लोग अन्य राज्यों, क्रमशः एमपी, हरियाणा और राजस्थान से थे. वहीं हाथरस के जिला अस्पताल में मैंने आज 31 घायलों से मुलाकात की. सीएम ने कहा कि जो लोग अस्पताल में भर्ती हैं, उसमें अधिकत खतरे से बाहर हैं. मैंने वहां पीड़ितों से बात की.
समाजवादी पार्टी सांसद डिंपल यादव ने कहा है कि अत्यंत दुःखद! हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ में हुई जनहानि, हृदयविदारक. ईश्वर मृतकों की आत्मा को शांति दें, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना. शोकाकुल परिजनों को उचित मुआवजा दे सरकार, जवाबदेही हो तय. सरकार और प्रशासन की नाकामी से हुई घटना, नाकारा अधिकारियों पर हो सख्त कार्रवाई.
बजरंगदल कार्यकर्ता ने कहा कि हाथरस में हुई दर्दनाक घटना के बाद हर कोई पीड़ितों की मदद के लिए आगे आया और क्योंकि घटना बेहद दुखद थी. घायलों की मदद में लगे संगठन और आमजनों का घटना पर कहना है कि घटना का मंजर बहुत दुखद था. लोग रो रहे थे चीख पुकार मची हुई थी.
हाथरस घटना की चास्मदीद महिला पुलिसकर्मी ने पूरी घटना के बारे में बताया है. इस घटना पर महिला पुलिसकर्मी शीला की सुरक्षा में ड्यूटी लगी थी और मंच के सामने खड़ी थी. घटना शीला भी घायल हुई जिनका इलाज हाथरस के जिला अस्पताल में चल रहा है. घायल महिला पुलिस कर्मी शीला ने बताया कि सत्संग में ड्यूटी लगी थी और मंच के सामने खड़ी हुई थी. जैसे ही सत्संग खत्म हुआ तो सभी लोग एक साथ बाहर निकलने लगे. ज्यादातर महिलाओं के गोद में बच्चे थे. जब एक साथ सभी निकले तो एक के ऊपर एक महिलाएं गिरने लगी. जब मैंने उन्हें उठाने की कोशिश की तो मैं भी भीड़ में दब गई और बेहोश हो गई. कार्यक्रम करीब एक लाख लोगों की भीड़ थी.
नगीना सांसद और भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा, 'उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज हाथरस के पीड़ितों से मिल रहे हैं. मैं आज फिर उनसे अपनी मांग दोहरा रहा हूं कि घायलों के लिये बेहतर से बेहतर इलाज की व्यवस्था कराई जाए साथ ही मृतकों के परिजनों को 50 लाख रुपए और घायलों को 5 लाख रुपए आर्थिक मदद की घोषणा करके जाएं.'
हाथरस में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ के बाद वहां 121 लोगों की मौत हो गई है. इस घटना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ हाथरस के दौरे पर हैं. वह घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और जायजा ले रहे हैं.
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि हाथरस के सत्संग में जैसा हादसा हुआ, ऐसे कार्यक्रमों में लोगों की सुरक्षा के लिए कोई कानून नहीं है. इसलिए इस तरह के कार्यक्रमों में लोगों की सुरक्षा के लिए कानून बनने चाहिए. जैसे- सत्संग कितनी बड़ी जगह में हो रहा है, वहाँ से अस्पताल कितनी दूर है. ये जरूरी है कि कर्नाटक और महाराष्ट्र की तरह ही 'अंध श्रद्धा' के खिलाफ कानून बनाए जाएं, ताकि पैसों के लिए लोगों को लूटने वाले नकली लोगों पर पाबंदी लगाई जा सके.
हाथरस हादसे पर राजद सांसद मनोज कुमार झा ने कहा, "क्या यह देश हादसों का देश बनकर नहीं रह गया है? एक दिन श्रद्धांजलि, दो लाख रुपए का मुआवज़ा फिर सामान्य जीवन. हमेशा की तरह व्यापार वाली जो सोच है, सरकारों को सरकार बनाने की चिंता है, सरोकार बनाने की चिंता नहीं है. कौन मरे हैं, साधारण लोग, कोई फर्क नहीं पड़ता. यही हमारी सोच और मानसिकता हो गई है. कल हादसा हुआ तो क्या प्रधानमंत्री को अपना भाषण नहीं रोकना चाहिए था? लगातार बोलते रहें, इसलिए मैं कहता हूं यह हादसों का देश है और किसी को कोई चिंता नहीं, कोई SOP नहीं. उन्हें बताइए कि सरकार का काम डुगडुगी बजाना नहीं होता है, सरकार का काम होता है लोगों को महफूज़ रखना."
हाथरस की घटना पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, "ये बहुत दु:खद घटना है. लोगों ने असामयिक समय में अपने परिवार को खोया है. भगवान उन सभी को शक्ति प्रदान करें जिन्होंने अपने परिजनों को खोया है और जो हताहत हुए हैं उनको अपने चरणों में जगह दें."
भोले बाबा के बारे में पूछने पर कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह ने बड़ी बात कही है. मंत्री ने कहा कि बाबा इतना रसूखदार था कि पुलिस भी उसके आयोजन में भीतर नहीं जा पाती थी. भोले बाबा पूर्व में कहीं नौकरी करता था, उसे छोड़कर सत्संग करने लगा. हाथरस के साथ ही मैनपुरी, एटा, कासगंज जैसे जिलों में बाबा गरीब और शोषित लोगों को अपना अनुयायी बनाता था. पॉलिटिकल कनेक्शन और बाबा पर एफआआर न जोन के बारे में पूछने पर कहा कि आज रिपोर्ट आएगी, कोई बख्शा नहीं जायेगा.
हाथरस घटना पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, "घटना दु:खद है. पीएम मोदी ने कल अपने भाषण के दौरान बीच में ही शोक व्यक्त किया और जो भी भारत सरकार एवं राज्य सरकार से संभव होगा वो मदद दी जाएगी. किन कारणों से ये घटना घटी है उसकी जांच की बात की गई है और जो इस घटना में शामिल होंगे उस पर कार्रवाई की जाएगी. सबको मुआवजा दिया जाएगा इसकी भी बात हुई है."
हाथरस हादसे पर समाजवादी पार्टी सांसद अखिलेश यादव ने कहा, "यह बहुत दर्दनाक है. जिन परिवारों के सदस्यों की जान गई है उन्हें दुख सहने की शक्ति मिले. जो हादसा हुआ है यह सरकार की लापरवाही है. ऐसा नहीं है कि सरकार को इस कार्यक्रम की जानकारी न हो. जब कभी भी इस प्रकार के कार्यक्रम होते हैं तो बड़ी संख्या में लोग इसमें शामिल होते हैं. इस लापरवाही से जो जानें गईं है उसकी जिम्मेदार सरकार है. कोई अगर अस्पताल पहुंच भी गया तो उन्हें पर्याप्त इलाज नहीं मिल पाया. ना ऑक्सीजन, ना दवाई, ना इलाज मिल पाया. इसकी जिम्मेदार भाजपा है जो बड़े-बड़े दावे करती है कि हम विश्वगुरु बन गए हैं. क्या अर्थव्यवस्था का मतलब यह है कि किसी आपातकाल स्थिति में आप लोगों का इलाज न कर पाएं?"
राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मांग की है कि जो कल हादसा हुआ है उसको ध्यान में रखते हुए ऐसे सत्संग और आयोजनों को लेकर कड़े नियम और कानून बनाए जाने की जरूरत है.
हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ के दौरान बिल्सी के तीन लोगों समेत बदायूं जनपद के छह लोगों की मौत हुई है. बिल्सी एसडीएम ने तीनों परिवारों के घर पहुंच कर पूरी जानकारी ली है. एसडीएम प्रवर्धन शर्मा ने कहा कि शासन की ओर से हर संभव मदद दी जाएगी.
हाथरस की घटना पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि ऐसा नहीं है कि यूपी सरकार और प्रशासन के लोग ये बाते न जानते हों कि ऐसे कार्यक्रमों में भारी भीड़ आती है. लोगों को पर्याप्त इलाज नहीं मिल पाया. एंबुलेंस, इलाज, दवाई और ऑक्सीज नहीं मिल पाई.
एफडीएम की रिपोर्ट में कई बड़ी बातों का खुलासा हुआ है, यह रिपोर्ट डीएम को दी गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि दो लाख से अधिक भीड़ थी. बाबा सत्संग के बाद बाहर निकला तो पब्लिक दौड़ी थी. बाबा के चरण रज की धूल उठाने के चक्कर में भगदड़ मची थी. बाबा की व्यक्तिगत आर्मी और श्रद्धालुओं के बीच धक्का-मुक्की हुई. जब लोग वहां से भागे तो दल-दल और ऊंची नीची जमीन पर फिसल कर गिरे और भगदड़ हुई.
हाथरस भगदड़ पर समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने कहा, "यह बहुत ही अफसोसजनक हादसा हुआ है जिसमें इतने लोग मारे गए. इसमें ज्यादातर पीड़ित गरीब परिवारों से थे. हम यह जानना चाहते हैं कि प्रशासन कहां था? ये प्रशासनिक चूक है. इसकी गहन जांच करायी जानी चाहिए और जो भी शामिल हो उसको सख्त से सख्त से सजा दी जाए. प्रशासन को ये फिकर नहीं है कि उन पर जुर्माना लगाया जा सकता है या उन्हें भी सजा दी जा सकती है."
हाथरस की घटना पर शिवसेना (UBT) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "यह दुखद है जिस तरीके से यह घटना घटी है. मैं उम्मीद करती हूं कि राज्य सरकार कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी. आयोजकों के साथ ही जो सत्संग करने वाले बाबा हैं उनपर भी कार्रवाई होनी चाहिए. आज कल हम देख रहे हैं कि लोगों की जान का कोई मोल नहीं है."
हाथरस दुर्घटना स्थल की जांच कर रहे फोरेंसिक यूनिट के एक सदस्य ने कहा, "यहां से इकट्ठा करने के लिए कोई विशेष चीजें नहीं हैं, यह केवल भक्तों का सामान है जैसे जूते और बैठने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली चादरें बस मिली हैं."
हाथरस की घटना पर JMM सांसद महुआ माजी ने कहा, "यह दुर्भाग्यपुर्ण है, महिला सशक्तिकरण, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का दावा करने वाली केंद्र सरकार कहीं से भी महिलाओं को सुरक्षित नहीं रख पा रही है. धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं. जब संख्या से अधिक लोग वहां पहुंचे तो प्रशासन को इस पर संज्ञान लेना चाहिए था. भाजपा सोचती है कि जनता को धर्म का अफीम पिलाकर चुनाव जीत जाएंगे, ऐसा नहीं हो सकता है."
हाथरस की घटना पर शिवसेना(UBT) नेता संजय राउत ने कहा, "यह दुखद घटना है और पूरे देश में इस प्रकार की घटनाएं घटती हैं. महाराष्ट्र के नवी मुंबई में दो साल पहले इसी प्रकार का सत्संग हुआ था जिसमें गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी उपस्थित थे. उनके सामने भगदड़ मच गई, जिसमे 50 से ज़्यादा लोगों की मृत्यु हुई. इस सत्संग में किसी का नियंत्रण नहीं होता है. ये बाबा-महाराज लोगों को बुलाते हैं और प्रशासन हाथ खड़े कर देता है."
अलीगढ़ के मोर्चरी में कुल 38 शवों में से 37 शवों की पहचान हो चुकी है. 37 शवों को उनके परिजनों को सौंपा जा चुका है. अभी तक एक की पहचान नहीं हुई है.
हाथरस हादसे को देखकर बाबा बागेश्वर ने अपील की है. बागेश्वर धाम पर बढ़ती भीड़ के कारण बाबा बागेश्वर ने यह अपील की है. उन्होंने अपनी अपील में कहा है कि बढ़ती भीड़ के कारण हमारा जन्मदिन आप अपने घर पर बैठकर मनाएं, यहां पर व्यवस्थाएं डिस्टर्ब हो रही है.
हाथरस में हुई भगदड़ घटना पर यूपी के मंत्री संदीप सिंह ने कहा, "घटना में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है. घायलों का इलाज चल रहा है. सीएम घायल व्यक्तियों और उनके परिवारों से मिलने के लिए हाथरस जाएंगे. मुख्यमंत्री घटना की खबर पल-पल हमसे और प्रशासन के माध्यम से ले रहे हैं. घटना के लिए जिम्मेदार पाए गए लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी."
राहत विभाग की ओर से दी गई सूची के अनुसार, अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है और 28 लोग घायल हैं. सभी घायलों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है. मृतकों में सबसे ज्यादा लगभग (112) महिलाएं शामिल हैं. हाथरस भगदड़ स्थल की जांच के लिए फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई है.
हाथरस भगदड़ घटना पर अमृत जैन (एएसपी सिटी अलीगढ़) ने कहा, "यहां 38 शव आए थे इनमें से 36 की पहचान हो चुकी है पोस्टमॉर्टम कर शवों को उनके गंतव्य स्थान भेज दिया गया है, सिर्फ दो शव अज्ञात हैं."
उत्तर प्रदेश: राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार, हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 121 हो गई और 28 घायल हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ हाथरस के लिए रवाना हो चुके हैं. उनके साथ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी मौजूद हैं. हाथरस हादसे में अबतक 121 लोगों की मौत हुई है. भगदड़ में 114 महिलाओं और 7 पुरुषों की मौत हुई है.
हाथरस हादसे के बाद मामले की जांच जारी है. सीएम योगी आदित्यनाथ अपने आवास पांच कालिदास मार्ग स्थित आवास से हाथरस के लिए रवाना हो गए हैं.
मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर समेत अन्य अज्ञात आयोजकों और सेवादारों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धारा में मामला दर्ज हुआ. सबूत छिपाने की धारा भी लगाई गई है. हाथरस मामले की एफआईआर के मुताबिक आयोजन में ढाई लाख लोग थे. आयोजकों ने 80 हजार लोगों के कार्यक्रम की अनुमति ली थी.
हाथरस सत्संग में हुई भगदड़ में मौतों का मामला पहुंचा इलाहाबाद हाईकोर्ट, इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल की गई लेटर पिटीशन, अधिवक्ता गौरव द्विवेदी ने चीफ जस्टिस अरुण भंसाली को भेजा लेटर पिटीशन, लेटर पिटीशन में पूरी घटना की सीबीआई या न्यायिक जांच कराए जाने की मांग की गई है, घटना की जिम्मेदार अफसरों को सस्पेंड करने और 116 लोगों की मौत की जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
सरकारी सूत्रों के मानें तो घटना होने के समय बाबा वहाँ से चले गये थे इसलिये FIR में उनका नाम नहीं दूसरी बात ये कीं ऐसे आयोजनों में आयोजक की भूमिका होती है प्रवचन कर्ता का नहीं की कितने लोग आएँगे कैसे बैठेंगे कहाँ खड़े रहेंगे प्रशासन के सम्पर्क में आयोजक ही रहते हैं बाबा नहीं ये सब तर्क है सरकारी सूत्रों के जिसके कारण बाबा पर FIR नहीं हुई है.
हाथरस हादसे में मरने वालों की संख्या और बढ़ गई है. राहत आयुक्त कार्यालय के मुताबिक इस हादसे में अब तक मरने वालों की संख्या 121 तक पहुंच गई है. जबकि 28 लोग घायल हैं.
हाथरस भगदड़ पर अलीगढ़ के एएसपी अमृत जैन ने कहा कि, "हाथरस जिले में हुए हादसे में 38 शव आए थे. उनमें से 36 शवों की पहचान कर ली गई है. जिन्हें पोस्टमार्टम के बाद कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया है. 36 शवों को उनके परिवारों को सौंप दिया गया है. 2 शव अज्ञात हैं, उनकी पहचान के लिए हमने नियंत्रण कक्ष के माध्यम से आसपास के सभी जिलों और पूरे राज्य में उनकी तस्वीरें जारी की हैं. उनकी पहचान भी जल्द कर ली जाएगी."
हाथरस भगदड़ पर अलीगढ़ के एएसपी अमृत जैन ने कहा कि, "हाथरस जिले में हुए हादसे में 38 शव आए थे. उनमें से 36 शवों की पहचान कर ली गई है. जिन्हें पोस्टमार्टम के बाद कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया है. 36 शवों को उनके परिवारों को सौंप दिया गया है. 2 शव अज्ञात हैं, उनकी पहचान के लिए हमने नियंत्रण कक्ष के माध्यम से आसपास के सभी जिलों और पूरे राज्य में उनकी तस्वीरें जारी की हैं. उनकी पहचान भी जल्द कर ली जाएगी."
यूपी के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ मामले में अब सीबीआई जांच की माँग की गई है. अधिवक्ता गौरव द्विवेदी ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की है और इस हादसे की सीबीआई जांच की मांग की गई है. इस मामले में अब तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है.
हाथरस भगदड़ की घटना पर आगरा के सीएमओ डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि "आगरा में 21 शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए लाया गया है, इनमें से 17 लोगों की पहचान हो चुकी है और चार अभी भी अज्ञात हैं. इनके अलावा एक व्यक्ति जिला अस्पताल में भर्ती है और उसका इलाज चल रहा है.
हाथरस भगदड़ की घटना पर हाथरस सीएमओ मंजीत सिंह ने कहा, "यहां पर 10 मरीज भर्ती हैं और सभी की हालत स्थिर है. यहां 38 शव आए थे इनमें से चार को आगरा भेजा गया. बाकि 34 में से 30 शवों का पोस्टमॉर्टम कर भेज दिया गया है. दो को अभी भेजा जाएगा और दो अज्ञात हैं."
हाथरस भगदड़ की घटना पर सीएमओ आगरा डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा, "21 शवों में से 17 लोगों की पहचान हो चुकी है और चार अभी भी अज्ञात हैं. 10 से अधिक पोस्टमार्टम हो चुके हैं. एक मरीज जिला अस्पताल में भर्ती हुआ था और वह अब खतरे से बाहर है."
हाथरस सत्संग हादसे पर समाजवादी पार्टी सांसद डिंपल यादव ने पहली प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले में एक्शन लेना चाहिए और जांच कराई जाए. ये सरकार की जिम्मेदारी है.
पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि मुख्य सचिव ने शासन के निर्देश को अवगत कराया है. मामले में एफआईआर करवाई जा रही है. सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. मामले की मंडलायुक्त और एडीजी जोन के द्वारा जांच कराई जा रही है. 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट दी जाएगी.
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने हाथरस भगदड़ की घटना पर कहा, "यहां (हाथरस जिला अस्पताल) 32 शव पोस्टमार्टम के लिए आए हैं और 9 घायल इलाज के लिए भर्ती हैं जिनमें एक सिपाही भी शामिल हैं, अभी उनकी हालत स्थिर हैं. इस घटना में बहुत लोगों की मृत्यु हुई है, बहुत शव ऐसे हैं जिनकी अब तक पहचान नहीं हुई है. सदन खत्म होते ही हमें प्रियंका गांधी ने यहां भेजा है. मैंने अपने जीवन में ऐसा हादसा नहीं देखा."
मैनपुरी के DSP सुनील कुमार सिंह ने कहा, "हमें परिसर के अंदर बाबा नहीं मिले. वे यहां नहीं हैं."
उत्तर प्रदेश के DGP प्रशांत कुमार ने बताया, "घटना में 116 लोगों की मौत हुई है. सभी चीजों की जांच चल रही है और हम तत्काल निष्कर्ष पर पहुंचकर जांच को प्रभावित नहीं करना चाहते. जांच के निष्कर्षों के आधार पर मामला आगे बढ़ेगा."
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने हाथरस भगदड़ की घटना पर कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है, इन सबकी समीक्षा सरकार लगातार कर रही है. यह बहुत दुख की बात की है कि इतने लोग इस दुर्घटना का शिकार हुए हैं."
बीजेपी विधायक असीम अरुण ने हाथरस भगदड़ की घटना पर कहा, "मैंने घायलों से बात की है. भगदड़ की घटना हुई थी, जिसमें अब तक मिली जानकारी के अनुसार 116 लोगों की मौत हो गई है और 22 लोगों का अलीगढ़ और हाथरस के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. 20 शव हैं जिनकी हम पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं. FIR दर्ज कर ली गई है. जो भी दोषी होगा उसे सजा मिलेगी. डीजी जोन आगरा की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है और मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंपी जाएगी."
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में मंगलवार को साकार हरि बाबा का सत्संग चल रहा था. सत्संग समाप्त होने के बाद यहां से जैसे भी भीड़ निकलना शुरू हुई तो भगदड़ मच गई. भगदड़ में अब तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है. अभी मौतों का आंकड़ा और बढ़ सकता है क्योंकि घायलों की संख्या बहुत है.
साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध भोले बाबा मैनपुरी पहुंचे हैं. सूत्रों ने इसकी जानकारी दी. सूत्रों के मुताबिक, बाबा ने मैनपुरी में एक सत्संग स्थल पर शरण ली है.
एसडीआरएफ की तीन टीमें इटावा, बरेली और लखनऊ से घटना स्थल पर मौजूद हैं. एनडीआरएफ की टीमें गाजियाबाद से आई हैं. सर्च ऑपरेशन अभी भी चलाया जा रहा है.
हाथरस हादसे के पीड़ित परिवारों से कल आरएलडी का प्रतिनिधिमंडल मुलाकात करेगा. आरएलडी सुप्रीमो और केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत चौधरी के निर्देश ये प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवारों से मिलेगा. इसका नेतृत्व यूपी के कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार करेंगे. सादाबाद एमएलए प्रदीप चौधरी उर्फ गुड्डू भैया, एमएलसी योगेश नोवहार, बृज क्षेत्र के अध्यक्ष बृजेश चाहर सिकंदराराऊ जाएंगे.
हाथरस हादसे पर बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ लक्ष्मीकांत ने कहा, "मामले की मजिस्ट्रेटी जांच हो, क्या थे इंतजाम और परमिशन थी या नहीं जांच हो, भगदड़ में मरे लोगों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है."
हाथरस मामले प्रशासन ने नंबर जारी किया है. इन पर मृत और घायल व्यक्तियों के सम्बंध मे किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए संपर्क किया जा सकता है.
आगरा जोन कंट्रोल-7839866849
अलीगढ़ रेंज कंट्रोल-7839855724
आगरा रेंज कंट्रोल-7839855724
हाथरस कंट्रोल-9454417377
एटा कंट्रोल-9454417438
अलीगढ़ कंट्रोल-7007459568
डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी. जांच में जिन जिन की जिम्मेदारी होगी सब पर कार्रवाई होगी. चीफ सेक्रेटरी ने कहा कि 80000 लोगों के इकट्ठा होने की इजाजत दी. लेकिन उससे ज्यादा लोग इकट्ठा हो गए थे. जितने की इजाजत दी उस हिसाब से पर्याप्त पुलिस बल था. जांच में आएगा तो भोले बाबा पर भी एक्शन होगा.
हाथरस की घटना पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, "अत्यंत दुखद और हद्यविदारक है...दोपहर 3-3.30 बजे घटना घटित हुई बताया जाता है...स्थानीय आयोजकों ने भोले बाबा के सत्संग के माध्यम से भक्त लोग कार्यक्रम में शामिल हुए थे.कार्यक्रम के बाद भक्तों द्वारा बाबा को छूने के क्रम में यह हादसा हुआ. जांच के लिए एक टीम बनाई गई है. प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं. प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने भी शोक संतप्त परिजनों के प्रति सांत्वना प्रकट की है. घटना की तह तक हम जाएंगे. समय घाव पर मरहम लगाने का है. साजिशकर्ताओं को और जिम्मेदार लोगों को उचित सजा दी जाएगी.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि ‘हाथरस-हादसे’ की दुखद सूचना मिली. सभी मृतकों को श्रद्धांजलि! इस तरह के आयोजन में हुई मानवीय भूलों का आंकलन करने की आवश्यकता है और भविष्य के लिए सबक़ लेने की भी. एक गहन जाँच और उसके आधार पर की गयी कार्रवाई भविष्य में ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति को रोक सकती है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं!
हाथरस की घटना पर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि आप ज्यादा भीड़ इकठ्ठा कर लेते हो लेकिन भीड़ का प्रबंधन नहीं कर पाते हो. आयोजकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. ये अक्षम्य अपराध है.
आईजी शलभ माथुर ने बताया कि हादसे में 116 लोगों की मौत हो गई है. 20 लोग घायल हैं. उन्होंने ये भी बताया कि आयोजकों को खिलाफ FIR दर्ज की गई है.
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने घटना पर कहा कि यह दुखद है. प्रधानमंत्री खुद इस विषय को मॉनिटर कर रहे हैं. निश्चित रूप से यह जांच का विषय है. हम खुद आरोपियों को चिह्नित करेंगे.
हाथरस से अलीगढ़ के जेएनएमसी मेडिकल कॉलेज में एंबुलेंस से 15 शव पहुंचे. इसमें एक बच्चे का शव भी शामिल है. अब तक जेएनएमसी मेडिकल कॉलेज में 20 शव पहुंचे हैं. इसमें पांच घायल भी शामिल हैं.
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और बीजेपी के सीनियर नेता देवेंद्र फडणवीस ने भी घटना पर शोक जताया है. एक्स पोस्ट में उन्होंने लिखा, "हाथरस की घटना हृदय-विदारक! हाथरस में एक भगदड़ मचने की खबर सुनी, जिसमें कुछ लोगो के जान गवाने की और कुछ लोगों के घायल होने की खबर मिली. इस घटना से मन व्यथित हो गया. शोकाकुल परिवारों के साथ मेरी सहानुभूति है, ईश्वर उन्हें इस दुःख से उबरने की शक्ति प्रदान करें और घायलों को जल्दी-से-जल्दी स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो, ऐसी प्रार्थना है. ॐ शांती."
यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा, "अत्यंत दुःखद...जनपद हाथरस के सिकंदराराऊ में सत्संग के दौरान हुए हादसे में कई लोगों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुःखद है. मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं. परमपिता परमेश्वर दिवंगत पुण्यात्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा घायलों को अतिशीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें."
हाथरस मामले को लेकर मुख्यमंत्री अपने आवास पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं. घटनास्थल पर तीनों मंत्रियों को भेजा गया है. मुख्य सचिव और डीजीपी से लगातार मुख्यमंत्री संपर्क में हैं. मुख्यमंत्री का निर्देश है कि घटना का दोषी कोई हो, बचेगा नहीं, कठोर कार्रवाई होगी.
हाथरस की घटना में एक सिपाही की मौत हो गई है. सर्किल ऑफिसर विक्रांत द्विवेदी ने कहा, "सिपाही रवि कुमार, जो 17 जून से पुलिस लाइन में क्यूआरटी ड्यूटी पर था, आज दोपहर में ड्यूटी पर तैनात रहते हुए ही उसको गर्मी की वजह से चक्कर आ गया. तत्काल उसे जिला अस्पताल में ले जाया गया. दौरान इलाज उसकी मृत्यु हो गई."
हाथरस भगदड़ की घटना के चश्मदीद सुरेश ने बताया, "मैं बदायूं से अपने परिवार के सदस्यों के साथ यहां आया था. भगदड़ के बाद मेरे छोटे भाई की पत्नी लापता है. हमें पता चला कि कई लोग लापता हैं. मैं माइक पर घोषणा कर रहा था, लेकिन इससे कोई मदद नहीं मिली."
अलीगढ़ कमिश्नर चैत्रा वी का दावा है कि हादसे में 107 लोगों की मौत हो गई है. कमिश्नर अलीगढ ने बताया की अब तक 107 लोगो की मौत हो गई है 18 घायलों का इलाज जारी है
जनपद हाथरस में हुई दुर्घटना के दृष्टिगत जिला प्रशासन द्वारा घटना की स्थिति पर दृष्टि बनाते हुए आम लोगों की सहायता हेतु हेल्पलाईन 05722227041 तथा 05722227042 जारी किये गये हैं.
उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई घटना पर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने दुख प्रकट करते हुए कहा जो इस तरह के आयोजन करते हैं पहले उनको उतने लोगों की व्यवस्था करनी चाहिए उसके बाद ही इस तरह के आयोजन करने चाहिए इस आयोजन में जिन लोगों ने अपनी जान गवाही है मैं उनके प्रति अपना दुख व्यक्त करता हूं और शासन प्रशासन से मांग करता हूं कि ऐसे लोगों पर और ऐसे सरकारी अधिकारियों पर सबसे सख्त कार्रवाई हो जो इस तरह के आयोजनों की अनुमति देते हैं.
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए दुखद हादसे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से बात की. यूपी सरकार सभी पीड़ितों की हरसंभव सहायता में जुटी हुई है. मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं, जिन्होंने इसमें अपने प्रियजनों को खोया है. इसके साथ ही मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने हाथरस में हुई दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों को PMNRF से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है.घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे.
के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हाथरस जनपद में सत्संग में भगदड़ से बड़ी संख्या में हुई मौतों पर गहरा शोक जताया है. अखिलेश यादव ने घायलों को तत्काल अच्छी से अच्छी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की.
समाजवादी पार्टी की नेता और मैनपुरी से सांसद डिंपल यादव ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस मामले में राज्य की योगी सरकार पर सवाल उठाए हैं. डिंपल ने कहा कि इस मामले में जांच होनी चाहिए. यह पूरी तरह से शासन और प्रशासन का फेल्योर है. उन्होंने कहा कि यह पहला ऐसा मामला नहीं है जहां इस तरह की अव्यवस्था सामने आई हो. जरूरतमंदों की तत्काल मदद हो और इस मामले की उचित जांच की जाए.
सीएम योगी आदित्यनाथ बुधवार को हाथरस जा सकते हैं. यह जानकारी सूत्रों ने दी है .
कांग्रेस नेता दानिश अली ने कहा, "उत्तर प्रदेश में जिस तरह का शासन चल रहा है, वहां अफसर इतने दबाव में रहते हैं कि अगर एक कोई सांप्रदायिक कार्यक्रम है उस पर बिना सोचे-समझे अनुमति दे देते हैं... कितने मासूम लोगों की जान आज चली गई। इसके लिए कोई न कोई जिम्मेदार होना चाहिए... ये जिम्मेदारी तो शासन-प्रशासन की होती है कि सही सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं..."
गोरखपुर सांसद रविकिशन ने कहा कि बहुत दुखद घटना हुई है। जिनकी मृत्यु हुई है, महादेव उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें. प्रधानमंत्री ने भी उनके प्रति संवेदना प्रकट की है
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए दुःखद हादसे से मन अत्यंत व्यथित है. इस दुर्घटना में जान गँवाने वाले लोगों के परिवारजनों के प्रति संवेदनाएँ व्यक्त करता हूं. ईश्वर उन्हें यह कष्ट सहने की शक्ति दें. स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले में हुआ हादसा अत्यंत पीड़ादायक है. इस दुर्घटना में जिन्होंने अपनों को खोया है, उन शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. इसके साथ ही मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन सभी पीड़ितों की हरसंभव मदद कर रही है.
हाथरस की घटना पर टीएमसी सांसद सुखेंदु शेखर ने कहा कि जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. डबल इंजन की सरकार क्या कर रही थी?
उत्तर प्रदेश के हाथरस में अनेक लोगों की दुखद मृत्यु हुई है. जिन लोगों के इस हादसे में जान गई है उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. मैं घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार के देखरेख में प्रशासन राहत औऱ बचाव कार्य में जुटा हुआ है. केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उत्तर प्रदेश के संपर्क में हैं. मैं सभी को भरोसा देता हूं कि पीड़ितों की हर तरह से मदद की जाएगी.
पवन खेड़ा ने कहाकि उत्तर प्रदेश के हाथरस से दुखद खबर आ रही है 80 से ज्यादा लोगों की मौत की जानकारी आ रही है उम्मीद करते हैं कि अस्पताल में उनकी देखभाल की जाए जो मृतक है उनके परिवार के साथ हमारी संवेदना है और इस पूरे मामले की जांच की जाय..
हाथरस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 75 हो गई है.
राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि दुर्भाग्यपुर्ण घटना है। आप छोटे अधिकारी को सस्पेंड कर देंगे। लेकिन क्राउड मैनेजमेंट में हमारी सरकारों को जो करना चाहिए वो नहीं कर रहे हैं। लोग मरते रहें आपको इससे क्या लेना देना
राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि दुर्भाग्यपुर्ण घटना है। आप छोटे अधिकारी को सस्पेंड कर देंगे। लेकिन क्राउड मैनेजमेंट में हमारी सरकारों को जो करना चाहिए वो नहीं कर रहे हैं। लोग मरते रहें आपको इससे क्या लेना देना
- हाथरस दुर्घटना की स्थिति की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर रहे सीधी मॉनीटरिंग
- ADG, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश, मुख्यमंत्री ने अगले 24 घंटों में मांगी रिपोर्ट
- मुख्यमंत्री के निर्देश पर मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी जी, संदीप सिंह घटना स्थल के लिए रवाना
- मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने के निर्देश
- युद्ध स्तर पर हो रहा राहत एवं बचाव कार्य।
हाथरस की दुर्घटना पर मुख्यमंत्री ने जताया दुःख, होगी गहन जांच
मृतकों को 2-2 लाख तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश
मुख्यमंत्री स्वयं रख रहे पल-पल के घटनाक्रम पर सीधी नजर, दो मंत्री, मुख्य सचिव और डीजीपी को मुख्यमंत्री ने मौके पर भेजा
एडीजी, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश
कार्यक्रम आयोजकों के विरुद्ध होगी एफआईआर, बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है शासन
सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में लोगों के निधन की सूचना अत्यंत दुःखद व स्तब्धकारी है. हर संभव चिकित्सा प्रदान करते हुए प्रशासन राहत कार्य जल्द पूर्ण करे और पीड़ित परिवारों को मुआवजा दे. ईश्वर मृतकों के परिजनों को शक्ति प्रदान करें व घायलों को जल्द स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें
डीएम हाथरस आशीष पटेल ने कहा कि अत्यधिक उमस के कारण ये हादसा हुआ है. सभी घायलों को अस्पताल भेजा जा रहा है. डॉक्टरों के अनुसार 50-60 के आसपास लोगों की मौत हुई है. इसमें बाकि व्यवस्था उनके ही द्वारा की जानी थी. एक उच्च स्तरीय जांच कमिटी गठित की गई है.
यूपी सरकार के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने एबीपी न्यूज़ से कहा मैं तत्काल मौके पर पहुंच रहा हूं. अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि घायलों को इलाज दिया जाए. घटना की जांच करवा कर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. आसपास के जिले से डॉक्टरों को बुलाया गया है. जो भी घायल हैं उन्हें तुरंत इलाज दिया जा रहा है. इसकी जानकारी अचानक मिली, सभी अधिकारी तुरंत पहुंच रहे हैं. जो गांव में फंसे हुए लोग हैं उन्हें निकालने की भी व्यवस्था कर रहे हैं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई दुर्घटना में महिलाओं और बच्चों सहित अनेक श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार हृदय विदारक है। मैं अपने परिवारजनों को खोने वाले लोगों के प्रति गहन शोक संवेदना व्यक्त करती हूं तथा घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि हाथरस, उत्तर प्रदेश में सत्संग के दौरान भगदड़ की वजह से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की मृत्यु एवं कई के घायल होने का समाचार हृदयविदारक है. ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें. शोक-संतप्त परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं. राज्य सरकार से मेरी अपील है कि पीड़ितों को उचित मुआवजा देने एवं घायलों के उपचार की व्यवस्था की जाए.
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हाथरस के रतिभानपुर में सत्संग के समापन के दौरान भगदड़ मचने से बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने का समाचार अत्यंत हृदय विदारक है. ईश्वर दिवंगतों की आत्मा को श्री चरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें. ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं.
जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है।
मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।
संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार में मा. मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी जी, श्री संदीप सिंह जी घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है।
ADG, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं।
प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।
समाजवादी पार्टी ने हाथरस हादसे पर प्रतिक्रिया दी. सपा की ओर से कहा गया- हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में लोगों के हताहत होने की सूचना, अत्यंत दुःखद ! ईश्वर मृतकों की आत्मा को शांति दें, घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना. शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहने का संबल प्राप्त हो. जल्द से जल्द पूरा हो राहत कार्य, पीड़ित परिवारों को मुआवजा दे सरकार.
हाथरस के सिकंदराराऊ जीटी रोड स्थित थाना क्षेत्र के गांव फुलरई में आयोजित भोले बाबा के सत्संग में आए लोगों में मची भगदड़. कई लोगों के मरने की आशंका . सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाशों के पहुंचने से मचा हाहाकार. दर्जनों लोग बेहोशी की अवस्था में इलाज को पहुंच रहे . घायलों को टेम्पो, बस, ट्रक में डाल कर जिला अस्पताल ले जाया जा रहा. घटना को लेकर हाथरस जिले के डीएम व एसपी पहुंचे l उत्तर प्रदेश के हाथरस के सिकंद्राराऊ में मंगलवार को बड़ी घटना घटित हुई. भोले बाबा के सत्संग में अचानक से भगदड़ मच गई. जिससे वहां सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोग घायल हो गए. अब तक प्राप्त सूचना के आधार पर 27 शव एटा जिले में पोस्टमार्टम गृह में पहुंचे हैं. अस्पताल में इलाज के लिए लोगों को भेजा रहा है.
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस हादसे पर कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस के सत्संग में भगदड़ मच जाने से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु की खबर बेहद पीड़ादायक है. हादसे के दृश्य अत्यंत हृदयविदारक हैं. शोकाकुल परिवारों के प्रति हम गहरी संवेदनाएँ व्यक्त करते हैं. सरकार एवं प्रशासन से आग्रह करते हैं कि घायलों के उपचार में कोई कमी न रखें व पीड़ितों को त्वरित मुआवज़ा उपलब्ध कराया जाए. विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि हादसे में पीड़ित लोगों को हर संभव मदद पहुँचाएँ.
नगीना के सांसद चंद्रशेखर ने इस हादसे पर कहा कि हाथरस में सत्संग में हुए हादसे से मन दुःखी है. मृतकों के प्रति मेरी संवेदनाएं. सरकार को इस हादसे की गहनता से जांच करनी चाहिए और मृतकों के परिवार को उचित मुआवज़ा देना चाहिए. इस हादसे में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं को नम ऑंखों से विदाई.
एटा के एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने कहा कि हाथरस जिले के मुगलगढ़ी गांव में एक धार्मिक आयोजन चल रहा था, तभी भगदड़ मच गई. एटा अस्पताल में अब तक 27 शव आ चुके हैं, जिनमें 23 महिलाएं, 3 बच्चे और 1 पुरुष शामिल हैं. घायल अभी अस्पताल नहीं पहुंचे हैं. आगे की जांच की जा रही है. इन 27 शवों की पहचान की जा रही है."
हाथरस में धार्मिक आयोजन में मची भगदड़ में कई लोगों की मौत हो गई है. एटा के सीएमओ उमेश कुमार त्रिपाठी कहते हैं, "पोस्टमार्टम हाउस में अब तक 27 शव आ चुके हैं, जिनमें 25 महिलाएं और 2 पुरुष शामिल हैं। कई घायलों को भी भर्ती कराया गया है। जांच के बाद आगे की जानकारी सामने आएगी। प्राथमिक कारण धार्मिक आयोजन के दौरान मची भगदड़ है."
मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लिया. मुख्यमंत्री ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
सीएमओ एटा डॉ. उमेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि जो हादसा हुआ है वहां से 27 बॉडी हमारे पास आयी हैं. इसमें 25 महिलाएं और दो पुरुष हैं. पुलिस प्रक्रिया के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा-
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मंगवार को एक सत्संग समापन के दौरान भगदड़ मच गई. समाचार लिखे जाने तक इस भगदड़ में 27 लोगों के मारे जाने की सूचना है.
बैकग्राउंड
Rahul Gandhi Hathras Visit Live: हाथरस जिले के फुलरई गांव में प्रवचनकर्ता बाबा नारायण हरि उर्फ साकार विश्व हरि ‘भोले बाबा’ के कार्यक्रम में मंगलवार को करीब ढाई लाख अनुयायी एकत्र हुए थे. इस दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई जिनमें अधिकतर महिलाएं हैं. अधिकतर अनुयायियों की मौत दम घुटने के कारण हुई.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने सत्संग के आयोजकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें उन पर साक्ष्य छिपाने और शर्तों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है. कार्यक्रम में ढाई लाख लोग एकत्र हुए थे, जबकि केवल 80,000 लोगों के ही एकत्र होने की अनुमति दी गई थी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लिया. मुख्यमंत्री ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है. मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए. उन्होंने बुधवार को घटनास्थल का दौरा भी किया.
इन सबके बीच हाथरस कांड में बड़े एक्शन की तैयारी है. आयोजक मंडल समेत स्थानीय प्रशासन पर एक्शन की तैयारी है. मुख्यमंत्री कार्यालय से पूरे घटनाक्रम में रिपोर्ट तलब की गई.
पीएम मोदी ने इस घटना पर कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में अनेक लोगों की दुखद मृत्यु हुई है. जिन लोगों के इस हादसे में जान गई है उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. मैं घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार के देखरेख में प्रशासन राहत औऱ बचाव कार्य में जुटा हुआ है. केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उत्तर प्रदेश के संपर्क में हैं. मैं सभी को भरोसा देता हूं कि पीड़ितों की हर तरह से मदद की जाएगी.
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए दुःखद हादसे से मन अत्यंत व्यथित है. इस दुर्घटना में जान गँवाने वाले लोगों के परिवारजनों के प्रति संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ. ईश्वर उन्हें यह कष्ट सहने की शक्ति दें. स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ.
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