Hathras Satsang Stampede: यूपी के लखीमपुर खीरी में भी हाथरस कांड के दोषी बाबा भोले का आश्रम बना हुआ है. जनपद में हजारों की संख्या में भोले नारायण साकार हरि के भक्त हैं और इन भक्तों में काफी आस्था है. सदर तहसील इलाके के सुंदरवल कस्बे में कई एकड़ में फैला है बाबा का आश्रम. भक्तों में घटना के बाद भी उत्साह कम नहीं हुआ है.


हाथरस घटना कांड के बाद आज लखीमपुर खीरी एबीपी न्यूज की टीम पहुंची और पड़ताल की. मौके पर मौजूद आश्रम की जगह के मालिक गोविंद कुमार ने बताया कि 2019 में यहां पर बाबा का प्रोग्राम हुआ था. हमारी उनमें श्रद्धा है. हमने यह जमीन प्रांगण सत्संग के लिए दिया था. उस समय भक्त गण आए थे. उनका प्रवचन सुना था.


हाथरस हादसे के बाद भी भक्तों ने बाबा से दिखाई श्रद्धा


गोविंद ने हाथरस कांड पर कहा कि भक्तों की लापरवाही रही है. बाबा ने खेद भी व्यक्त किया है. गोविंद ने आप बीती भी बताई कि भोले बाबा की कृपा से हम ठीक हैं तभी से हम सबकी आस्था और बढ़ गई है. आश्रम पर महिला भक्त जय देवी प्रतिदिन बाबा के कमरे को साफ सफाई करती हैं. पूजा आरती करती हैं. महिला भक्त की भी अपार श्रद्धा है. नारायण साकार हरि ने कहा कि हाथरस कांड मामले में बाबा की कोई गलती नहीं है, जिसकी मौत आ गई. मृतकों के लिये कहा फिर क्या कोई करेगा, भागने की क्या जरूरत थी, जो गलत करेगा वही भोगेगा.


आश्रम पर पहुंची थी पुलिस 


जमीन मालिक गोविंद ने बताया कि 2015 में भी सत्संग हुआ था, तब यहां से कुछ दूरी पर एक दुर्घटना हो गई थी. जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी. गोविंद ने कहा कि हाथरस सत्संग को सुनने के लिए यहां से पांच बजे गई थी. मीडिया पहुंचने की जानकारी पर पुलिस चौकी की एक गाड़ी आश्रम पर पूछताछ के लिए पहुंची थी.


क्यो बोलीं महिला भक्त?


वहीं एक महिला भक्त ने बताया कि हमारे बेटा हुआ है. बाबा की कृपा से आज हम इस जगह आश्रम पर आए हैं नमन करने के लिए. आश्रम पांच एकड़ की जगह पर बना हुआ है. काफी कुरेदने पर गोविंद ने कहा कि भक्त कुछ महीने के बाद आकर पूजा कर लेते हैं, बाकि बाबा अभी नहीं आए. आगे का प्लान भी अभी क्लियर नहीं है. गोविन्द में कहा कि बाबा किसी से कोई पैसे नहीं लेते हैं. जमीन दान की बात पर कहा कि जमीन नहीं दी है, फिलहाल जांच की बात की जा रही है.


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