Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में बाबा भोले के सत्संग में मची भगदड़ के बाद कई लोगों की मौत हो चुकी हैं. हादसे में घायल और मृतकों को अलग-अलग अस्पताल में ले जाया गया है. ऐसे में उनकी तलाश और बढ़ गई है. इस हादसे में मरने वालों की संख्या 121 तक पहुंच गई है.वहीं कई नेताओं ने इस हादसे पर शोक जताया है. इसी कड़ी में पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 105, 110, 126 (2), 223 और 238 के तहत भोले बाबा के मुख्य सेवादार कहे जाने वाले देवप्रकाश मधुकर और उस धार्मिक आयोजन के अन्य आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. 


आपको बता दें कि बाबा के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. एफआईआर में प्रमुख आरोप के तौर पर जिस शख्स का नाम है वह है देवप्रकाश मधुकर. देवप्रकाश मधुकर हाथरस के सिकंदराराऊ में दमदमपुरा का निवासी बताया जाता है.  देवप्रकाश भोले बाबा का खास बताया जाता है. हाथरस में हुआ सत्संग इसी के संरक्षण में हुआ है. भोले बाबा के इस सेवादार के साथ-साथ इस धार्मिक आयोजन में अन्य आयोजकों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है.  इसके घर पर फिलहाल ताला लगा हुआ है और वह अपने परिवार संग फरार है.


कब हुई एफआईआर दर्ज
यह एफआईआर हाथरस के सिकंदराराऊ थाने में 2 जुलाई 2024 को रात करीब 10:18 बजे दर्ज हुई है. यह एफआईआर ब्रजेश पांडेय नाम के शख्स ने दर्ज कराई है. हाथरस हादसे को लेकर प्रशासन की ओर से जारी सूची के मुताबिक मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. घटना के बाद कई बड़े अधिकारियों के बाद मंत्री भी घटनास्थल पहुंचे थे.  मंगलवार शाम को डीजीपी प्रशांत कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया था. डीजीपी ने कहा कि इस मामले में जांच की जा रही है. इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई जा रही है. जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी.


ये भी पढ़ें: Hathras Stampede: पश्चिमी यूपी में फैला है बाबा का साम्राज्य, सामने आईं अंदर की एक्सक्लूसिव तस्वीरें, अब भी माथा टेक रहे लोग