Hathras News: हाथरस भगदड़ पर गठित एसआई़टी ने अपनी पूरी रिपोर्ट में नारायण साकार हरि का कहीं जिक्र तक नहीं किया है. रिपोर्ट में  हाथरस हादसे के लिए कार्यक्रम आयोजक मुख्य जिम्मेदार, स्थानीय प्रशासन की जवाबदेही भी तय की गई है. दो सदस्यीय जांच समिति ने जांच रिपोर्ट सौंपी  और कहा कि साजिश से इंकार नहीं है ऐसे में गहन जांच की जरूरत है. रिपोर्ट में कहा गया कि हाथरस हादसा आयोजकों की लापरवाही से हुआ. भीड़ को आमंत्रण देकर पर्याप्त इंतज़ाम नहीं किया गया.


रिपोर्ट में कहा गया कि स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों ने आयोजन को गंभीरता से नहीं लिया. वरिष्ठ अधिकारियों को समुचित जानकारी नहीं दी.


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जांच समिति के रिपोर्ट के आधार पर एसडीएम, सीओ व तहसीलदार सहित 06 निलंबित कर दिए गए हैं. हाथरस हादसा की गहन जांच के लिए न्यायिक आयोग भी कार्रवाई शुरू कर चुका है.  रिपोर्ट में कहा गया कि आयोजकों ने बिना पुलिस वेरिफिकेशन जिन लोगों को अपने साथ जोड़ा, उनसे अव्यवस्था फैली.


इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश बृजेश कुमार श्रीवास्तव, सेवानिवृत्त आईपीएस हेमंत राव और सेवानिवृत्त आईपीएस भवेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में एक अलग न्यायिक आयोग भी हाथरस भगदड़ मामले की जांच कर रहा है.


हर पहलू की जांच होगी- सीएम
भगदड़ के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा था कि मामले में साजिश समेत हर पहलू की जांच की जाएगी. एडीजी कुलश्रेष्ठ ने गत पांच जुलाई को  बताया था कि उन्होंने भगदड़ में साजिश के पहलू से इनकार नहीं किया है और कहा था कि घटना के लिए आयोजकों को दोषी ठहराया गया है.


पुलिस समेत सरकारी एजेंसियों ने दो जुलाई के कार्यक्रम में कुप्रबंधन के लिए अभी तक आयोजकों को ही जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा है कि कार्यक्रम में भीड़ अनुमानित संख्या 80,000 से बढ़कर 2.50 लाख से अधिक हो गई. हालांकि, छह जुलाई को ‘स्वयंभू’ बाबा के वकील ने दावा किया था कि ‘कुछ अज्ञात लोगों’ द्वारा छिड़के गए ‘किसी जहरीले पदार्थ’ के कारण भगदड़ मची.


भगदड़ के सिलसिले में अब तक मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. मधुकर हाथरस के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के फुलराई गांव में दो जुलाई को स्वयंभू संत सूरजपाल उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के ‘सत्संग’ का मुख्य आयोजक और धन जुटाने वाला था. दो जुलाई को स्थानीय सिकंदराराऊ थाने में दर्ज प्राथमिकी में भोले बाबा का नाम आरोपी के तौर पर नहीं दर्ज है.


हाथरस के सिकंदराराऊ इलाके में गत दो जुलाई को प्रवचन कर्ता हरि नारायण साकार विश्व हरि उर्फ ‘भोले बाबा’ के सत्संग के समापन के दौरान भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हो गई थी.