Hathras Satsang Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई . इसमें 100 से अधिक लोगों की मौत हुई हौ जबकि सैकड़ों जख्मी हैं. कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है. ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. हादसा हाथरस जिले से 47 किलोमिटर दूर फुलरई गांव में हुआ है. चश्मदीदों ने बताया कि जैसे ही सत्संग खत्म हुआ लोगों ने भागना शुरू किया, इसी दौरान हादसा हुआ


हाथरस भगदड़ की घटना की चश्मदीद शकुंतला देवी का कहना है, "वहां भोले बाबा का सत्संग चल रहा था. सत्संग खत्म होते ही कई लोग वहां से निकलने लगे. सड़क ऊबड़-खाबड़ होने के कारण भगदड़ मच गई और लोग गिर गए."


चश्मदीद शकुंतला देवी ने आगे कहा कि लोग एक दूसरे के ऊपर गिर गए, जिससे कई लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में चश्मदीद शकुंतला देवी की पड़ोसन की भी मौत हो गई है. उन्होंने बताया कि बहुत सारे लोग प्रवचन सुनने के लिए आए थे. ऐसे में बताया जा रहा है कि क़रीब 50 हज़ार लोग प्रवचन सुनने के लिए अलग-अलग जिलों से आए थे, लेकिन पंडाल में उमस और गर्मी की वजह से भगदड़ मच गई. कार्यक्रम जैसे ही ख़त्म हुआ तो लोग इधर-उधर भागने लगे और ये हादसा हुआ. 


हाथरस भगदड़ की घटना के प्रत्यक्षदर्शी सुरेश कहते हैं, "मैं अपने परिवार के सदस्यों के साथ बदांयू से यहां आया था. मेरे छोटे भाई की पत्नी भगदड़ के बाद से लापता है. हमें पता चला कि कई लोग लापता हैं. मैं माइक से घोषणा कर रहा था.” लेकिन इससे कोई मदद नहीं मिली."


प्रत्यक्षदर्शी सुरेश कहते हैं कि कार्यक्रम के दौरान भगदड़ मचने से मेरे छोटे भाई की पत्नी, जिनका नाम गीता है वह भगदड़ से बाद से ही लापता हैं. उनका कुछ भी पता नहीं चल पा रहा है. उन्होंने कहा कि हम लोग जिला बदायूं से कुल आठ लोग आए थे. सात लोग तो साथ में हैं, लेकिन केवल उनके भाई की पत्नी ग़ायब हैं. उन्होंने कहा कि इस हादसे में और भी लोग ग़ायब हैं, जो नहीं मिल रहे हैं. तो वहीं उन्होंने कहा पुलिस प्रशासन कुछ भी नहीं बता रहा है. कार्यक्रम को लेकर उन्होंने कहा कि आज एक दिन ही कार्यक्रम था और इतना बड़ा हादसा हो गया.


हाथरस भगदड़ की घटना के एक चश्मदीद का कहना है, "हम आगरा से यहां सत्संग में शामिल होने आए थे. मेरी 15 साल की बेटी लापता है. आगरा से करीब 20-25 लोग आए थे, लेकिन हमें मेरी बेटी कहीं नहीं मिल रही है." पुलिस का कहना है कि उन्हें कुछ नहीं पता है."


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