मायावती पर गुस्सा और अखिलेश यादव की तारीफ, भोले बाबा के वकील ने BSP सुप्रीमो को खरी-खोटी सुनाई
Hathras Stampede: भोले बाबा के वकील एपी सिंह ने इस पूरे मामले को षड्यंत्र का मामला बताया और उन्होंने कहा कि षड्यंत्र के तहत 121 मौतें हुई. नारायण साकार हरि तो कार्यक्रम का समापन करके जा चुके थे.
UP News: हाथरस जिले के थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र के फुलराई गांव में बीते 2 जुलाई को नारायण साकार हरि के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में हुई 121 लोगों की मौत के मामले में शुक्रवार को हादसे के आरोपियों की हाथरस न्यायालय कोर्ट में पेशी हुई. पेशी के दौरान नारायण साकार हरि के अधिवक्ता डॉ. एपी सिंह भी हाथरस पहुंचे. इस दौरान उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती के बयान पर प्रतिक्रिया दी.
नारायण साकार हरि के अधिवक्ता डॉ एपी सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती को चार्जशीट वाले मामले में बयान देने पर आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा है कि जो राजनीतिक दल कह रहे हैं कि चार्जशीट में नारायण साकार हरि का नाम होना चाहिए उन्हें अपने केसों की चिंता करनी चाहिए. उन्होंने पीड़ितों की मदद न करने के लिए मायावती की आलोचना की है और अखिलेश यादव की इस बात के लिए तारीफ की है कि उन्होंने पीड़ितों को एक-एक लाख रुपए की मदद तो दी.
Hathras, Uttar Pradesh: Advocate AP Singh, representing Narayan Sakar Hari (Bhole Baba) on Hathras Stampede case, says, "Eleven people were arrested in this case. One of them has been released, and the process for another release is ongoing. The High Court granted interim bail to… pic.twitter.com/OyoicfvniI
— IANS (@ians_india) October 4, 2024
हाथरस हादसा को एपी सिंह ने बताया षड्यंत्र
वहीं अधिवक्ता एपी सिंह ने इस पूरे मामले को षड्यंत्र का मामला बताया और उन्होंने कहा कि षड्यंत्र के तहत 121 मौतें हुई. नारायण साकार हरि तो कार्यक्रम का समापन करके जा चुके थे. वहीं पेशी के दौरान मानव मंगल मिलन सदभावना समागम के पदाधिकारियों देव प्रकाश मधुकर व अन्य 9 आरोपियों को फिजिकल पेशी के लिए अलीगढ़ ज़िला कारागार से हाथरस ज़िला न्यायालय की अदालत में न्यायिक अभिरक्षा में पेश किया गया. इस मामले में एक आरोपी मंजू यादव इलाहाबाद हाई कोर्ट आदेश से जमानत पर बाहर है.
पुलिस ने दाखिल की 3200 पेजों की चार्जशीट
बता दें कि इस मामले में हाथरस पुलिस ने 11 आरोपियों के खिलाफ 2 अक्टूबर को 3200 पेजों की चार्जशीट दाखिल की है. जिसमें नारायण साकार हरि ऊर्फ भोले बाबा का नाम नहीं. इसे लेकर बसपा चीफ मायावती ने आपात्ति जताई थी.
(हाथरस से आर के अग्रवाल की रिपोर्ट)