Hathras News: हाथरस भगदड़ हादसे को लेकर अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुख्य आरोपी सेवादार पर एक लाख का इनाम घोषित किया है. अलीगढ़ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक शलभ माथुर ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पिछले मंगलवार को हाथरस के सिकंदराराऊ क्षेत्र स्थित फुलरई गांव में आयोजित हरिनारायण साकार विश्वहरि भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत के मामले में अब तक दो महिला सेवादारों समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. हालांकि कई सवालों के जवाब अभी तक नहीं मिले हैं. यहां जानें- अब तक क्या-क्या हुा है?


- घटना 2 जुलाई 2024 को दोपहर करीब 2 बजे की है
- 50 घंटे से अधिक हो गए हैं लेकिन अभी भी मुख्य आरोपी फरार है (4 जुलाई को शाम 4 बजे के अनुसार)


- हाथरस में सत्संग में हुए एक बड़े हादसे में अब तक लगभग 123 लोगों की मौत और 28 से अधिक घायल होने की खबर
- पुलिस ने कार्यवाही करते हुए 20 लोगों को हिरासत में लिया है
- एफआईआर में नामजद मुख्य सेवादार की तलाश जारी है
- तीस से ज्यादा सेवादारों से पुलिस पूछताछ कर रही है


घटनाक्रम
- नारायण साकार दोपहर करीब 12.30 बजे सत्संग में पहुंचे
- सत्संग करीब 1 घंटे तक चला
- नारायण साकार दोपहर करीब 1.40 बजे सत्संग स्थल से चले गए
- घटना दोपहर 1.45 - 2 बजे के आस पास हुई


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FIR जुलाई 2024
- एफआईआर में मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर को बनाया गया है
- एफआईआर में भोले बाबा का नाम नहीं है
- भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 173 के तहत एफआईआर दर्ज की गई
- भारतीय न्याय संहिता की धारा 105, 110, 126 (2), 223 और 238 लगाई गई
- करीब 80,000 लोगों के लिए अनुमति दी गई थी और इसके लिए व्यवस्था भी की गई थी
- लेकिन करीब 2.5 लाख लोग एकत्रित हुए
- बाबा के सत्संग से जाने के समय, श्रद्धालु (महिला, पुरुष व बच्चों) द्वारा उनकी गाड़ी के गुजरने के मार्ग से धूल समेटना शुरू कर दिया, कार्यक्रम स्थल से निकल रही लाखों श्रद्धालुओं की बेतहाशा भीड़ के दबाव के कारण नीचे बैठे, झुके श्रद्धालु दबे और कुचले गये
- लाठी-डंडों से लैस सेवादारों ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग करने की कोशिश की
- इससे भीड़ का दबाव बढ़ गया और लोग भगदड़ में कुचल गए
- आयोजकों और सेवादारों ने राहत कार्यों में सहयोग नहीं किया
- आयोजकों ने सत्संग में आने वाले लोगों की संख्या छिपाई और अनुमति से अधिक लोग एकत्रित हुए 
- यातायात प्रबंधन की शर्तों का पालन नहीं किया गया - जीटी रोड पर यातायात बाधित रहा
- आयोजकों और सेवादारों ने सबूत को छिपाने के लिए मृतकों और घायलों के सामान खेत में छुपा कर सबूत नष्ट करने की भी कोशिश की


न्यायिक आयोग गठित
- हाथरस घटना की जांच के लिए न्यायिक आयोग गठित
- हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज ब्रजेश कुमार की अध्यक्षता में बनी कमेटी
- रिटायर्ड आईएएस हेमंत राव और रिटायर्ड आईपीएस भावेश कुमार आयोग के सदस्य
- दो महीने में जांच कर राज्य सरकार को रिपोर्ट देगा आयोग
- जांच में घटना के सारे पहलू शामिल
- आयोग का मुख्यालय लखनऊ रहेगा