Russia Ukraine Conflict: यूक्रेन से वतन वापस लौटीं हाथरस की शिवानी और मुरादाबाद के कुर्बान, बताया- कैसे हैं वहां के हालात
Russia Ukraine War: हाथरस के कस्बा सादाबाद से यूक्रेन पढ़ने गई शिवानी गुप्ता आखिरकार सुरक्षित वापस अपने घर लौट आई है. घर लौटने पर मीडिया से बात करते हुए उसने और उसके परिजन ने सरकार का आभार जताया.
Russia Ukraine Crisis: हाथरस के कस्बा सादाबाद से यूक्रेन पढ़ने गई शिवानी गुप्ता आखिरकार सुरक्षित वापस अपने घर लौट आई है. घर लौटने पर मीडिया से बात करते हुए उसने और उसके परिजन ने सरकार का आभार जताया. शिवानी ने यूक्रेन के खराब हालात बताते हुए कहा कि वहां पर हर दिन डर के साये में बिताना पड़ रहा है. यूक्रेन के अधिकांश इलाकों में धमाकों की आवाज लोगों में दहशत पैदा कर रही है.
शिवानी पिछले चार साल से एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन के लिए रवाना हुई थी. जंग के बाद वापसी के दौरान उसे किसी भी तरह की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा है. अभी भी हाथरस के सादाबाद के आठ बच्चों के परिवार उनके आने का इंतजार कर रहे हैं. भारत सरकार द्वारा चलाये ऑपरेशन गंगा से परिवारों ने राहत की सांस ली है. यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे शादाब के पिता शमीम खान ने बताया कि जिस दिन से रूस और यूक्रेन के बीच जंग होना शुरू हुई तब से हमारी सांसे रुकी थी. अभी शादाब यूक्रेन से हंगरी 62 दिन के बीजा पर पहुंच गया है, उसका इंडिया आने के लिए फ्लाइट का रजिस्ट्रेशन भी हो गया है. भारत सरकार के प्रयास से अब वो सही सलामत घर वापस आ रहा है.
शिवानी ने दी ये जानकारी
शिवानी ने बताया कि अपने देश में आकर अच्छा लग रहा है. वहां पर डर का माहौल था. 24 तारीख को कीव में सुबह अटैक हुआ तो हम सब डरे हुए थे कि बस कैसे भी करके अपने घर जाए. भारत सरकार ने हमारी मदद की फ्लाइट का अरेजमेंट करवाया, धीरे धीरे करके बच्चों को निकाला गया. 250 -250 करके बच्चों को निकाला जा रहा है. हमारा दूसरा नंबर था हमसे पहले भी एक और बस निकली थी. भावुक होते हुए शिवानी ने कहा कि भारत सरकार का बहुत-बहुत धन्यवाद हमें घर पहुंचाने के लिए क्योंकि वहां पर बहुत ज्यादा डर का माहौल बना हुआ है. बच्चे बहुत डरे हुए हैं ना वहां पर ना खाना मिल पा रहा है ना पीने को कुछ मिल पा रहा है. भगवान का शुक्र है कि हम सेफली घर वापस आ गए.
लगातार बढ़ रहा है रूस-यूक्रेन विवाद
रूस यूक्रेन विवाद बढ़ता ही जा रहा है. इस युद्ध के बीच यूक्रेन से लोगों के पलायन का सिलसिला जारी है. यूक्रेन रूस जंग में यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा जारी है. तो वहीं इसी को लेकर मुरादाबाद का प्रशासन भी लगातार यूक्रेन में फंसे बच्चों से संपर्क बनाए हुए हैं. यूक्रेन में फंसे बच्चों के साथ-साथ डीएम एसडीएम उनके परिजनों के संपर्क में भी हैं. दिन प्रतिदिन यूक्रेन से भारतीयों के वापस आने का सिलसिला जारी है. मुरादाबाद के थाना भोजपुर इलाके के गांव गोदी सलेमपुर से पढ़ाई करने गए छात्र मोहम्मद कुर्बान आलम यूक्रेन से अब अपने वतन वापस लौट आए हैं.
छात्र कुर्बान आलम ने कही ये बात
रूस के द्वारा यूक्रेन पर किए हमले के बाद भारत के लगभग 20 हजार स्टूडेंट यूक्रेन में फंसे हुए थे. अब यूक्रेन से वापस अपने वतन स्टूडेंट वापस आने लगे हैं. मुरादाबाद के थाना भोजपुर इलाके के गांव गोदी सलेमपुर से पढ़ाई करने गए छात्र कुर्बान आलम यूक्रेन से अब अपने वतन वापस लौट आए हैं. कुर्बान आलम ने मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि जो हालात हमने वहां पर देखे ऐसे हालातों के बारे में कभी हमने सोचा भी नहीं था. मैं इंडियन सरकार का शुक्र अदा करना चाहता हूं जिन्होंने हमें कोई परेशानी नहीं होने दी और हमें अपने वतन अपने घर भेजने में पूरी मदद की है.
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