Election 2022: उत्तर प्रदेश में आगामी 2022 के चुनाव से पहले सभी पार्टियों ने कमर कस ली है और वोटरों को अपने खेमे में करने के लिए पार्टियां सभी हथकंडे अपना रही हैं. इसी क्रम में भाजपा ने हाथरस के श्रीजी फार्म में अनुसूचित मोर्चा सम्मेलन आयोजित किया, जिसमें भाग लेने आये पूर्व केंद्रीय मंत्री, राज्यमंत्री आदि ने भाजपा द्वारा दलित, अनुसूचित जाति के लिए किए कार्यों के बारे में जानकारी दी और कांग्रेस, सपा, बसपा पर जमकर हमलावर रहे. साथ ही देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन, बिजली, गैस, शौचलय सहित तमाम तरह की योजनाओं की चर्चा की.
दरअसल हाथरस में भारतीय जनता पार्टी का अनुसूचित मोर्चा सम्मेलन आयोजित किया गया. इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा प्रभारी उत्तर प्रदेश राधामोहन सिंह के साथ राज्यमंत्री जी एस धर्मेश के साथ हाथरस सांसद राजवीर दिलेर, जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा उपाध्याय, सदर विधायक हरिशंकर माहौर, सिकंदराराऊ विधायक वीरेन्द्र सिंह राणा आदि ने भाग लिया.
नरेंद्र मोदी ने गरीब मां के आंसुओं को पोछा
भाजपा द्वारा अनुसूचित जाति के लिए किए गए कामों को गिनाया. वहीं मुख्य अतिथि ने दावा भी किया कि अब तक भाजपा ने अनुसूचित जाति के 42 एमपी, 12 केंद्रीय मंत्री, 3 राज्यपाल अपनी इस सरकार में दिए है. 80 करोड़ घरों में मुफ्त राशन, 70 हजार से अधिक अनुसूचित जाति की महिलाओं को रोजगार, 5 करोड़ छात्रों को मुफ्त कोचिंग दी. उन्होंने कहा कि पहले देश में ताकत वाली महिला रही, फिर 10 साल एक और ताकत वाली महिला ने देश पर राज किया, पर एक गरीब के बेटे मोदी ने रोटी बनाते समय जो मां अपने आंचल से अपने व बच्चों के आंसुओं को पोछती थी उन्हें आंसुओ से छुटकारा दिया है. हाथरस की ही बात करें तो एक लाख अस्सी हजार शौंचालय के साथ हर गांव पंचायत में सामूहिक शौंचालय बनाये हैं. आज इतने बड़े सम्मेलन में आप जनता को देख रहे है ये सब देख कर स्पष्ट हो जाता है जनता मोदी और योगी के साथ है.
हाथरस अनुसूचित मोर्चा सम्मेलन में भाग लेने आये राज्यमंत्री जीएस धर्मेश ने बताया कि अनुसूचित जाति पहले कांग्रेस के साथ थी, कांग्रेस ने दलितों को धोखा देते हुए 45 साल तक देश पर राज किया. उसके बाद मंडल कमीशन आया, दलित अनुसूचित जातियों ने मायावती का साथ दिया लेकिन वो अपने परिवार और भाई के भला करने में जुटी रही. भाजपा ने दलितों के बारे में सोचा मिफ्त 35 किलो राशन दिया, वृद्धा, दिव्यांग पेंशन को बढ़ाया.
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