चमोली: उत्तराखंड के चमोली में खूबसूरत वादियों के बीच एक गांव बसा है, जिसका नाम दुर्मी है. इस गांव की आबादी करीब 388 है. यहां के लोगों का आरोप है कि गांव में अभी तक कोई भी स्वास्थ्य विभाग की टीम कोरोना वायरस का टेस्ट करने के लिए नही आई है, जबकि गांव में कई दिनों से काफी ज्यादा लोग बीमार हैं.
गांव के लोगों का कहना है कि सिर्फ 7-8 लोगों के सैंपल लिए गए हैं, वो भी तब जब वैक्सीन लगाने के लिए टीम आई थी. जबकि गांव में कई लोगों को कोरोना के लक्षण है. प्रशासन को कई बार जानकारी देने के बाद भी टीम नहीं आ रही है. इस गांव में कोरोना को लेकर डर का माहौल बना हुआ है.
गंभीर मरीजों के लिए दिक्कत
गांव के निवासी प्रेम सिंह ने बताया कि ये गांव चमोली से करीब 32 किलोमीटर दूर है. यहां से चमोली जाने में 2 घंटे का समय लगता है. 12 किलोमीटर की सड़क खराब है. सबसे बड़ी बात ये है कि अगर कोई मरीज गंभीर हो जाए तो काफी दिक्कत होती है. प्रेम सिंह के मुताबिक कोरोना को लेकर पूरे गांव में डर का माहौल बना हुआ है. इनका कहना है कि इन्होंने लोगों में आ रहे कोरोना के लक्षण को लेकर CMO को कई बार कॉल किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.
दुर्मी गांव के ही रहने वाले एक ग्रामीण ने बताया कि गांव में डर का माहौल तो बना ही हुआ है साथ ही साथ सबसे बड़ी समस्या यहां और आसपास के गांव में एंबुलेंस की है. शहर से दूर होने के कारण और सड़क खराब होने की वजह से एंबुलेंस नही आ पाती है. 13 किलोमीटर दूर जाना पड़ेगा तब एम्बुलेंस आती है. आसपास जितने गांव है सभी की ये ही स्थिति है.