लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जो इंतजाम किए अब वैश्विक स्तर पर उसे सराहना मिल रही है. डब्ल्यूएचओ ने कोरोना के कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की तारीफ की है. साथ ही दूसरे राज्यों को भी उसी तरीके से कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग की सलाह भी दी है.
एक करोड़ 70 लाख से अधिक टेस्ट हो चुके हैं
दरअसल, उत्तर प्रदेश में अब तक एक करोड़ 70 लाख से ज्यादा कोविड-19 के टेस्ट हो चुके हैं और यहां जो पॉजिटिविटी रेट है वो तकरीबन 1.4 फीसदी के आसपास ही बना हुआ है. वहीं, हाई रिस्क ग्रुप के लोगों के कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग पर सरकार का विशेष जोर है. जबकि, एक पेशेंट से जुड़े तकरीबन 15 से 25 लोगों की कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है.
जनवरी में उपलब्ध हो सकती है कोरोना वैक्सीन
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह का साफ तौर पर कहना है कि कोरोना से निपटने के लिए सरकार ने जिस तरीके से टीमें गठित कीं और कोरोना कमांड सेंटर बनाए ये उसी का नतीजा है. सिंह का ये भी कहना है कि मार्च से पहले जनवरी में भी कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध हो सकती है इसलिए सरकार का सारा फोकस अब कोल्ड चेन डिवेलप करने और लोगों को वैक्सीन देने के लिए मेडिकल स्टाफ को ट्रेंड करने पर है.
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