Prayagraj News: उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर जिले के कौलसेना गांव निवासी आले हसन को समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री आज़म खां का बेहद करीबी समझा जाता है. फिलहाल रामपुर में दरोगा से लेकर सीओ तक के पद का सफर करने वाले आले हसन की आज जमानत अर्जी पर सुनवाई होनी है. रामपुर में तैनात रहे पूर्व सीओ आले हसन पर 25 आपराधिक मामले दर्ज हैं. जिनमें जमानत पाने के लिए आले हसन ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर की है.
पूर्व सीओ आले हसन के खिलाफ दर्ज 25 आपराधिक मामलों की जमानत अर्जियों पर इलाहाबाद हाईकोर्ट एकसाथ सुनवाई कर रहा है. इस मामले में यूपी सरकार का जवाब पहले ही दाखिल हो चुका है. बताया जा रहा है कि आले हसन पर रामपुर में किसानों की जमीन कब्जा करने में आजम खान की मदद करने का आरोप है. फिलहाल हाईकोर्ट में जस्टिस राजवीर सिंह की सिंगल बेंच में इस मुद्दे पर सुनवाई होगी.
आजम खां की यूनिवर्सिटी में रहे अधिकारी
बता दें कि समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान आले हसन सिविल लाइंस कोतवाली के इंस्पेक्टर पद पर तैनात थे. वहीं आज़म खां का करीबी होने का फायदा मिलने के कारण उन्हें प्रमोशन देते हुए सीओ सिटी के पद पर तैनात कर दिया गया. इसके साथ ही आजम खां ने रिटायर होने के बाद आले हसन को अपनी जौहर यूनिवर्सिटी का मुख्य सुरक्षा अधिकारी तक बनाया था.
कोर्ट में दर्ज 25 आपराधिक मामले
फिलहाल प्रदेश में सरकार बदलने और बीजेपी की एंट्री के साथ ही आजम खां पर कई मुकदमे दर्ज हुए. जिसके साथ ही आले हमन भी इससे नहीं बच पाए. आले हसन पर वर्तमान में 25 आपराधिक मामले दर्ज हैं. जो की कोर्ट में विचाराधीन हैं. वहीं आले हसन के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी होने के बाद उन्हें दिल्ली के शाहीनबाग थाना के जामिया नगर के अबुल फजल इंक्लेव स्थित उनके आवास से रामपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था.