प्रयागराज, एबीपी गंगा। आसमान से अंगारे बरस रहे हैं और सूरज की तपिश ने लोगों की जीना मुहाल कर रखा है। संगम नगरी प्रयागराज में इन दिनों आसमान से आग बरस रही है। गर्मी रोजाना नए रिकॉर्ड बना रही है। पिछले तीन दिनों से प्रयागराज देश का सबसे गर्म शहर बना हुआ है और यहां तापमान 48 डिग्री का आंकड़ा पार कर गया है।


बरस रहे अंगारे


बीते चौबीस घंटों में प्रयागराज का अधिकतम तापमान 48.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। हाफ सेंचुरी के करीब पहुंच चुके तापमान ने इसके साथ ही 25 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इससे पहले साल 1994 के मई महीने में पारा 48. 4 डिग्री पर गया था। 2013 और 2016 में भी तापमान ने 48  डिग्री का आंकड़ा पार किया था, लेकिन पारा 48.6 के पार नहीं गया था। प्रयागराज में लगातार चार दिनों से तापमान 47 डिग्री से अधिक रिकॉर्ड किया जा रहा है। यह सामान्य से करीब सात डिग्री ज्यादा है।


हाल है बेहाल


सूरज की तपिश और लू के थपेड़ों के चलते प्रयागराज का जन जीवन बेहाल हो गया है। यहां दिन चढ़ते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है और लोग बेहद ज़रूरी होने पर ही घर से बाहर निकलते हैं। रिकॉर्डतोड़ गर्मी की वजह से सैकड़ों लोग हीट स्ट्रोक का शिकार होकर अलग-अलग अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। प्रयागराज में मानसून 25 जून के करीब दस्तक देता है। ऐसे में यहां के लोगों को फिलहाल झुलसा देने वाली गर्मी से निजात नहीं मिलने वाली है। गर्मी के चलते यहां के स्कूल तीस अप्रैल से ही बंद हैं।



सेहत पर असर


भीषण गर्मी में कूलर और पंखे पहले ही जवाब दे चुके थे, लेकिन अब एसी भी भीषण गर्मी के आगे बेबस साबित हो रहे हैं। सूर्य देव की नाराजगी न सिर्फ लोगों को परेशान कर रही है बल्कि जिंदगी व सेहत पर भारी भी पड़ रही है। तमाम लोग सड़कों पर चलते हुए अचानक गश खाकर गिर रहे हैं। प्रशासन द्वारा प्याऊ के इंतजाम नहीं किये जाने से लोगों को खासी दिक्कत हो रही है। लोगों का मानना है कि जब मई महीने में यह हाल है तो जून में क्या होगा। सूरज की तपिश के चलते सड़कों पर अघोषित कर्फ्यू सा नजारा है। वैसे मौसम के जानकारों का कहना है कि लगातार पड़ रही भीषण गर्मी इस बार अच्छे मानसून का संकेत है।