वाराणसी: कोविड अस्पताल में लूटतंत्र, कोरोना मरीजों से मनमानी फीस वसूल रहे हैं डॉक्टर, पढ़ें ये रिपोर्ट
कोरोना मरीजों के लिये सरकार भले ही तमाम सुविधाओं का दावा कर रही हो लेकिन ये सब कागज पर ही दिख रहा है. काशी के कोविड अस्पताल में डॉक्टर बेलगाम हो गये हैं. मरीजों से मोटी फीस वसूली जा रही है. .
वाराणसी. कोरोना इस वक्त वैश्विक आपदा भले ही हो लेकिन वाराणसी में कोरोना की आपदा को निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने अवसर के तौर पर बदल दिया है. मरीजो की जेबें ढीली हो रही हैं और निजी चिकित्सा व्यवस्था बेलगाम है.
काशी में कोरोना का आंकड़ा नौ हजार के पार हो चुका है. लेकिन अगर आप अपना इलाज कराने के लिए निजी अस्पताल की ओर जा रहे हैं, तो हो सकता है आप कर्जदार हो जाएं. निजी अस्पाताल के डॉक्टर कितने बेखौफ हैं, इसकी बानगी सामने आई. यहां के मैदागिन स्थित निजी चिकित्सालय के डॉक्टर और डायरेक्टर मनमोहन श्याम हैं ने कैमरे पर बताया कि इन्होंने मरीजों से दस लाख रुपये तक लिए हैं. इतना ही नहीं डॉक्टर साहब ने कैमरे पर बताया कि इसकी जानकारी सीएमओ को है. अब चिकित्सा तंत्र कितना बेलगाम है आप खुद ही समझ सकते हैं.
डॉक्टरों की वसूली
दरअसल वाराणसी में मरीजो की शिकायत कोई नई नहीं है. अगर आप सरकारी अस्पताल में जाते हैं तो अव्यवस्था का सामना करना होगा और इन्ही डॉक्टर साहब की देख रेख में बाहर निकले कोरोना मरीज रहे आनंद कुमार मिश्र के साथ जो हुआ, उसे भी जानिये. इनसे तो डॉक्टर साहब ने दो लाख रुपये वसूले. इनकी माने तो इलाज के दौरान इनसे अलग रूम के पैसे लिए और इन्हें आम मरीजों की तरह रखा इतना ही नहीं बिना टेस्ट किये, इन्हें टेस्ट रसीद पकड़ा दी.
मरीज निराश
अब पीड़ित मरीज न्याय की गुहार लगा रहे हैं. इसके साथ ही इन्होंने मामले को लेकर प्रशासन से शिकायत की है, लेकिन अभी तक सुनवाई न होने से निराश हैं. ऐसा इनके साथ ही नहीं है बल्कि कई मरीजों के परिजन अस्पताल के बाहर गुमान में चूर डॉक्टर के अत्याचार की गवाही दे रहे हैं.
कोरोना बढ़ रहा है, व्यवस्था के दावे किए जा रहे हैं लेकिन ऐसे चिकित्सक उन दावों पर दाग लगाने का काम कर रहे हैं. अब देखना ये होगा कि इन बेलगाम डॉक्टरों पर कैसी कार्रवाई होती है.
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