राम मंदिर निर्माण में नींव की खुदाई और ढलाई के लिये मशीनें अयोध्या पहुंचींं
राम मंदिर के शिलान्यास के बाद अब नींव का काम तेजी से किया जाएगा. इसके लिये बड़ी मशीनें अयोध्या पहुंच गई हैं. नींव का ढांचा मशीनों की सहायता से ही तैयार किया जाएगा.
अयोध्या. राम मंदिर निर्माण के बुनियाद स्ट्रक्चर तैयार करने के लिए बाहर से मशीनों के आने का सिलसिला लगातार जारी है. पहले आई पाइलिंग ड्रिल मशीन का सांचा तैयार करने वाली मशीन का दूसरा हिस्सा आज राम जन्मभूमि परिसर पहुंच गया. वहीं, राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र भी अयोध्या पहुंचे हैं. राम जन्मभूमि परिसर पहुंच कर उन्होंने राम मंदिर निर्माण प्रगति का जायजा लिया.
इस तरह होगा काम
आपको बता दें राम मंदिर निर्माण के लिए राम जन्मभूमि परिसर के 1200 स्थानों पर 35 मीटर गहराई और एक मीटर चौड़ाई की पाइलिंग की जाएगी. मशीन के द्वारा ही गड्ढा खोदकर उसमें खास तौर पर चयन की गई कंक्रीट मौरंग और सीमेंट का मिश्रण डाला जाएगा. यह मिश्रण खुदाई के बाद दूसरी मशीन से पिलर की शक्ल में ढल जाएगा. सूख जाने के बाद मशीन का फर्मा बाहर निकाल लिया जाएगा. अयोध्या में लगभग 55 फिट पर पानी का स्टेट्स है, इसलिए उम्मीद की जानी चाहिए कि 35 मीटर गहराई के दौरान पानी के दो लेयर मिलेंगे.
राम मंदिर के लिए बुनियाद स्ट्रक्चर तैयार करने वाली मशीनों के राम जन्मभूमि परिसर पहुंच जाने के बाद अब माना जा सकता है कि राम मंदिर की बुनियाद स्ट्रक्चर में प्रयोग होने वाली चयन की गई सामग्री जैसे सीमेंट, मौरंग और गिट्टी भी जल्द ही राम जन्मभूमि परिसर पहुंचेगी और इसके बाद राम मंदिर की बुनियाद का कार्य शुरू हो जाएगा. बताया जाता है कि अब नक्शे के अनुसार उन स्थानों के चिन्ह्ाकंन का कार्य शुरू हो गया है जहां पाइलिंग की जानी है.
मशीन ऑपरेटर अनिल सोनकर के मुताबिक यह मशीन राम मंदिर के लिए मंगाई गई है, और इससे बुनियाद की खुदाई और ढलाई का कार्य किया जाएगा.
ये भी पढ़ें.
यूपी की कानून-व्यवस्था को लेकर मायावती ने जताई चिंता, कहा- दोषियों पर हो कार्रवाई
यूपी में मॉब लिचिंग का शिकार बना शख्स, पड़ोसी ने उड़ाई थी बेटी को बेचने की अफवाह