प्रयागराज, एबीपी गंगा। उत्तर भारत के दूसरे हिस्सों की तरह संगम नगरी प्रयागराज में भी मौसम अचानक बेईमान हो गया है। यहां आज सुबह जमकर बारिश हुई और साथ ही ओले भी गिरे। करीब एक घंटे तक हुई बारिश और ओले गिरने से तापमान में भले ही गिरावट आ गई हो और मौसम सुहाना हो गया हो, लेकिन इससे किसानों को जबरदस्त नुकसान उठाना पड़ा है। किसानों की गेंहू-सरसों, मटर और आलू की फसल तबाह हो गई है। इसके अलावा आम के पेड़ों पर आए बौर भी मौसम के इस बदले हुए मिजाज़ से खराब हुए हैं।


प्रयागराज में अब भी आसमान में बादल छाए हुए हैं और बीच बीच में हल्की बूंदा बांदी हो रही है। किसानों का कहना है कि उनकी तैयार फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। सबसे ज़्यादा नुकसान जिले के यमुनापार इलाके में हुआ है। यहीं सबसे ज़्यादा बारिश और ओले गिरे हैं।


मौसम में आए बदलाव का फसलों पर भी प्रभाव पड़ा है। यमुनापार के कोरांव, मेजा, लेडिय़ारी, खीरी और नारीबारी इलाके में ज्यादातर दलहनी और तिलहनी के साथ गेहूं की अगेती फसलें भी चौपट हो गईं। फसल गिरने से गेहूं के दाने खराब होंगे। पिछले हफ्ते भी यमुनापार के कोरांव, मेजा, बड़ोखर, नारीबारी, घूरपुर में बारिश हुई थी। कई स्थानों पर ओले पड़े थे। इसके बाद बुधवार शाम बारिश हुई तो रात में ओले गिरे। मेजा, कोरांव क्षेत्र में सबसे ज्यादा वे गांव प्रभावित हुए जो नदियों के किनारे हैं। बेलन, टुडिय़ारी, टोंस, गोरमा, नैनी और लपरी नदियों के किनारे बसे सौ से ज्यादा गांवों में ओले गिरे।