Bageshwar News: उत्तराखंड में मॉनसून ने दस्तक देते ही आफत मचा दी है. बागेश्वर जिले के कपकोट तहसील क्षेत्र में बीती रात भारी बारिश होने से जनजीवन अस्तव्स्त हो गया है. भारी बारिश से रात दो बजे सरयू खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी. इसके साथ ही बारिश से कपकोट ब्लॉक का असों में स्थापित उपकेंद्र एएनएम सेन्टर रात में पूरी तरह ध्वस्त हो गया. वहीं असों फाल्दा की सड़क बारिश में पूरी तरह से डूब गई है. जगह—जगह भूस्खलन होने से 25 मोटर मार्ग बंद हो गए और ग्रामीण क्षेत्रों में सात पैदल पुल भी गिर गए.
विधायक और अधिकारियों ने लिया जायजा
बागेश्वर जिले के कपकोट विकासखंड में बीती रात बारिश ने जमकर कहर बरफाया. यहां 212.50 एम एम बारिश रिकार्ड हुई. बारिश से सरयू नदी का जलस्तर 869.00 एम रिकार्ड किया गया. भारी बारिश से क्षेत्र में नेटवर्क भी गायब हो गया है, जिससे जानकारी जुटाने में दिक्कतें आ रही है. वहीं जिला प्रशासन आपदा में हुए नुकसान की जानकारी जुटा रहा है. बारिश से भारी नुकसान होने पर क्षेत्रीय विधायक सुरेश गढ़िया, उपजिलाधिकारी, तहसीलदार, पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण आदि ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों में जाकर हालात का जायजा लिया.
खतरे के निशान से ऊपर पहुंची सरयू नदी
भारी बारिश से नगर क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों तक कई जगहों से नुकसान की खबरें आ रही है. क्षेत्रीय विधायक सुरेश गढ़िया रात से नुकसान का जायजा लेने में जुटे हुए हैं. विधायक गढ़िया ने बताया कि कपकोट के पनौरा और असों क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है. सरयू नदी के उफान से नदी से लगे क्षेत्रों में भी नुकसान हुआ है. जगह-जगह मलबा गिरने से पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में कई स्थानों पर बिजली की लाइन को भी नुकसान हुआ है. वहीं कुछ लोगों के आवासीय घरों के भी क्षतिग्रस्त होने की सूचनाएं मिल रही हैं. उन्होंने बताया कि वो फिलहाल नुकसान का जायजा ले रहे हैं. जिसके बाद ही वास्तविक स्थिति का और नुकसान का पता चल सकेगा.
बारिश से 25 मोटरमार्ग बाधित
मूसलाधार बारिश के चलते बालीघाट दोफाड़ कोटमन्या, कपकोट पोलिंग गैरखेत, कपकोट पिंडारी समेत 25 मोटरमार्ग बाधित हो गए हैं. जनप्रतिनिधियों का कहना है कि पानी की निकासी नाली और कलमठ ना होने से सड़कों को ज्यादा नुकसान हुआ है. सुबह बारिश थमने पर सरकारी अमला मौके पर पहुंचा और बंद सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी लगवाई. दोपहर बाद पूरे जिले में तेज बारिश होनी शुरू हो गई. इससे बंद सड़कों को खोलने के काम को रोकना पड़ा.
वहीं जिलाधिकारी विनीत कुमार ने बताया कि पिछले पांच सालों में इस बार जून माह में सबसे ज्यादा बारिश हुई है. उन्होंने कहा कि बंद सड़कों को जल्द से जल्द खुलवाने की कोशिश की जा रही है.
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