Rain in Madmaheshwar Dham: द्वितीय केदार के नाम से विश्व विख्यात मदमहेश्वर धाम (Madmaheshwar Dham) में बारिश होने से अफरा-तफरी का माहौल है. बारिश का पानी और मलबा मंदिर प्रांगण सहित आस-पास के क्षेत्र में भर गया (Water logging in Temple campus) है. मंदिर में रह रहे लोग इधर-उधर सुरक्षित स्थानों पर भाग गये हैं. धाम में लगातार बारिश हो रही है. ऊपरी पहाड़ी में जल मोड़ नाली का निर्माण ना होने से नदी नाले उफान पर हैं.


मंदिर में भर गया मलबा


द्वितीय केदार के नाम से विश्व विख्यात मदमहेश्वर धाम में जमकर बारिश हो रही है. बारिश के कारण धाम के नदी नाले उफान पर हैं. बारिश का पानी और मलबा मंदिर में भर गया है. मंदिर प्रांगण भी पूरी तरह से मलबे से भर गया है. मंदिर के आगे नदी-नालों का तेज बहाव बह गया है. बारिश होने से मंदिर परिसर खाली पड़ा हुआ है. मदमहेश्वर धाम के बुग्यालों से बारिश का पानी सीधे मंदिर की ओर आ रहा है. जिस कारण जंगल का मलबा और पानी मंदिर में घुस गया है. बारिश का पानी और मलबा मंदिर प्रांगण सहित आस-पास के क्षेत्रों में घुस गया है. मंदिर प्रांगण से उफान पर आया गदेरा बह रहा है और बारिश के बीच मंदिर परिसर सुनसान नजर आ रहा है.


जल मोड़ नाली ना होने से दिक्कतें 


जिला पंचायत सदस्य विनोद राणा ने कहा कि, मदमहेश्वर धाम के ऊपरी पहाड़ी में जल मोड़ नाली का निर्माण नहीं होने से स्थिति विकट बनी हुई है. बारिश का पानी सीधे मंदिर में आकर अफरा तफरी का माहौल पैदा कर रहा है. उन्होंने शीघ्र प्रशासन से मदमहेश्वर धाम की सुरक्षा को लेकर जल मोड़ नाली का निर्माण किये जाने की मांग की है.



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