उत्तर प्रदेश: सैलाब ने बढ़ायी मुसीबतें : बाढ़ और बारिश के चलते हुये हादसों में 19 मरे
उत्तर प्रदेश में लगातार बारिश के बाद गंगा के साथ अन्य नदियां भी उफान पर हैं। यही नहीं भारी बारिश के चलते 19 की मौत हो गई। कई शहरों में बाढ़ का खतरा भी मंडरा रहा है।
लखनऊ, एजेंसी। उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में नदियों की बाढ़ से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है और पिछले 24 घंटों के दौरान विभिन्न जिलों में बाढ़ और वर्षाजनित हादसों में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गयी। बलिया में बुधवार को बाढ़ के पानी में डूबकर तीन लोगों की मौत हो गयी थी, वहीं, पिछले 24 घंटों के दौरान अमेठी में तीन, रायबरेली, सोनभद्र और मिर्जापुर में दो—दो तथा सहारनपुर, हमीरपुर, प्रतापगढ़, भदोही, फतेहपुर, बस्ती और अयोध्या में एक—एक व्यक्ति की मौत हो गयी।
केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार गंगा नदी ने रौद्र रूप अख्तियार कर लिया है। पिछले कई दिन से कछलाब्रिज (बदायूं) में कहर ढा रही यह नदी अब नरौरा (बुलंदशहर) के साथ—साथ बलिया में भी खतरे के निशान को पार कर गयी है। फर्रुखाबाद और गाजीपुर में इसका जलस्तर लाल चिह्न के नजदीक पहुंच गया है। यमुना नदी प्रयाग घाट (मथुरा) में खतरे के निशान को पार कर गयी है। मावी में इसका जलस्तर इस चिह्न के करीब आ चुका है। शारदा नदी पलियाकलां (लखीमपुर खीरी) में अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि शारदा नगर में यह लाल चिह्न के नजदीक बनी हुई है।
घाघरा नदी एल्गिनब्रिज (बाराबंकी) में खतरे के निशान को एक बार फिर पार कर गयी है। वहीं, अयोध्या और तुर्तीपार में इसका जलस्तर इस निशान के नजदीक बना हुआ है।
इस बीच, बलिया से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक जिले में अलग—अलग स्थानों पर बाढ़ के पानी में डूबने से तीन लोगों की मृत्यु हो गयी। बैरिया थाना क्षेत्र के शुभनथही गांव निवासी आशीष वर्मा (18) की बुधवार को बीएसटी बंधे के बाहर गांव के सामने बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गई। आशीष मवेशियों के लिए चारा काटने के लिए बाढ़ का पानी पार करके खेत जा रहा था।
इसी तरह फेफना थाना क्षेत्र के चेरुइयां बघड़ा के मठिया गांव के पास तमसा नदी की बाढ़ के पानी में डूबने से कमलेश कन्नौजिया (26) की मौत हो गई। इसके अलावा, बांसडीह कस्बे से सटे पकड़िया ताल में कल एक अज्ञात युवक की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गयी।
जिले में गंगा की बाढ़ के कारण बलिया शहर के निचले इलाकों में बने दो दर्जन से अधिक मकानों में पानी प्रवेश कर गया है। इस वजह से लोग अब छतों पर शरण लिए है। शहर से सटे विजयीपुर, रामपुर महावल इलाकों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है। बैरिया क्षेत्र में घाघरा के जलस्तर में वृद्धि के कारण अठगांवा गांव जलमग्न हो गया है। घुरी टोला, इब्राहिमाबाद और उपरवार के कई पुरवे रातों—रात बाढ़ के पानी से घिर गये हैं। सैकड़ों घरों में घाघरा के बाढ़ का पानी घुस जाने के कारण लोगों को बीएसटी बंधे पर शरण लेनी पड़ी है। सठिया ढाला से लेकर घाघरा तट तक चारों तरफ पानी ही पानी दिख रहा है ।
इस बीच, प्रतापगढ़ से मिली रिपोर्ट के मुताबिक जिले के अंतु थाना क्षेत्र स्थित रैबी रजानीपुर बेहड़ा में बारिश के बीच गिरी बिजली की चपेट में आने से रामराज (54) नामक व्यक्ति की मौत हो गयी। उधर, भदोही जिले के कोइरौना स्थित सोनैचा गाँव में एक मकान गिरने से अमरावती देवी (75) नामक वृद्ध महिला की दब कर मौत हो गई। हादसे में तीन साल की एक बच्ची सहित कुल चार अन्य लोग घायल भी हुए हैं।
इस बीच, आंचलिक मौसम केन्द्र के निदेशक जे.पी. गुप्ता के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के पूर्वी हिस्सों के अनेक इलाकों में तथा पश्चिमी भागों में कुछ स्थानों पर बारिश हुई।
उन्होंने बताया कि आने वाले चार—पांच दिनों तक मानसून सक्रिय रहेगा। हालांकि बहुत तेज बारिश नहीं होगी।