भारी बारिश से थम गई यूपी के कई शहरों की रफ्तार, 48 घंटे तक राहत मिलने के नहीं हैं आसार
यूपी के कई जिलों में बारिश आफत बनकर लोगों पर गिर रही रही है। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिन तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
लखनऊ, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में बारिश की वजह से जनजीवन प्रभावित हुआ है। कई जिलों में शुक्रवार सुबह से शुरू हुई बारिश लगातार जारी है। बीते 24 घंटे में प्रदेश में सर्वाधिक 89.6 मिमी बारिश रायबरेली के फुर्सतगंज में रिकॉर्ड हुई है जबकि दूसरे नंबर पर 45.4 मिमी बारिश के साथ राजधानी लखनऊ रहा। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक उत्तर प्रदेश में झमाझम बारिश की चेतावनी जारी की है।
इलाहाबाद, बांदा, कौशाम्बी, सुल्तानपुर, रायबरेली व लखनऊ में मध्यम से भारी बरसात की आशंका जताई गई है। मौसम के इस बदले मिजाज से तापमान में गिरवाट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक पूर्वी उत्तर प्रदेश के पास मानसून की सक्रिय हुई टर्फ लाइन के कारण बुधवार रात से ही मौसम का मिजाज बिगड़ने लगा।
गुरुवार को सुबह होने तक मानसूनी हवाओं के पूरे प्रदेश में छा जाने से लगातार बारिश का दौर शुरू हो गया। मानसूनी हवाओं का यह प्रभाव अगले 48 घंटे तक जारी रहेगा। बरसात संग चलती हवाओं के कारण प्रदेश के सभी जिलों में न्यून्तम व अधिकतम तापमान ने गोता लगा सिहरन का एहसास कराना शुरू कर दिया।
राजधानी लखनऊ में बारिश का दौर लगातार जारी है। गुरुवार को दिन भर बारिश होती रही और शुक्रवार सुबह से लगातार बारिश जारी है। भारी बारिश के कारण कई जगहों पर जलभराव हो गया है और लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खराब मौसम के कारण पहली से 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूल बंद हैं।
यूपी के अलग-अलग जिलों में अब तक भारी बारिश से कई लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक चंदौली में 3, अमेठी और भदोही में 2-2 लोग और वाराणसी व अयोध्या में भारिश बारिश से एक-एक लोगों की मौत हुई है। सीएम ने जिले के संबंधित अधिकारियों को क्षेत्र में रहकर बचाव और राहत कार्य पर नजर रखने का निर्देश दिया है।
प्रयागराज में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। बारिश की वजह से लोगों को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है। कहीं, जलभराव हो गया है तो कहीं बारिश के चलते लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हैं। बारिश के चलते बाजारों में सन्नाटा पसरा है। सड़कें सूनी हैं और स्कूल, कालेज बंद हैं। बारिश की वजह से बाढ़ ग्रस्त इलाकों में रह रहे लोगों की चिंता एक बार फिर से बढ़ गई है।