Heavy Rains in Uttarakhand: उत्तराखंड में तीन दिनों के रेड अलर्ट ने तबाही जैसा मंजर बना दिया है. रविवार 17 अक्टूबर से प्रदेश में शुरू हुई बारिश ने चारों ओर हाहाकार मचा दिया है. मौसम विभाग ने मंगलवार तक प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया हुआ है. मंगलवार को कुमाऊं में बारिश का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. हल्द्वानी, नैनीताल, अल्मोड़ा जिलों में बारिश सुबह से ही आफत बनकर बरस रही है.


बारिश से प्रदेश में 16 लोगों की मौत, तीन हेलीकॉप्टर लगे हैं रेस्क्यू पर


उत्तराखंड में बारिश आफत बनकर बरस रही है. अभी तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है. सोमवार को भारी बारिश से 5 लोगों की मौत हुई वहीं आज 11 और लोगों की मौत हो गई है.  सीएम पुष्कर सिंह धामी खुद मोर्चा संभाले हुए हैं. सीएम ने कहा है कि सेना से सहायता ली जा रही है. सेना के तीन हेलीकॉप्टर को रेस्क्यू के लिए लगाया जाएगा. कुमाऊं में दो और गढ़वाल मंडल में एक हेलीकॉप्टर रेस्क्यू ऑपरेशन में लगेगा. सीएम ने कहा है कि हर हालात पर नजर रखी जा रही है. सभी जिलों के डीएम को अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है. उधर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी दूरभाष पर मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी से उत्तराखंड में अतिवृष्टि से हुए नुकसान और संचालित बचाव व राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली. प्रधानमंत्री ने प्रदेश को हर आवश्यक सहयोग दिये जाने के प्रति आश्वस्त किया. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को वस्तुस्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में कुछ स्थानों पर नुकसान हुआ है. शासन प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है.


सोमवार तक प्रदेश में 12 सड़कों सहित 150 से अधिक लिंक मार्ग बंद


रविवार से अचानक मौसम विभाग के रेड अलर्ट के बाद शुरू हुई बारिश ने चारों ओर तबाही मचाई हुई है. अभी तक राज्य में 12 सड़कें जिनमें से 7 स्टेट हाईवे और 5 नेशनल हाईवे बंद हैं. प्रदेश में करीब 150 से अधिक लिंक मार्ग बंद हैं. कई जगहों पर सड़के पूरी वॉश आउट हो चुकी हैं.



जोशीमठ हेंलग के पास कई दुकानों में घुसा मलवा, गाड़ियां क्षतिग्रस्त


रविवार से हुई बारिश मंगलवार तक नहीं थमी. बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हेलंग के पास दुकानों में अचानक मलबा घुस गया. पहाड़ों से भारी मात्रा में मलबा व पत्थर दुकानों के अंदर घुसा जिसकी वजह से दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई. दुकान स्वामियों ने अपने सामान को आनन-फानन में सुरक्षित स्थान पर रखने की कोशिश की वहीं सड़क पर खड़ी गाड़ियों में भी ऊपर से बड़े-बड़े पत्थर गिर गए. बीआरओ का ट्रक भी क्षतिग्रस्त हो गया है.


रायवाला में भी 22 लोग टापू पर फंसे


गंगा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने से ऋषिकेश रायवाला के समीप गंगा के टापू में 22 व्यक्ति फंस गए. इनका अस्थायी रूप से बनाया गया डेरा नदी के बहाव की चपेट में आ गया. सभी वन गुर्जर हैं और उत्तरकाशी से रायवाला आए थे. इनको हरिद्वार जाना था. सूचना पर रायवाला पुलिस व एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया. टीम बोट की मदद से फंसे हुए व्यक्तियों तक पहुंची और उनको सकुशल बाहर निकाला गया है.


रामनगर में पांच मकान बहे, नदी का रुख गांव की ओर


मंगलवार को बारिश कुमाऊं में ज्यादा रौद्र रूप में बरस रही है. रामनगर के सुंदर खाल गांव में कोसी नदी के बहाव में 5 मकान बह गये. साथ ही नदी का रुख गांव की ओर आने से आधा दर्जन से अधिक लोग पानी में फंसे हैं. स्थानीय प्रशासन लोगों का रेस्क्यू कर रहा है.


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