Helicopter Crash: तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुई सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में भारत के शीर्ष सैन्य अधिकारी, जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई. भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह इस हादसे में  एकमात्र जीवित बचे हैं. हालांकि वह भी काफी गंभीर रूप से घायल हैं उनका वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है. इसी के साथ उनके लिए दुआओं का दौर भी जारी है. वहीं तमिलनाडु सरकार ने कोयंबटूर के एक अस्पताल में ग्रुप कैप्टन के इलाज के लिए विशेष व्यवस्था की है, अगर वायु सेना फैसला करती है तो वह उन्हें वहां ले जा सकती है.


यूपी के रहने वाले हैं कैप्टन वरुण सिंह


कैप्टन वरुण उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रुद्रपुर तहसील के कन्हौली गांव के रहने वाले हैं. पिछले साल एक उड़ान के दौरान बड़े टेक्निकल फॉल्ट की चपेट में आने के बाद अपने विमान को हैंडल करने के अदम्य साहस के लिए उन्हें 15 अगस्त 2021 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया था. उन्होंने अपने तेजस फाइटर को मिड-एयर इमरजेंसी के बावजूद 10 हजार फीट की ऊंचाई से सुरक्षित उतारा था.


कैप्टन वरुण सिंह के पिता आर्मी से रिटायर हैं


बता दें कि विंग कमांडर वरुण सिंह कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व विधायक रहे अखिलेश प्रताप के भतीते हैं. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, उनके पिता और भाई सशस्त्र बलों की तीन सेवाओं में रहे हैं. जहां कैप्टन वरुण सिंह भारतीय वायु सेना (IAF) में कार्यरत हैं तो उनके पिता, कर्नल (सेवानिवृत्त) केपी सिंह, आर्मी एयर डिफेंस (AAD) की रेजिमेंट में सेना के जवान थे.  कर्नल केपी सिंह के बेटे और ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के छोटे भाई, लेफ्टिनेंट कमांडर तनुज सिंह भारतीय नौसेना में एक अधिकारी हैं.


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