UP News: हिमालय (Himalayas) में पांचवे धाम के रूप में स्थापित श्री हेमकुंड साहिब (Hemkund Sahib) के कपाट 22 मई को खुलने जा रहे हैं. इस साल चारधाम (Char Dham) में यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ रही है. जिनकी व्यवस्था बनाने में सरकार, प्रसाशन और इससे जुड़े विभागों के पसीने छूट रहे हैं. हेमकुंड साहिब में भी इस साल बड़ी संख्या में सिक्ख श्रदालुओं की आने की संभावना है.
इसको देखते हुए उतराखंड सरकार और गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट ने विचार विमर्श कर एक बड़ा फैसला है. जिसमें इस साल 22 मई से शुरू होने जा रहे यात्रा में एक दिन में 5000 सिक्ख श्रदालु ही हेमकुंड साहिब में पवित्र सरोवर में आस्था की डुबकी लगाकर मत्था टेक सकते हैं.
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क्या बोले नरेंद्रजीत बिंद्रा?
गुरूद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेंद्रजीत बिंद्रा ने इस संबंध में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा की तरह इस साल हेमकुंड साहिब में भारी मात्रा में सिक्ख श्रदालुओं की आने की संभावना है. यहां आये सिक्ख श्रदालुओं को यात्रा में आने पर कोई दिक्कत ना हो और कोई अव्यवस्था ना हों इसको लेकर सरकार के साथ विचारविमर्श किया गया. जिसमें फैसला किया गया कि प्रतिदिन 5000 से अधिक सिक्ख श्रदालुओं के हेमकुंड साहिब में मत्था नहीं टेक सकते हैं.
इसको लेकर श्रदालुओं को उत्तरखण्ड पर्यटन की बेबसाइट पर पंजीकरण करना अनिवार्य है, जो किसी कारणवंश अपना रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाये गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब लक्ष्मण झूला मार्ग ऋषिकेश में लगाये गए पंजीकरण केंद्र में अपना रजिस्ट्रेशन कराएं. ताकि हेमकुंड साहिब की यात्रा सुगम और सुरक्षित और सुव्यवस्थित हो सके.
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