Snowfall In Hemkund Sahib: उत्तराखंड (Uttarakhand) में सिक्खों के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब के कपाट 20 मई से श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे. इससे पहले यहां हो रही भारी बर्फबारी यात्रा के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है. हेमकुंड साहिब में लगभग आठ फीट बर्फ अभी भी जमी हुई है. कपाट खुलने के लिए बहुत कम समय बचा हुआ है, लेकिन यहां पर मौसम ने चुनौतियां बढ़ा दी हैं.
पिछले एक महीने से यहां पर यात्रा की तैयारियां चल रही हैं. सेना के जवान लगातार बर्फ को हटा रहे हैं लेकिन दोबारा हो रही बर्फबारी से फिर वहीं हालात बन जा रहे हैं. हेमकुंड साहिब में भारी बर्फबारी से बर्फ जमी हुई है. ऐसे में यात्रा संचालन के लिए गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और स्थानीय प्रशासन के लिए ये चुनौतियां कम नहीं हैं. सुरक्षित आवाजाही के लिए यहां सेना को जवानों को तैनात किया जाएगा. भारी बर्फबारी के चलते घोड़े-खच्चर अटालकोटी से आगे नहीं चल पाएंगे. सरोवर, गुरुद्वारा और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर भी बर्फ की आगोश में हैं.
सीएमओ ने किया निरीक्षण
ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की इन चुनौतियों के बीच यात्रा में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना बेहद जरूरी हो जाता हैं. उत्तराखंड के डीजी हेल्थ विनीता शाह ने बताया कि सीएमओ की ओर से यहां निरीक्षण किया गया है. बर्फबारी ज्यादा है, ऐसे में अभी मेडिकल रिलीफ पोस्ट तैयार की गई है. साथ ही आने वाले दिनों में अधिक उम्र के श्रद्धालुओं की चारधाम मार्गों की तरह यहां पर भी स्क्रीनिंग की जाएगी.
स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने किया ये दावा
दूसरी तरफ स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने भी दावा किया है कि चारधाम की तरह ही हेमकुंड साहिब में भी स्वास्थ्य की व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए कहा गया है. केंद्र की ओर से भी पर्याप्त बजट मिला है. ऐसे में किसी भी तरह की कोई परेशानी यहां आने वाले श्रद्धालुओं को नहीं होगी. हेमकुंड साहिब में चार धाम की तरह ही इस बार भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, हालांकि अभी यहां भारी बर्फबारी ने परेशानी बढ़ाई हुई है. स्थानीय प्रशासन ने भी अपील की है कि अधिक उम्र के लोग मौसम साफ होने के बाद ही यात्रा में आएं.
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