Uttarakhand News: सिक्खों का सबसे पवित्र और ऊंचा गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब (Hemkund Sahib) श्रद्धालुओं से गुलजार है. अब तक 45 हजार से ज्यादा सिख यात्री हेमकुंड साहिब में मत्था टेक चुके हैं. हेमकुंड साहिब की यात्रा मौसम की दुश्वारियों और भारी बर्फबारी के बावजूद जारी है. लोकपाल घाटी में सप्त श्रृंग की पवित्र चोटियों के बीच करीब 15225 फीट की ऊंचाई पर सिखों का तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब है. शनिवार को रिकॉर्ड 4313 सिख श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब पहुंचकर गुरुद्वारे में मत्था टेक गुरबाणी अरदास सुनी. जिला प्रशासन की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक 20 मई से लेकर अबतक करीब 45 हजार 634 श्रद्धालुओं ने हेमकुंट साहिब के दर्शन कर लिए हैं.
हेमकुंड साहिब धाम पर 8 फीट मोटी बर्फ की चादर
करीब 8 फीट मोटी बर्फ की सफेद चादर ओढ़े हेमकुंड साहिब धाम आजकल सचमुच धरती पर स्वर्ग का एहसास दिला रहा है. जून माह का पहला सप्ताह गुजरने के बाद भी पवित्र अमृत सरोवर सहित आसपास के क्षेत्र पूरी तरह बर्फ की आगोश में हैं. जानकारों का कहना है कि जून के महीने में हेमकुंड साहिब धाम का बर्फीला नजारा 13 वर्षों बाद देखने को मिला है. हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार गुरुनाम सिंह ने बताया कि यात्रा सुगमता के साथ जारी है.
गुरुद्वारा कमेटी हेमकुंड साहिब की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का पूरा ध्यान रख रही है. गुरुद्वारे में रुकने से लेकर लंगर, मेडिकल की सुविधा है. अबतक करीब 45 हजार से ज्यादा सिख श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब के दर्शन कर लिए हैं. आस्था पथ पर सेवादार तैनात हैं. साफ सफाई की दुरस्त व्यवस्था की जा रही है. पैदल रास्तों से सिख श्रद्धालु अटला कोटी ग्लेशियर प्वाइंट से ऊपर गुरुधाम की ओर चढ़ाई कर रहे हैं. हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबन्धन कमेटी गोविंद घाट से लेकर गोविंद धाम घांघरिया और हेमकुंड साहिब में श्रद्धालुओं के लिए यात्रा व्यवस्था चाक चौबंद की है.
आस्था पथ पर जो बोले सो निहाल के जयकारों की गूंज
सिख यात्रियों को हेमकुंड साहिब से समय पर लाउडस्पीकर के जरिए एलान कर वापस नीचे गोविंद धाम भेजने का हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं ताकि नीचे आस्था पथ खराब मौसम ओर बर्फ में फिसलने से यात्रियों को नुकसान न हो. सुरक्षा के मद्देनजर 4 बजे बाद गोविंद घाट से कोई वाहन और श्रद्धालु पुलना घांघरिया की ओर नहीं भेजा जा रहा है. हेमकुंड साहिब में श्रद्धालुओं की आमद बढ़ने से एकबार फिर सिखों का तीर्थ स्थल गुलजार है. आस्था पथ पर जो बोले सो निहाल के जयकारों की गूंज सुनाई दे रही है. यात्रा बेस कैंप घांघरिया में होटल, लॉज सभी श्रद्धालुओं से खचाखच भरे हैं.