मथुरा: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन पर मथुरा के लोगों ने भी खुशी मनाई. इस मौके पर पूरे जनपद में हाई अलर्ट रहा. आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री द्वारा भूमि पूजन किए जाने को लेकर मथुरा में पूरी तरह हाई अलर्ट रहा.
उन्होंने बताया कि पुलिस ने 24 घंटे पूर्व ही जिले की सीमाओं को सील कर आने-जाने वाले वाहनों की तलाशी शुरू कर दी थी. शहर और देहात में सभी संदिग्ध एवं संवेदनशील स्थानों व मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में पीएसी और आरएएफ को लगाया गया.
जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर ने जिले में पूरी तरह से शांति बने रहने तथा किसी भी प्रकार की कोई संदिग्ध गतिविधि न पाए जाने की जानकारी दी है.
उन्होंने बताया कि कृष्ण जन्माष्टमी पर्व एवं स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर यह सतर्कता लगातार बनी रहेगी और जनपद को किसी भी अप्रिय घटना से बचाए रखने के लिए अभियान पूरी सजगता के साथ जारी रहेगा.
घरों में दीपक जल व मिठाई बांटी गई
दूसरी ओर, ब्रजवासियों ने इस अवसर पर घर-घर उल्लास मनाया गया और घरों में दीपक जलाए. मिठाई बांटी गई और छतों पर भगवा ध्वज फहराए गए. श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर स्थित ठा. केशवदेव मंदिर में भगवान के श्रीराम के रूप में दर्शन कराए गए. पूरे कृष्ण जन्मस्थान परिसर में विशेष साज-सज्जा, लाइटिंग की गई. सभी भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया.
मथुरा के छाता विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं दुग्ध विकास, पशुपालन एवं मत्स्य विकास मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने बताया कि राम मंदिर आंदोलन से श्रीकृष्ण की नगरी का गहरा नाता है. अब जब अयोध्या में भूमि पूजन किया गया है तो यहां भी खुशी होना स्वाभाविक है. यदि इन दिनों कोरोना जैसी महामारी का संकट नहीं होता, तो मथुरा से हजारों लोग इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अयोध्या पहुंचते.
11 हजार दीप बांटे गये
वृन्दावन में श्रीमद्भागवत मंदिर एवं श्री हरिदासीय राधा प्रसाद सेवा ट्रस्ट द्वारा पिछले तीन में दीपदान के लिए 11 हजार दीपों का वितरण किया गया. राधाकुण्ड में राधाकुण्ड एवं श्यामकुण्ड के चारों ओर 5,100 दीपकों से सजावट की गई. पूरा माहौल ऐसा प्रतीत हुआ जैसे कि दीवाली मनाई जा रही हो.
वात्सल्य ग्राम के जनसम्पर्क अधिकारी उमाशंकर राही ने बताया कि साध्वी ऋतम्भरा राम मंदिर भूमि पूजन में गिरिराज तलहटी की रज के साथ ब्रज के 12 वनों की रज और कुसुम सरोवर, चंद्र सरोवर, मानसरोवर, पावन सरोवर आदि पांच सरोवरों का जल लेकर अयोध्या पहुंची हैं जो राम मंदिर न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास को सौंप दिए गए हैं.