(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Himachal Pradesh News : लोककलाकारों के साथ हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किया नृत्य, कुल्लू के दशहरा उत्सव में शामिल हुए
Himachal Pradesh Politics: कुल्लू दशहरा उत्सव में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हेलीकॉप्टर से भुंतर एयरपोर्ट पर पहुंचे थे. उन्होंने सर्किट हाउस कुल्लू में लोगों की समस्याओं को भी सुना.
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) सोमवार को कुल्लू के अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव (Kullu Dussehra Festival 2022) में पहुंचे. वहां उन्होंने भगवान रघुनाथ जी के अस्थायी शिविर में पहुंचकर माथा टेका और पूजा अर्चना की. वो लोक कलाकारों के साथ मंच पर थिरकते नजर आए. उन्होंने उत्सव में लगी प्रदर्शनी को भी देखा.
प्रदर्शनी भी देखी
कुल्लू दशहरा उत्सव में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हेलीकॉप्टर से भुंतर एयरपोर्ट पर पहुंचे थे. वहां से उनका काफिला जिला मुख्यालय कुल्लू रवाना हुआ. उन्होंने सर्किट हाउस कुल्लू में लोगों की समस्याओं को भी सुना. कुल्लू पहुंचकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दशहरा उत्सव में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया और यहां लगी विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी की सराहना की.
#WATCH | Himachal Pradesh CM Jairam Thakur participates in folk dance at the international Kullu Dussehra festival that begins on Vijya Dashmi and lasts for a week pic.twitter.com/wHSEFDaTO0
— ANI (@ANI) October 10, 2022
दशहरा उत्सव की प्रदर्शनी में विभिन्न विभागों और स्वयं सहायता समूह सहित अन्य सामाजिक संगठनों ने विभिन्न प्रकार की प्रदर्शनी लगाई है. इसमें सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से लेकर परंपरागत वस्तु और खानपान के व्यंजन प्रदर्शनी स्वरूप लगाए हैं.
कुल्लू का दशहरा
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने देर सायं ढालपुर मैदान में विभिन्न विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों, बोर्डों-निगमों, स्वयंसेवी संस्थाओं और स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन किया. उन्होंने ढालपुर मैदान में भगवान रघुनाथ के अस्थायी शिविर में जाकर पूजा-अर्चना की और कुल्लू के पारंपरिक सामूहिक लोकनृत्य ‘लालड़ी’ में भी भाग लिया.
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा महोत्सव पांच अक्तूबर से शुरू हुआ था. कुल्लू के ढालपुर मैदान में चलने वाले इस महोत्सव में घाटी के 300 से अधिक देवी-देवताओं को आमंत्रित किया गया था.