लखनऊ, एबीपी गंगा। हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। खबर के मुताबिक, कमलेश तिवारी खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस के निशाने पर थे। दरअसल, कुछ साल पहले गुजरात एटीएस के हत्थे चढ़े दो संदिग्ध आतंकियों के साथ पूछताछ में कमलेश तिवारी का नाम सामने आया था। पूछताछ के दौरान आतंकी उबेद मिर्जा और कासिम ने कमलेश तिवारी का नाम लिया था। एटीएस की टीम ने इन्हें अक्टूबर 2017 में गुजरात से गिरफ्तार किया था। इन दोनों आतंकियों को कमलेश तिवारी का वीडियो दिखाकर जान से मारने को कहा गया था।


बतादें कि शुक्रवार सुबह खुर्शीद बाग में हिंदू नेता कमलेश तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बदमाशों ने कमलेश के घर में घुसकर इस वारदात को अंजाम दिया है। बताया जा रहा है कि कमलेश घर के अंदर ही बदमाशों के साथ बातचीत कर रहे थे उसी दौरान बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी। वारदात के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए। घायल कमलेश तिवारी को गम्भीर हालत में ट्रॉमा सेंटर ले जाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।






इस घटना के बाद शहर में हड़कंप मच गया है। मौके पर पहुंची पुलिस फिलहाल मामले की तफ्तीश जुट गई है। पुलिस के मुताबिक, हत्यारे कमलेश के परिचित भी हो सकते हैं। फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज को खंगालने में जुटी है। बतादें कि कमलेश तिवारी हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। कमलेश तिवारी एक बार रासुका के तहत जेल भी जा चुके थे। कमलेश उस वक्त चर्चा में आए थे जब उन्होंने पैगम्बर पर विवादित बयान दिया था।


परिजनों की मांग पर घर आए सीएम
उधर, कमलेश तिवारी के परिजनों की मांग पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके घर भी गए। सीएम ने कमलेश के परिजनों को सांत्वना दी है।