प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद ने अपनी एक ताजा रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 1950 से 2015 के दौरान हिंदुओं की कुल आबादी में हिस्सेदारी 8 फीसदी कम हो गई है. कुल आबादी में हिंदुओं का हिस्सा कम होने का सिलसिला पड़ोसी देश नेपाल में भी जारी है. दूसरी इस दौरान मुसलमानों की कुल आबादी में हिस्सेदारी 43.15 फीसदी बढ़ी है.


आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट पर अब बयानबाजी शुरू हो गई है, जिसमें हिंदुओं की कुल आबादी में हिस्सेदारी घटना की बात कही गई है. इसपर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का बयान सामने आया है. उन्होंने अपने बयान में देश में यूसीसी लागू करने की वकालत की है. 


केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इस देश में सामान नागरिक संहिता की जरूरत है. जैसे हिंदू एक विवाह करेगा उसी तरह मुस्लिम भी एक विवाह करेगा. यह नहीं कि हम पांच और हमारे 25 के फॉर्मूले से आबादी बढ़े और देश में फिर एक बार पाकिस्तान की मांग हो.


स्वामी प्रसाद मौर्य को रास नहीं आया मायावती का फैसला, कहा- 'डेढ़ साल बाद उनको लगा...'


मुस्लिम लीग की तरह काम कांग्रेस
डिप्टी सीएम ने कहा कि यह बहुत गंभीर चिंता की बात है और यह जो जनसंख्या का अंसतुलन है कि हिंदू की आबादी घटे और मुस्लिम की आबादी बढ़े. यह कांग्रेस के मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति के कारण की वजह से हुआ है. कांग्रेस पार्टी ने मुस्लिम लीग की तरह काम किया है.


उन्होंने कहा कि इसलिए इस देश में सामान नागरिक संहिता की जरूरत है. जैसे हिंदू एक विवाह करेगा उसी तरह मुस्लिम भी एक विवाह करेगा. यह नहीं कि हम पांच और हमारे 25 के फॉर्मूले से आबादी बढ़े और देश में फिर एक बार पाकिस्तान की मांग हो.


रिपोर्ट में परिषद द्वारा 1950 से 2015 के बीच दुनिया के 167 देशों की जनसंख्या में आए बदलाव का अध्ययन किया है. इस रिपोर्ट में बहुसंख्यक उन्हें माना गया है कि जिनकी आबादी 75 फीसदी से ज्यादा है.