Lucknow History sheeter Murder: सीरियल किलर सलीम, रुस्तम और सोहराब के गुर्गे अनवर उर्फ अन्नू (Anwar alias Annu) की गोली मारकर हत्या (Murder) कर दी गई है. अनवर (Anwar) शनिवार देर शाम सआदतगंज में अपने दोस्तों के साथ खड़ा होकर समोसे खा रहा था. तभी उसका पुराना साथी शारिक (Sharik) और अन्य बदमाश वहां आ गए. इस बीच शारिक और अनवर के बीच कहासुनी शुरू हो हुई जिसके बाद शारिक ने तमंचे से अनवर की कनपटी पर गोली मार दी. गोली लगने के बाद अनवर की मौके पर ही मौत हो गई. शारिक ने हवाई फायरिंग करते हुए भागने की कोशिश की लेकिन आसपास के लोगों ने उसे दबोच कर पुलिस (Police) को सौंप दिया. पुलिस का कहना है कि अनवर की हत्या छेड़छाड़ के विवाद में की गई है. शारिक के साथियों की तलाश की जा रही है.
हिस्ट्रीशीटर था अनवर
हत्या की वारदात कैंपबेल रोड पर हुई. अनवर सआदतगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर भी था. उसके खिलाफ कई थानों में गंभीर धाराओं के 17 मुकदमे दर्ज थे. पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर अनवर का भाई कई दिन से हत्या के आरोपी शारिक की बेटी को परेशान कर रहा था. उसने विरोध किया तो दबंग अनवर के भाई ने बेटी को उठा ले जाने की धमकी भी दी. इसी सिलसिले में बातचीत करने के लिए वो अनवर के पास गया था. शारिक ने पूछताछ में बताया कि अनवर ने मामला सुलझाने के बजाय उसे ही धमकाना शुरू कर दिया. इस पर उसे गुस्सा आ गया और तमंचे से उसकी कनपटी पर गोली मार दी.
अनवर के साथियों ने भी की फायरिंग
गोली मारने के बाद शारिक हवाई फायरिंग करते हुए भागने लगा. आसपास के लोगों ने घेराबंदी करके उसे दबोच लिया. मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि शारिक के साथ कुछ और लोग भी थे. वारदात के बाद जब सभी हवाई फायरिंग करते हुए भागे तो अनवर के साथियों ने भी असलहे से शारिक पर फायरिंग की.
रंगदारी ना देने पर मार देता था गोली
अनवर उर्फ अन्नू बेखौफ बदमाश था. उसने नाका के एक प्लाईवुड कारोबारी अजय गुप्ता से 20 करोड़ रुपये रंगदारी मांगी थी. रुपया ना देने पर उसने कारोबारी के अपहरण का प्रयास किया. कुछ दुकानदारों ने विरोध किया तो अनवर ने उन पर गोली चला दी. हालांकि, गोली किसी को लगी नहीं. इसी तरह उसने पुराने लखनऊ के कारोबारी से भी रंगदारी मांगी थी. कारोबारी ने रुपया नहीं दिया तो उसके बेटे को गोली मार दी थी. अनवर के भाई हिस्ट्रीशीटर अख्तर की भी वर्ष 2011 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. एसटीएफ ने 1 साल पहले अनवर को गिरफ्तार करके जेल भेजा था. जेल से बाहर आने के बाद उसने फिर से अपराध शुरू कर दिया था.
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