Holi 2022: बरेली (Bareilly News) में गुरुवार को बड़ी ही धूमधाम से राम बारात निकाली गई. फागुन पूर्णिमा को निकलने वाली ये ऐतिहासिक राम बारात ब्रिटिश काल से निकाली जा रही है. 161 सालों से ये परंपरा निभाई जा रही है. राम बारात में हजारों की संख्या में हुरियारे होते है जो बड़े बड़े ट्रालों पर सवार होकर पूरे शहर में राम यात्रा निकालते हैं और लोगों पर रंगों की बरसात करते हैं.  हुरियारे आगे आगे और उसके पीछे भगवान की अनोखी झांकी होती है. श्रद्धालु जगह-जगह राम बारात का स्वागत करते हैं. 


बरेली में मनाई जाती है बेहद खास होली
बरेली में होली का ये मौका बेहद खास होता है. यहां की होली सबसे अनोखी इसलिए भी कही जाती हैं क्योंकि यहां होली से पहले रामलीला की जाती है. जिसके बाद शहर भर में राम यात्रा निकाली जाती है. इस राम बारात को देखने के लिए देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोग यहां पर पहुंचते हैं. बरेली में ये राम यात्रा 161 सालों से भी ज्यादा पुरानी है. इस राम बारात को देखने के लिए लोग दुनियाभर से आते हैं.


राम बारात की शुरुआत बड़ी बमनपुरी से शुरू हुई , जिसके बाद इसे शहर के विभिन्न इलाकों बिहारीपुर ढाल, कुतुबखाना घन्टाघर, नॉवल्टी चौराहा, रोडवेज, बरेली कॉलेज, कालीबाड़ी, श्यामगंज, सिकलापुर, मठ की चौकी, कुतुबखाना, बड़ा बाजार, साहूकारा, किला, सिटी स्टेशन से डलाव वाली मठिया होती हुई बमनपुरी के नरसिंह मंदिर पर समाप्त हुई. राम बारात का दूसरा मोर्चा चाहबाई से निकला और वो कुतुबखाना से मुख्य बारात में शामिल हुआ.


विश्व विख्यात है यहां की रामलीला होली

बरेली की रामलीला होली वाली रामलीला के रूप में विश्व विख्यात है इसीलिए इसे वर्ल्ड हैरिटेज में भी शामिल किया गया है.  2008 में यूनेस्को ने इस रामलीला को वर्ल्ड हैरिटेज की लिस्ट में शामिल किया था. 2015 में बरेली की होली वाली रामलीला को विश्व धरोहर घोषित किया गया. यूपी सरकार के संस्कृति विभाग की ओर से हर साल होली वाली रामलीला के लिए एक लाख रुपये की सहायता भी दी जाती है. 


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