Holi 2024: इको-फ्रेंडली रंग के आगे फिका पड़ा केमिकल रंगों का बाजार, केसरिया-भगवा की सबसे ज्यादा डिमांड
UP News : गोरखपुर के लोग इस बार इको फ्रेंडली होली मनाने का मन बना चुके लोग हर्बल रंगों और गुलाल की अधिक डिमांड कर रहे हैं. केमिकल युक्त रंगों की बजाए बाजार में हर्बल युक्त रंग अधिक बिक रहे है.
Holi 2024: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के बीच इस बार होली के रंग भी चटक हो गए हैं. लोगों में जहां त्यौहार का उल्लास दिखाई दे रहा है, तो वहीं इको फ्रेंडली होली मनाने का मन बना चुके लोग हर्बल रंगों और गुलाल की अधिक डिमांड कर रहे हैं. यही वजह है कि केमिकल युक्त रंगों की बजाए बाजार में हर्बल युक्त रंग अधिक बिक रहे हैं. लोगों के बीच जहां होली का उल्लास दिख रहा है, तो वही बाजार केसरिया-भगवा रंगों की अधिक डिमांड होने से व्यापारी भी खुश हैं.
गोरखपुर के पांडेयहाता, शाहमारुफ, रायगंज, घंटाघर, किराना मंडी और टाउनहॉल पर बाजार हर्बल रंगों से पटा हुआ है. रंगों के साथ तरह-तरह के अबीर और गुलाल भी खूब बिक रहे हैं. होली के उल्लास के बीच केसरिया और भगवा रंग ग्राहकों को अधिक पसंद आ रहे हैं. रंग-बिरंगे अबीर-गुलाल और इको फ्रेंडली हर्बल रंग लोगों को खूब भा रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे और शोभायात्रा में शामिल होने की वजह से गोरखपुर के लोग भी काफी खुश हैं. बाजार में तेजी से दुकानदारों के चेहरे खिले हुए हैं, तो वही गोरखपुर के लोग भी खूब खरीदारी करते हुए दिखाई दे रहे हैं. ग्राहक जहां हर्बल रंग मांग रहे हैं, तो वही व्यापारी भी थोक और फुटकर के बाजार में हर्बल रंगों की मांग को देखते हुए केमिकल युक्त रंगों को नहीं मंगा रहे हैं.
लोग कर रहे हर्बल रंगों की डिमांड
गोरखपुर के घंटाघर, शाहमारूफ गली के पास पिछले 100 वर्षों से भी अधिक समय से दुकान कर रहे पंकज गुप्ता बताते हैं कि इस बार बाजार में तेजी है. बिक्री अच्छी हो रही है और लोग हर्बल रंगों की खूब डिमांड कर रहे हैं. केमिकल युक्त रंग कोई भी खरीदना नहीं चाह रहा है. क्योंकि उससे स्किन को नुकसान पहुंचता है. बाजार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन को लेकर भी लोगों के अंदर उत्साह दिखाई दे रहा है. यही वजह है कि भीड़ भी ठीक-ठाक दिख रही है.
गोरखपुर के पाण्डेयहाता पर रंगों के व्यापारी जय प्रकाश गुप्ता बताते हैं कि उनकी दुकान 110 साल पुरानी है. हर बार के देखते इस बार बाजार में काफी तेजी है. ग्राहक हर्बल रंगों की अधिक डिमांड कर रहे हैं. बाजार तेज होने से भी लोग काफी खुश हैं. ग्राहकों की भीड़ भी बाजार में दिखाई दे रही है और अलग-अलग तरह के रंगों को खरीदने के लिए दूर-दूर से लोग आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि रंगों के साथ अलग-अलग तरह के अबीर भी उनके पास है, जो स्किन को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे.
बाजार में केसरिया रंग की डिमांड ज्यादा
गोरखपुर के पाण्डेयहाता पर रंगों की दुकान करने वाले व्यापारी दुर्गेश गुप्ता बताते हैं कि उनकी दुकान 100 साल से भी अधिक पुरानी है. वे कहते हैं कि इस साल बाजार काफी अच्छा है. होली के त्यौहार को लेकर लोगों में उत्साह काफी दिखाई दे रहा है. उनका कहना है कि इस बार मौसम भी काफी अच्छा है. उनके पास अलग-अलग तरह के हर्बल रंग है. केसरिया रंग की खूब डिमांड हो रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वजह से बाजार काफी अच्छा है. रंग के साथ अलग-अलग तरह के अबीर भी हैं. हर्बल रंगों की अधिक डिमांड हो रही है. रंग आरारोट के बने हुए हैं. यही वजह है कि स्किन को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे.
गोरखपुर के घंटाघर में रंग खरीदने आए गोविंद बताते हैं कि वे फुटकर दुकानदार हैं. वे यहां से थोक में रंग और गुलाल खरीदकर ले जाते हैं. इसे वे अपनी दुकान पर फुटकर में बेचेंगे. बाजार में काफी रौनक दिख रही है. रंग के साथ अबीर और गुलाल भी खूब बिक रहे हैं. हानिकारक रंगों की वजह से काफी नुकसान पहुंचता है, लेकिन हर्बल रंग लोग खरीद रहे हैं. इससे स्किन और आंखों को नुकसान नहीं पहुंचता है. उन्होंने बताया कि बाजार में काफी भीड़ दिखाई दे रही है. लोगों में होली का उत्साह सिर चढ़कर बोल रहा है. बाजार में हर्बल रंग अधिक बिक रहे हैं. अधिक हानिकारक रंगों का इस्तेमाल नहीं करती हैं. गुलाल का अधिक इस्तेमाल करती हैं. ऐसे परिवार के लोगों को इससे नुकसान न पहुंचे.
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