वाराणसी, नितीश कुमार पाण्डेय। रंगों का पर्व हो तो भला मस्त मलंग काशी नगरी के रंगीन मिजाज को कैसे भुलाया जा सकता है। वाराणसी में युवाओं ने घाट किनारे विदेशी पर्यटकों को रंग लगाकर जमकर होली खेली।
रंग-बिरंगी होली
सिर पर रंगीन होलियाना टोपी, हाथ में पिचकारी और दिल में होली का उत्साह। हर हर महादेव का उद्घोष। ये नाराजा काशी के घाट पर होली के दौरान नजर आया। होली का अलग अंदाज हर किसी को यहां खींच लाया। विदेशी पर्यटकों ने भी काशी में जमकर होली खेली और मस्ती में डूबे नजर आए।
अलग है होली का अंदाज
काशी में होली की शुरआत बसंत पंचमी से मानी जाती है। महाशिवरात्रि पर ये उत्साह दोगुना हो जाता है। रंगभरी एकादशी पर महादेव के साथ होली खेलकर भक्त होली के रंग में पूरे रंग जाते हैं।
गीत संगीत और मस्ती की होली
होली का पर्व तो वैसे ही अल्हड़ मस्ती का पर्व होता है लेकिन काशी सांस्कृतिक नगरी भी है। लिहाजा युवा गांगा के घाट पर जमा हुए और खूब मस्ती की। होली के रंग में महिलाएं भी रंगी नजर आईं। इस दौरान भांग भी घोंटी गयी और रंग गुलाल उड़ाकर उत्सव मनाया गया।
सुरक्षा के कड़े इंतेजाम
होली के हुड़दंग को देखते हुए वाराणसी में सुरक्षा पर कड़ी निगाह रखी गयी। शहर के हर चौराहे पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहे। घाट किनारे सादे लिबास में सुरक्षाकर्मी तैनात रहे, इसके साथ ही ड्रोन के माध्यम से भी सुरक्षा पर कड़ी निगाह रखी गयी।