आज होलिका दहन का पर्व है और कल होली खेली जाएगी। आज हम आपको कुछ उपाय बताएंगे जो कि जीवन में बहुत उपयोगी हैं, कैसे आर्थिक रूप से संपन्न रहें, रोग मुक्त, पढ़ाई, विवाह कुछ अन्य आयामों को भी लेकर हम आपको बताने जा रहे हैं अनमोल बातें।


इस होलिकोत्सव में कुछ अतिरिक्त सजगता रखनी होगी क्योंकि कोरोना वायरस को लेकर सचेत रहना अनिवार्य है। इसलिए बहुत अधिक भीड़भाड़ वाली जगह रंग खेलते समय एक दूसरे को स्पर्श करने जैसी चीजों में निश्चित रूप से कमी आएगी और स्वास्थ्य को सर्वोपरि रखना होगा।


होलिका दहन का शुभ मुहूर्त- शाम 18:22 से 20:49 तक रहेगा।


इस दिन का होता है विशेष महत्व


सुख-समृद्धि तथा कष्ट निवारण उपाय के लिए होली का दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है।


अति शीघ्र विवाह होता है।


सोमवार के दिन का महत्व- आज के लिए उपाय पान के पत्ते में सबूत हल्दी की गांठ और सुपारी किसी भी मंदिर के शिवलिंग पर चढ़ाएं। इस सोमवार से लगातार 7 सोमवार करने होगें… योग्य जीवनसाथी की प्राप्ति होगी।


धन में वृद्धि होती है।


जिस दिन होली खेली जाती है यानि कल सुबह स्नान करने के पश्चात लाल गुलाल लेकर घर के मंदिर के देवी देवताओं को लगाना चाहिए। बचे हुए गुलाल के पैकेट में एक चांदी का सिक्का रखकर लाल कपड़े में रखकर कलावे से बांधना चाहिए और उसे अपनी तिजोरी में रखें, ऐसा करने से धन की वृद्धि होती है।


होलिका दहन में सभी सदस्यों को अवश्य शामिल होना चाहिए। लेकिन बहुत भीड़ में और पास-पास सट कर न करें।


घर में शुभता एवं सफलता आती है।


होलिका में चना, मटर, गेहूं, बाली, अलसी, पान, लॉन्ग बताशा अग्नि में डालते हुए अग्नि के तीन या सात परिक्रमा करनी चाहिए।


होलिकादहन तथा उसके दर्शन से शनि-राहु-केतु के दोषों से शांति मिलती है। ऐसा करने से ग्रह शांत होते हैं।


होलिका दहन के बाद उसकी भस्म जरूर लेकर आएं। महत्वपूर्ण कार्य में जाते समय पुरुष अपने मस्तक पर लगाएं। और स्त्री अपने गर्दन पर लगाएं। कार्यों में सफलता मिलेगी।