यूपी के इस थाने को मिला गृह मंत्रालय से सर्वश्रेष्ठ थाने का खिताब, खूबियां जानकर हैरान रह जाएंगे
आम जनता के मन में पुलिस थाने को लेकर छवि बहुत अच्छी नहीं है. लेकिन उत्तर प्रदेश के एक थाने को सबसे बेहतर थाने का खिताब मिला है. इस थाने में एक भी शिकायत लंबित नहीं है. रेन हार्वेस्टिंग की सुविधा भी है.
एटा. भारत के गृह मंत्रालय द्वारा उत्तर प्रदेश के एटा जनपद के रिजोर थाने को प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ थाना घोषित किया गया है. 15 अगस्त को एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने गृह मंत्री द्वारा प्रदान किये गए इस सर्वश्रेष्ठ थाने के प्रमाण पत्र को थाना रिजोर के थाना अध्यक्ष डॉ0 सुधीर राघव को प्रदान किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जनपद के अन्य थानों को भी इसी तर्ज पर विकसित किया जाएगा.
एटा जनपद के रिजोर थाना को उत्तर प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ थाना होने का खिताब मिला है. रिजोर थाना अध्यक्ष डॉ0 सुधीर राघव ने एक जनवरी 2020 को एटा जनपद के रिजोर थाना अध्यक्ष के रूप में चार्ज ग्रहण किया था. थाना अध्यक्ष के रूप में ये उनकी पहली नियुक्ति है. इसके बाद ये रिजोर थाना जिसकी पूर्व में हालत बहुत खस्ता थी, सजाने और संवारने में जुट गए. ये थाना एटा-शिकोहाबाद मार्ग पर स्थित है और 12 बीघा के एक बिसे क्षेत्र में बना हुआ है. ये थाना 25 साल पहले अस्तित्व में आया था, लेकिन इसकी वर्तमान में हालत बहुत जर्जर थी.
रेन वाटर हार्वेस्टिग समेत तमाम सुविधाएं
थाना अध्यक्ष सुधीर राघव ने विधायकों, क्षेत्र की जनता और पुलिस विभाग के सहयोग से इसमे महिला शौचालय, महिला आवास कक्ष, पुराने आवासों का रेनोवेशन करवाने के साथ साथ पूरे थाने में इंटरलॉकिंग ईंट बिछवाई. इस थाने में रेन वाटर हार्वेस्टिंग, वाटर हार्वेस्टिंग के लिए एक तालाब खुदवाकर उसको पक्का किया गया है और इसकी सतह को मिट्टी की रहने दिया गया है ताकि बरसात के पानी को जमीन सोख ले. पूरे थाना काम्प्लेक्स को अंडर ग्राउंड पाइप से इस तालाब से जोड़ा गया है, जिससे जरा सा भी पानी बरसने पर पानी तालाब में चला जाता है और जल भराव भी नहीं होता. रोजमर्रा के प्रयोग का पानी भी इसी तालाब में जाता है.
इसके अलावा थाने में पेड़ पौधे लगाकर सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया है. एक बगीचा बनाया गया है और मंदिर निर्माण भी किया गया है. थाने में मैस भी शुरू किया गया है.
कोई शिकायत लंबित नहीं
थाने की विशेषता ये है कि वर्तमान में थाने में किसी की भी शिकायत पेंडिंग नहीं है. थाना क्षेत्र में होने वाले सभी अपराधों का अनावरण किया जा चुका है. अभिलेखों का इस तरह से रख रखाव किया गया है कि एक सेकंड के अंदर किसी भी अभिलेख को निकाला जा सकता है. सीसीटीएनएस के विवेचक रूम में पर्याप्त फर्नीचर की व्यवस्था की गई है. पूरे थाने को एसी किया गया है और पूरे थाने में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. थाने में लगाये गए पौधों के चारों ओर बाउंडरी करवाकर उनके उसपर बैठने को पत्थर की बेंच लगवा दी गयी हैं. नीम के पौधों के नीचे गिलोय के पौधे लगाए गए हैं.
थाने में जन सुनवाई पोर्टल, आईजीआरएस में प्राप्त शत प्रतिशत शिकायतों का निवारण किया जा चुका है. फरियादियों की सुनवाई के लिए हेल्प डेस्क काम करती है. इसके साथ ही थाने में सोशल और मॉरल पुलिसिंग के तहत फरियादियों से अच्छा व्यवहार कर उनको बैठाकर उनकी समस्या सुनकर उसका निस्तारण किया जाता है. अपनी इन्हीं विशेषताओं और खूबियों के चलते इस थाने को अंतरराष्ट्रीय क्वालिटी मैनेजमेंट के लिए आईएसओ 9001- 2015 पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.
यहां के थानाध्यक्ष डॉ0 सुधीर राघव ने आगरा विश्वविद्यालय से इतिहास और समाज शास्त्र में एम ए किया है और यहीं से पीएचडी की है. भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा एटा के रिजोर थाने को प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ थाना का पुरुष्कार मिलने पर एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने बधाई देते हुए अन्य थानों को भी इससे सबक लेने की अपील की है.
ये भी पढ़ें.
यूपी: कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक की कोरोना रिपोर्ट आई निगेटिव, जानें- ट्वीट कर क्या कहा
पीलीभीत: हौसलों से भरी उड़ान, यूपी ब्लाइंड टीम क्रिकेट का कप्तान बन बनाई अलग पहचान