लखनऊ, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश में होमगार्ड तैनाती और वेतन निकासी में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। इस मामले में होम गार्डों की फर्जी ड्यूटी दिखाकर उनका वेतन हड़पने का मामला सामने आया है। मामले की जांच के लिए शासन ने तीन सदस्यीय जांच समिति नोएडा भेजी है। नोएडा के बाद अब पूरे प्रदेश में जांच कराई जा सकती है। होम गार्डों की ड्यूटी लगाने और संख्या को ज्यादा दिखाने का खेल हुआ है। जांच में यह भी पता चला है कि दो होमगार्डों की ड्यूटी लगाई जाती और 10 का वेतन निकाल लिया जाता था। इस मामले में होमगार्ड मंत्री चोतन चौहान ने डीजी होमगार्ड को तलब किया है।


नोएडा पुलिस ने मई और जून महीने के होमगार्ड्स की तैनाती के मस्टररोल की जांच करके इस घोटाले का खुलासा किया है। अभी 8 लाख रुपये के क़रीब फर्ज़ी तरीक़े से निकालने की बात सामने आई है। इसमें विभाग के बड़े अधिकारियों की मिलीभगत सामने आ रही है। ये अधिकारी होमगार्ड्स के नाम की ड्यूटी लगाते थे और बिना उन्हें ड्यूटी पर भेजे हुए उनके पैसों को निकाल बंदरबांट करते थे। इसके लिए संबंधित थानों की फर्जी मुहर का इस्तेमाल किया जाता था। अब तीन सदस्यीय जांच समिति नोएडा ने जांच को आगे बढ़ाएगी और संभव है इस तरह के फर्ज़ीवाड़े की जांच प्रदेश स्तर पर भी हो।


नोएडा के बाद आगरा में शुरू हुई जांच


नोएडा के बाद आगरा एसएसपी हरकत में आए हैं। आगरा में तैनात तकरीबन 1500 होमगार्ड की ड्यूटी और उनके वेतन के मामले में जांच शुरू कर दी गई है। होमगार्ड के वेतन में घोटाले को लेकर तीन एडिशनल एसपी, एसएसपी आगरा के आदेश पर करेंगे जांच।